Advertisement
भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव कौन करता है

भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव कौन करता है ? – How is The Vice President Elected in India

आज के इस लेख में हम जानेंगे की भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव कौन करता है ? तो चलिए विशेष जानकारी लेना शुरू करते हैं.

यह कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा कि राष्ट्रपति से जुड़ी काफी जानकारी हमे अक्सर न्यूज़ में सुनने और देखने को मिल जाती है| यहाँ तक की हम बच्चो को भी सिर्फ प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति का नाम ही याद करवाते हैं|

मेरा कहने का अर्थ सिर्फ इतना है की उपराष्ट्रपति का नाम भारत की जनता में कुल शायद 30% को भी नहीं मालूम होगा|

नोट » दोस्तों अगर आप किसी सरकारी नौकरी की तैयारी में लगे हैं, तो यक़ीनन ही यह लेख आपके लिए फायदेमंद साबित होगा| तो चलिए पढ़ना शुरू करते है

भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव कौन करता है ?

उपराष्ट्रपति के चुनाव के इस लेख में आपको निचे दिए गये कुछ ख़ास प्रश्नों के उत्तर भी मालुम होंगे, जैसे की-

  1. भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव कौन करता है ?
  2. उपराष्ट्रपति बनने के लिए एक इंसान में क्या योग्यता होनी चाहिए ?
  3. एक उपराष्ट्रपति की मासिक आय कितनी होती है ?
  4. क्या हर व्यक्ति उपराष्ट्रपति पद पर बैठ सकता है ?
  5. एक उपराष्ट्रपति का कार्यालय कितने समय तक के लिए रहता है ?
  6. उपराष्ट्रपति बनने के लिए आपको कितने रुपए जमा कराने होते हैं ?
  7. वर्तमान वक्त में भारत के उपराष्ट्रपति कौन है ?
  8. उपराष्ट्रपति पद की चुनावी प्रक्रिया

अगर आप ऊपर दिए गये प्रश्नों के उत्तर जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक ज़रूर पढ़े| यह लेख आपके लिए मददगार साबित हुआ या नहीं मुझे कमेंट कर के बताना मत भूलियेगा|

भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव कौन करता है – उपराष्ट्रपति की नियुक्ति कौन करता है ?

उपराष्ट्रपति का चुनाव परोक्ष होता है, उपराष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचक मंडल यानी इलेक्टोरल कॉलेज करता है| इलेक्टोरल कॉलेज में राज्यसभा और लोकसभा के सांसद शामिल होते हैं| इस पद पर चुना गया व्यक्ति जनप्रतिनिधियों की पसंद होता है.

उपराष्ट्रपति बनने के लिए एक इंसान में क्या योग्यता होनी चाहिए ?

उपराष्ट्रपति बनने के लिए एक व्यक्ति में निम्न बातो का होना अतिआवश्यक है:-

grammarly
  1. वो शख्स भारत का नागरिक होना चाहिए|
  2. उपराष्ट्रपति बनने के लिए न्यूमतम आयु 35 वर्ष निश्चित की गई है|
  3. वो राज्यसभा का सदस्य निर्वाचित होने के योग्य होना चाहिए|
  4. ऐसा व्यक्ति भारत का उपराष्ट्रपति नहीं बन सकता जिसके पास केंद्र या राज्य सरकार या उसके अधीन किसी निकाय में लाभ का कोई पद हो|
  5. अगर संसद के किसी सदन या राज्य विधानमंडल का कोई सदस्य उपराष्ट्रपति चुन लिया जाता है तो यह समझा जाता है कि उन्होंने उपराष्ट्रपति के पद को ग्रहण करते ही अपना पिछला स्थान खाली कर दिया है|

एक उपराष्ट्रपति की मासिक आय कितनी होती है ?

एक उपराष्ट्रपति की आय किसी बड़े व्यापारी से कम नहीं होती है, इस वक़्त उपराष्ट्रपति की सैलरी 1.25 लाख रूपये है जिसमे की सातवे वेतन आयोग नहीं जोड़ा गया है|

सातवे वेतन लागू होने के बाद एक उपराष्ट्रपति की माशिक आय 3.5 लाख रूपये हो जाएगी|

इतना ही नहीं जो पूर्व उपराष्ट्रपति है उनकी पेंसन में भी बढ़ोतरी होगी, उनको भी अब 1.5 लाख रूपये मिलेंगे जोकि अभी इनको सिर्फ 75 हज़ार रूपये माशिक पेंशन मिलती है.

क्या हर वयक्ति उपराष्ट्रपति पद पर बैठ सकता है ? – भारत के उपराष्ट्रपति का निर्वाचन

इस प्रशन का जवाब हाँ है, आप ऊपर दिए गये पॉइंट्स (उपराष्ट्रपति पद की योग्यता) को ध्यान से पढ़ लीजिये|

एक उपराष्ट्रपति का कार्यालय कितने समय तक के लिए रहता है ?

एक उपराष्ट्रपति का कार्यकाल पांच वर्ष तक के लिए रहता है| यदि पूर्व उपराष्ट्रपति द्वारा कार्यकाल समाप्त होने की वजह से नए उपराष्ट्रपति का चुनाव किया जा रहा हो तो उसका कार्यकाल निधार्रित अवधि पर समाप्त हो जाएगा.

यदि मौत, इस्तीफे, बर्खास्तगी या किसी अन्य वजह से यह पद रिक्त होता है तो जल्द ही नया उपराष्ट्रपति चुन लिया जाएगा| चयनित व्यक्ति का कार्यकाल शपथ ग्रहण की तिथि से पांच दिन का होगा.

उपराष्ट्रपति बनने के लिए आपको कितने रुपए जमा कराने होते हैं ?

उपराष्ट्रपति पद के लिए अभ्यर्थी का नाम 20 मतदाताओं के द्वारा प्रस्तावित और 20 मतदाताओं के द्वारा समर्थित होना आवश्यक है|

साथ ही अभ्यर्थों द्वारा 15,000 रुपए की जमानत राशि जमा करना आवश्यक होता है| इसके बाद निर्वाचन अधिकारी नामांकन पत्रों की जांच करता है और योग्य उम्मीदवार के नाम की पर्ची को बैल्लेट बॉक्स में शामिल किया जाता है.

प्रत्याशी निर्वाचन अधिकारी को लिखित में नोटिस देकर नाम वापस भी ले सकता है, यदि जांच में कोई कमी पाई जाए तो|

वर्तमान वक़्त में भारत के उपराष्ट्रपति कौन है – Who is The Vice President Of India

भारत के उपराष्ट्रपति का नाम श्री वेंकैया नायडू है| यह 1 अगस्त 2017 से वर्तमान में कार्यरत हैं| उनका वर्तमान पता है = उपराष्ट्रपति निवास, 6 मौलाना आज़ाद रोड, नई दिल्ली है|

उपराष्ट्रपति पद की चुनावी प्रक्रिया – भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव कौन करता है ?

राष्ट्रपति चुनाव की तरह ही उपराष्ट्रपति चुनाव में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने से ही जीत तय नहीं होती| उपराष्ट्रपति वही बनता है, जो वोटरों के वोटों के कुल वेटेज का आधे से अधिक हिस्सा हासिल करे|

पहली पसंद का महत्व :

सबसे पहले का मतलब समझने के लिए वोट काउंटिंग में प्राथमिकता पर गौर करना होगा। सांसद वोट देते वक्त अपने मतपत्र पर ही क्रमानुसार अपनी पसंद के उम्मीदवार बता देते हैं|

सबसे पहले सभी मतपत्रों पर दर्ज पहली वरीयता के मत गिने जाते हैं। यदि इस पहली गिनती में ही कोई उम्मीदवार जीत के लिए जरूरी वेटेज का कोटा हासिल कर ले तो उसकी जीत हो गई लेकिन अगर ऐसा न हो सका तो फिर प्राथमिकता के आधार पर वोट गिने जाते हैं.

पहले उस उम्मीदवार को बाहर किया जाता है, जिसे पहली गिनती में सबसे कम वोट मिलते हैं, लेकिन उसे प्राप्त वोटों से यह देखा जाता है कि उसकी दूसरी पसंद के कितने वोट किस उम्मीदवार को मिले हैं|

कैसे होते हैं उम्मीदवार बाहर :

दूसरी वरीयता के वोट ट्रांसफर होने के बाद सबसे कम वोट वाले उम्मीदवार को बाहर करने की नौबत आने पर अगर दो उम्मीदवारों को सबसे कम वोट मिले हों, तो बाहर उसे किया जाता है, जिसके पहली प्राथमिकता वाले वोट कम हों.

कौन बना रहता है दौड़ में :

अगर अंत तक किसी को तय कोटा न मिले तो भी इस सिलसिले में उम्मीदवार बारी-बारी से बाहर होते रहते हैं और आखिर में जिसे भी सबसे अधिक वोट मिलते हैं वही विजयी होगा|

दोस्तों यह होती है पूरी प्रकिया एक उपराष्ट्रपति बनने के लिए, आशा है इस लेख में आपको सम्पूर्ण जानकारी मिली होगी.

अगर किसी भी पॉइंट को लेकर आपके मन में किसी भी तरह की कोई समस्या आती है तो आप बेझिझक मुझे मेल या कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं| यह लेख यही पर समाप्त हो रहा है, इस लेख को अंत तक पढने के लिए आपका धन्यवाद.

जरुर पढ़े ⇓

सामान्य ज्ञान ⇓

Similar Posts

One Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *