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शुगर फ्री गुलाब जामुन बनाने की विधि

शुगर फ्री गुलाब जामुन बनाने की विधि – मिठास का एक अनोखा स्वाद

नमस्कार, HimanshuGrewal.com पर आप सभी का हार्दिक स्वागत है| आज के इस लेख में मै आपके साथ गुलाब जामुन बनाने की विधि शेयर करने जा रहा हूँ.

दोस्तों, भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न प्रकार के त्यौहार बहुत हर्ष और उल्लास के साथ हर वर्ष मनाए जाते हैं| भारत में त्यौहार शब्द का अर्थ ही है खुशियाँ, न्ये कपड़े, मिठाई और कई तरह के पकवान|

जहां भारत में एक और एक तरह के त्योहार मनाए जाते हैं वही भारत मे कई तरह की मिठाई और पकवान भी बनाये जाते हैं|

समय का अभाव होने के कारण से आज कल सभी मिठाई बाज़ार से पैसे दे कर अपने हिसाब से ले आते हैं, लेकिन आज भी कई ऐसे इंसान है जो हर त्यौहार के पावन उत्सव पर मिठाई खूद ही बनाते हैं, अपने हाथो से और अपने घर पर ही बनाते हैं|

आज कल हर दूसरा इंसान कई तरह की बीमारियों के साथ जुज़ रहा है, यह बात सिर्फ भारत की ही नहीं है बल्कि ऐसा और भी कई परदेशों में देखा जा रहा है, जिसके कारण उनको कई तरह की चीजो से परहेज़ करना पड़ता है|

हर बीमारी का अलग इलाज़ होने के कारण कुछ लोगो को डॉक्टर सिर्फ जूस पीने की सलाह देते हैं तो कुछ को सिर्फ खिचड़ी खाने की|

कई आम बीमारियों में से एक बीमारी का नाम डायबिटीज भी है जिसमे डॉक्टर मरीज को बिलकुल कम मीठा खाना खाने की सलाह देते हैं, वही उनका यह भी कहना है की आप हर उस चीज़ से परहेज़ करे जिसमे शुगर (चीनी) की मात्रा हो, जैसे कि चावल, आलू, गाजर इत्यादि|

यदि आपको जानकारी ना हो तो मै आपको बताना चाहता हूँ कि इस बीमारी का शिकार ज़रूरी नहीं कि एक व्यक्ति 40 वर्ष कि आयू को पार करने के बाद ही हो, आज कल तो यह बीमारी छोटे-छोटे बच्चो में भी पाई जा रही है.

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इस दुनिया में बहुत ही कम लोग ऐसे हैं जिनको अपने ऊपर कंट्रोल रहता है फिर चाहे वो पहनावे कि बात करे या खान-पान की| और जब बात छोटे बच्चो की करी जाए तो शायद कंट्रोल शब्द का दूर-दूर तक कोई ताल्लुकात ना हो|

अब मै आपसे ही पूछना चाहूँगा की क्या उन बच्चो और बाकी जो भी बीमारी ग्रस्त इंसान है उनको क्या वो चीजे खाने का मन नहीं करता, जिसके लिए डॉक्टर उनको मना करते हैं, अब इंसान कितना कंट्रोल करे ?

दोस्तो, गुलाब जामुन भारत कि एक बहुत नामी मिठाई है जिसको कि भारत के 80% जनता खाना बहुत पसंद करती है, खास कर के जब तीज और त्यौहार हो तब तो वो गुलाब जामुन को लिस्ट में सबसे ऊपर और पहले लिखते हैं.

बाजार में मिली मिठाई एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए भी हानिकारक साबित होती है तो बीमारियो से जुज़ रहे इंसान का हम क्या ही बोले ?

आइये आज जानते हैं डायबिटीज पेशेंट के लिए गुलाब जामुन कैसे बनाए कि वो उनके सेहत पर बुरा असर ना डाले, और उनका जी ना ललचे|

त्योहारों के वक्त उनको गुलाब जामुन खाने से पहले सोचना ना पड़े और वो खुशी से जितना चाहे उतने गुलाब जामुन एक बार में खा सके|

हर इंसान कि यही ख्वाहिश होती है कि उनके परिवार वाले खुशी और स्वस्थ रहे, तो चलिये उनकी मुस्कुराहट को बरकरार रखने के लिए आईये आज हम गुलाब जामुन बनाने की एक नई रेसिपी को जानते हैं.

नोट ⇒ यदि आप एक वर्किंग पर्सन है, और आपके पास इतना समय नहीं है कि आप गुलाब जामुन अपने घर में बना सकते हैं, तो मै आपको बताना चाहता हूँ कि यह सबसे आसान और फास्ट तरीका है, इसके लिए आपको मुश्किल से एक घंटे का वक़्त लगेगा और यदि आप किसी और व्यक्ति की भी मदद लेंगे तो यकीनन ही आपको और भी कम वक्त लगने वाला है.

तो बाते बहुत हो गई अब जल्दी से जान लेते हैं कि गुलाब जामुन को बनाने की विधि क्या है ? तो चलिये शुरू करते हैं:-

गुलाब जामुन रेसिपी – Gulab Jamun Recipe in Hindi

Gulab Jamun Recipe in Hindi

यदि आपको खाना बनाने कि जानकारी है तो यकीनन ही आपको मालूम होगा कि कुछ भी बनाने से पहले उसको बनाने में इस्तेमाल कि जाने वाली सामग्री को एकत्रित करना होता है| तो आइये जानते हैं की आपको किन-किन सामग्री कि आवश्यकता पड़ेगी.

  1. मावा (खोया) » 250 ग्राम (11/4 कप)
  2. मीठा सोडा » 1 चुटकी
  3. मैदा » 20 – 30 ग्राम (2-3 टेबिल स्पून)
  4. काजू » 1 टेबल स्पून (एक काजू के 8 टुकड़ों के हिसाब से काट लीजिये)
  5. किशमिश » 1 टेबल स्पून
  6. चीनी की जगह आप शुगर फ्री का इस्तेमाल करे
  7. रिफाइण्ड ऑइल » गुलाब जामुन तलने के लिये

ध्यान दे ⇓

यदि यह सामग्री आपके घर में नहीं है और आपको उसको लाने कि आवश्यकता है तो मै आपको बता दूँ कि यह सभी सामग्री आपको एक ही दुकान पर मिल जायेगी जिसको कि भारत मे किराना शॉप और इंग्लिश मे जनरल स्टोर कहा जाता है.

काजू और किशमिश का प्रयोग हम सिर्फ गार्निशिंग के लिए करेंगे, आप चाहे तो गुलाब जामुन इसके बिना भी सर्व कर सके हैं|

घर पर गुलाब जामुन बनाने का आसान तरीका

अब जब आपने सभी सामग्री को एकत्रित कर लिया है, तो चलिये आइये जानते हैं कि इसको किस तरीके से बनाए कि एक ही तरह से बनाये हुये गुलाब जामुन एक स्वस्थ इंसान भी खाये और एक बीमारी ग्रस्त इंसान भी खुशी से खाये|

दोस्तों, आपकी सहायता के लिए मैंने गुलाब जामुन बनाने की विधि को दो हिस्सों में बाट कर अपडेट किया है:-

गुलाब जामुन की चाशनी बनाने की विधि – How To Make Gulab Jamun in Hindi

How To Make Gulab Jamun in Hindi

  1. सबसे पहले आप एक बर्तन ले, उसमे 300 ग्राम शुगर फ्री ले और उसके साथ पानी मिलाकर आग पर चाशनी बनने के लिये रखिये.
  2. चाशनी में जब एक उबाल आ जाये, या फिर देखिये कि चीनी पानी में अच्छे से घुल जाये उसके 1-2 मिनट बाद तक और पकायें.
  3. चाशनी के घोल से 1-2 बूंद लेकर अंगूठे और अंगुली के बीच चिपका कर देख लीजिए, चाशनी उंगली और अंगूठे के बीच चिपकनी चाहिये.
  4. जब आप चाशनी को चेक कर रहे होंगे तब ध्यान रखिये की उसमे तार बननी चाहिए.

आपकी गुलाब जामुन बनाने के लिए चाशनी बन के तैयार है, इसे साइड में ठंडी होने के लिए रख दीजिये|

गुलाब जामुन बनाने की विधि – How To Make Gulab Jamun At Home in Hindi

How To Make Gulab Jamun At Home in Hindi

#1.) सबसे पहले मैदा को छन्नी से छान लीजिये, और उसमे 1 चुटकी खाने वाला मीठा सोडा मिला दीजिये|

#2.) मावा और मैदा को एक चौड़े और बड़े बर्तन में रखकर तब तक मले जब तक कि वह नरम, चिकना गूथे हुये आटे जैसा न लगने लगे|

#3.) अब आप जैसे पुरिया बनाने के लिए आटे की गोली बनाते हैं, उसी तरह से इस मिश्रण की भी गोलिया बनाये|

#4.) ध्यान रहे गोलियों में कही कोई छेद या कोई और निशान न रहे, गुलाब जामुन बनाने के लिये आपका मावा अब तैयार है|

#5.) आप चाहे तो बाजार से मावा खरीद के, या फिर आप फ्रेश मावा घर में भी बना के गुलाब जामुन बनाने के लिए प्रयोग कर सकते हैं|

#6.) अब आप एक कढ़ाई में रेफिएण्ड ऑइल को गरम होने के लिए रख दीजिये|

#7.) जब ऑइल अच्छे से गरम हो जाये तो आप मावे की बनी गोलियां एक एक करके उसमे डाल दीजिये|

#8.) जब गुलाब जामुन अच्छे से तल जाये उसे कढ़ाई से निकाल कर चाशनी में डुबा दीजिये|

#9.) इसी तरह से सारे मावा के गोल-गोल गुलाब जामुन बनाकर, तल कर चाशनी में डाल कर डुबा दीजिये|

लीजिये मेरी गुलाब जामुन रेसिपी हिंदी में ख़तम भी हो गई, और आपको गुलाब जामुन बनाने भी आ गया|

ध्यान देने योग्य बाते

गोलियों को तलते वक़्त ज्यादा ब्राउन ना करे, क्यूंकि चाशनी में जाने के बाद इनके रंग और गढ़े होते है, और काले गुलाब जामुन कोई भी खाना पसंद नहीं करता है|

  • गुलाब जामुन को आप चाहे तो गरम या फिर ठंडा भी खा सकते हैं|
  • आप बने हुए गुलाब जामुन को 1 हफ्ते तक फ्रिज में रख सकते हैं|
  • जब आप मैदा, मावा और एक चुटकी सोडा को मिला कर मल रहे होंगे तो उसे अच्छे से मले, क्यूंकि जितना सॉफ्ट आटा तैयार होगा उतने ही मुलायम आपके गुलाब जामुन तैयार होंगे|

नोट ⇒ अगर आपको घर में मावा बनाना नहीं आता है तो आप मुझे कमेंट करके बता सकते हैं, मै आपको मावा बनाने की विधि ज़रूर बता दूंगा|

तो दोस्तो यह है एक ऐसी विधि जिसको एक वर्किंग इंसान और ग्रहणी भी सिर्फ एक घंटे में अपने परिवार जनो के लिए गुलाब जामुन बना सकते हैं|

मै आपको बताना चाहता हूँ कि यह मिठाई ना तो बहुत महंगी है चाहे आप इसको बाज़ार में से जा के खरीदे या फिर आप गुलाब जामुन बनाने में इस्तेमाल कि जाने वाले सामग्री को घर पर ला कर स्वयं ही बनाए.

अब मै इस लेख का यही पर अंत कर रहा हूँ, आप गुलाब जामुन बनाने की विधि को अवश्य ही बनाये और गुलाब जामुन खाने के बाद आपके घर के एवं आपके आस-पड़ोस के व्यक्तियों ने क्या-क्या कहा, कमेंट के माध्यम से हमे बताना ना भूले, यकीनन ही मुझे तारीफ सुन कर बहुत खुशी होगी.

इस लेख को अंत पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद और हाँ आप चाहे तो इस रेसिपी को सोश्ल मीडिया कि मदद से शेयर भी कर सकते हैं, खास कर उन व्यक्तियों के साथ जो डैबिटीज़ कि बीमारी से पीड़ित हैं.

स्वस्थ रहे, खुश रहे…… जल्द ही एक नया लेख लेकर आपकी सेवा में हाजिर होंगे|

मिठास का भंडार ⇓

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