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गणतंत्र दिवस के तथ्य

गणतंत्र दिवस की जानकारी हिंदी में: रोचक तथ्य

26 January Republic Day Information in Hindi: कुछ ऐसी ऐतिहासिक तारीख होती है, जिन्हें किसी देश का नागरिक कभी नहीं भूल सकता और भारत का इतिहास में एक ऐसी ही तिथि है 26 जनवरी जिस दिन को पूरे भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

वर्ष 1950 में 26 जनवरी के दिन भारतीय अधिनियम को त्याग कर भारतीय संविधान को लागू किया गया था। तब से हम पिछले 72 वर्षों से लगातार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं26 जनवरी के दिन देश भक्ति के नारे, भव्य परेड और भारत के शौर्य पराक्रम को देखने के लिए सुबह से लोग राजपथ से लेकर लाल किला तक लाखों की भीड़ एकजुट होती है। इसके अलावा TV पर करोड़ों लोग इस राष्ट्रीय पर्व को देखने के लिए उत्सुक रहते हैं। दोस्तों हमारे देश का संविधान विश्व के सबसे बड़ा लिखित संविधान है, इसी प्रकार गणतंत्र दिवस से जुड़े कई ऐसे महत्वपूर्ण तथ्य हैं।

इस लेख में आपके लिए 15 से अधिक Republic Day Facts in Hindi Language में शेयर किए हैं। आशा है यह सभी गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के तथ्य आपके लिए उपयोगी साबित होंगे तो। आइए इस लेख का आरंभ करते हैं-


Republic Day Information in Hindi

👉 हर साल 26 जनवरी की परेड के दौरान गांधी जी की याद में ईसाई धर्म का यह भजन Abide With Me सुना जाता है, कहा जाता है महात्मा गांधी इसे खूब पसंद करते थे। – Essay on Republic Day in Hindi

👉 गणतंत्र दिवस के मौके पर हर साल किसी मुख्य अतिथि को देश में आमंत्रित किया जाता है। इसी प्रकार वर्ष 1950 में पहली बार Republic Day के समारोह पर Chief Guest, Indonesia के राष्ट्रपति सुकाणू थे। – Speech on Republic Day in Hindi

👉 प्रत्येक वर्ष राजपथ में भारत का शौर्य एवं पराक्रम दुनिया देखती है, राजपथ में गणतंत्र दिवस मनाने की शुरुआत वर्ष 1955 में हुई थी। – 10 Lines on Republic Day in Hindi

👉 राजपथ में जब प्रथम बार वर्ष 1955 में गणतंत्र दिवस मनाया गया, तो उस वर्ष प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने अतिथि के रूप में पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद को बुलाया गया था। – 10 Lines Speech on Republic Day in Hindi

👉 विश्व के सर्वोच्च लिखित संविधान का निर्माण करने में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर समेत कई लोगों का अहम योगदान रहा है। हमारे संविधान को बनाने में कुल 2 वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा। – 5 Lines on Republic Day in Hindi

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Interesting Facts About Republic Day in Hindi

👉 संविधान की रूपरेखा तैयार करने तथा इसके निर्माण की इस प्रक्रिया में कुल मिलाकर ₹63, ₹96, ₹729 की लागत आई! – Few Lines on Republic Day in Hindi

👉 24 जनवरी 1950 के दिन जब संविधान सभा की अंतिम बैठक हुई, इसी दिन रात्रि 10:00 बजे भारत के प्रथम राष्ट्रपति के रूप में डॉ राजेंद्र प्रसाद को चुना गया। – Best Lines on Republic Day in Hindi

👉 भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को पहले गणतंत्र दिवस में राष्ट्रपति के सम्मान के तौर पर सेना द्वारा 21 तोपों की सलामी दी गई थी। – Some Lines on Republic Day in Hindi

👉 प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के मौके पर कुछ लोगों को भारत रत्न, कीर्ति चक्र जैसे अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। इन सभी पुरस्कारों की सूचना गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या के समय दे दी जाती है।

👉 भारतीय संविधान में मौजूद यह तीन अवधारणाएं समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व फ्रांसीसी संविधान से लिए गए हैं। इसके अलावा संविधान निर्माण के दौरान भारत ने ब्रिटेन आयरलैंड ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के संविधानों की मदद ली है।


Republic Day Facts in Hindi

  • भारत का राष्ट्रगान जन गण मन रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा बंगाली भाषा में गाया गया था! परंतु बाद में इसका हिंदी अनुवाद कर इसे भारत का राष्ट्रीय गान माना गया।
  • हमारे संविधान को पारित करते समय इसमें कुल 22 भाग 395 अनुच्छेद एवं 8 अनुसूचियां शामिल थी। परंतु वर्तमान समय में संविधान में 22 भाग 395 अनुच्छेद एवं 12 अनुसूचियां हैं।
  • भारतीय संविधान की 2 कॉपियां हैं, हिंदी तथा इंग्लिश में! लेकिन संविधान की यह दोनों ही कॉपियां हस्तलिखित (handwritten) हैं।
  • आपके लिये जानना दिलचस्प होगा कि भारत के लिखित संविधान की कोई भी प्रिंटेड कॉपी तैयार नहीं की गई है, भारतीय संविधान सिर्फ एक सुलेख है।
  • तिरंगा हमारा सम्मान है क्या आप जानते हैं! देश के झंडे को कभी भी जल में नहीं डुबोया जा सकता! इसके अलावा तिरंगे को जलाने या नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्ति को 3 वर्ष की जेल या फिर जुर्माना हो सकता है।
  • आजादी के 3 वर्ष बाद तक भी हमारे देश का कोई राष्ट्रगान नहीं था आजादी के उपरांत वर्ष 1950 मैं रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा रचित गान जन गण मन को भारत का राष्ट्रगान घोषित किया गया।

गणतंत्र दिवस भाषण 2022 रोचक तथ्य

  • देश के आजाद होने के पश्चात् वर्ष 1950 में 26 जनवरी की सुबह 10:18 पर भारतीय संविधान को पूरे भारत वर्ष के लिए लागू किया गया था।
  • क्या आप जानते है कि भीमराव अंबेडकर और अन्य लोगों ने जिस भारतीय संविधान की रचना की है उसमें कुल 448 आर्टिकल, 12 शेड्यूल और 97 संशोधन है।
  • भारतीय संविधान की रचना हाथों से की गई थी और भारतीय संविधान की जो मूल कॉपी है उसे एक हीलियम से भरे हुए बक्से में बंद करके आज भी दिल्ली में स्थित संसद भवन की लाइब्रेरी में रखा गया है।
  • देश के आजाद होने के बाद संविधान वर्ष 1950 में लागू हुआ था परंतु गणतंत्र दिवस के मौके पर सबसे पहली बार परेड का आयोजन साल 1955 मे नई दिल्ली के राजपथ में हुआ।
  • जैसा कि आप जानते है हमारे देश का राष्ट्रीय पक्षी मोर है और वर्ष 1963 में 26 जनवरी के दिन ही सरकार के द्वारा मोर को भारत का राष्ट्रीय पक्षी यानी की नेशनल बर्ड बनाया गया था।
  • नई दिल्ली में स्थित राजपथ से हर साल गणतंत्र दिवस की परेड चालू होती है और इस परेड की समाप्ति लाल किले पर जाकर के होती है। परेड में भारत की अलग-अलग सेना के द्वारा करतब दिखाए जाते हैं।
  • इंग्लिश और हिंदी भाषा में भारतीय संविधान को लिखा गया था और इन दोनों भाषाओं में ही इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन (Constitution of India) को हाथों से लिखा गया था।
  • 26 जनवरी के 1 दिन पहले रात के समय में भारत के राष्ट्रपति के द्वारा देश के लोगों को संबोधित किया जाता है जिसका लाइव टेलीकास्ट न्यूज चैनल के द्वारा किया जाता है।
  • देश के आजाद होने के बाद पहले राष्ट्रपति के तौर पर डॉ राजेंद्र प्रसाद को चुना गया था। जिन्होंने वर्ष 1950 में 26 जनवरी के दिन सुबह 10:20 पर राष्ट्रपति के पद पर शपथ को ली थी।
  • गणतंत्र दिवस के मौके पर जो झांकियां राजपथ पर निकलती है उनके चलने की रफ्तार 5 किलोमीटर प्रति घंटे होती है, ताकि लोग साफ तौर पर झांकियों को देख सकें।

पहला गणतंत्र दिवस कैसे मनाया गया था?

हर साल देशवासियों द्वारा गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। लेकिन कुछ लोगों के जेहन में यह सवाल आता है कि आखिर किस तरह देश में पहली बार गणतंत्र दिवस मनाया गया था?

पहले गणतंत्र दिवस के परेड की शुरुआत राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा गणतंत्र दिवस के मौके पर किए गए झंडारोहण के साथ शुरू हुई। कुछ क्षण पश्चात राष्ट्रपति को तोपों की सलामी देकर पूरा आसमान गूंज उठा। बता दे उस समय गणतंत्र दिवस की परेड पुराना किला के सामने बनाई गई ब्रिटिश स्टेडियम में होती थी। वर्तमान में दिल्ली में पुराना किला के स्थान पर चिड़िया घर बना हुआ है। और जहां पर ब्रिटिश स्टेडियम था उसके स्थान पर नेशनल स्टेडियम है। देश में पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर उस समय देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू भी उपस्थित थे।

हालांकि आज जिस तरह गणतंत्र दिवस का भव्य आयोजन हमें देखने को मिलता है ऐसी स्थिति पहले नहीं थी। लेकिन गणतंत्र राष्ट्र होने का गर्व हासिल करने वाले हमारे देशवासियों के लिए यादगार के पल जरूर थे। उस समय न तो झांकियां निकाली गई, ना आज की तरह आसमान में हवाई करतब दिखाते बड़े विमान थे। लेकिन वर्तमान की तरह ही देश में जब पहली बार गणतंत्र दिवस मनाया गया तो उसमें जल, थल, वायु सेना की कुछ टुकड़ियों ने इस परेड में हिस्सा लेकर देश में आजादी का बिगुल बजाया। इसके साथ-साथ उस समय के छोटे हवाई विमान भी गणतंत्र दिवस समारोह में चार चांद लगाने के लिए करतब दिखाते नजर आए।

बता दें वर्ष 1950 में जब पहली बार गणतंत्र दिवस मनाया गया तो यह दिल्ली के राजपथ पर नहीं बल्कि ब्रिटिश स्टेडियम पर मनाया गया था।

वायसराय भवन जिसे आज हम राष्ट्रपति भवन के नाम से जानते है, उसे देश के पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर खूब सजाया गया था। दिल्ली के निजी एवं सार्वजनिक भवन इस मौके पर लाइटों से जगमगा गए थे। उस समय के लोग बताते है कि दिल्ली का अंदाज उन्होंने पहले कभी न देखा था जो कि पहले गणतंत्र दिवस में उन्हें देखने को मिला था। इसके साथ ही पहले गणतंत्र दिवस के इस मौके पर सबसे चर्चा का विषय था राष्ट्रपति भवन में होने वाला रात्रि भोज जिसमें पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, राजेंद्र प्रसाद जैसे कुछ प्रमुख चेहरे शामिल थे जो उस समय भारतीय राजनीति के केंद्र बिंदु थे।


इंडिया का पूरा नाम क्या है?

बता दें कि इंडिया का वैसे तो कोई ऑफिशियल फुल फॉर्म नहीं है परंतु जैसा कि आप जानते है कि, हमारे भारत देश के लोग काफी जुगाड़ू होते है और वह अपने हिसाब से किसी भी चीज का कुछ ना कुछ नाम अवश्य रखते है। इस प्रकार अगर मनगढ़ंत भारत के फुल फॉर्म के बारे में बात की जाए तो वह कुछ इस प्रकार से होता है।

Indian Ka Full Form

I Independent
N Nation
D Declared
I In
A August

ऊपर जो India का फुल फॉर्म दिया गया है, उसे किसी भी प्रकार से इंडिया का ऑफिशियल फुल फॉर्म नहीं कहा जाता है, क्योंकि यह फुल फॉर्म इंडिया के कुछ लोगों के दिमाग की उपज है। इसके अलावा बता दें कि इंडिया को हिंदी में आर्यव्रत, भारत या फिर हिंदुस्तान कहा जाता है। सबसे पहले इंडिया को आर्यव्रत कहा जाता था, उसके बाद इंडिया को भारत और बाद में हिंदुस्तान कहा जाने लगा और अंग्रेजी में इंडिया को इंडिया ही कहते हैं।


लोकतंत्र और गणतंत्र में क्या अंतर है?

  1. लोकतंत्र का मतलब प्रजातंत्र होता है, जिसके अंतर्गत लोग अपने वोट का इस्तेमाल करके अपनी पसंदीदा सरकार का चुनाव करते हैं। इसके अलावा लोकतंत्र में लोगों को अपनी बात को बिना किसी दबाव में आए हुए खुलकर रखने का अधिकार होता है।
  2. लोकतांत्रिक देश में सभी धर्मों के लोगों को अपने अपने धर्मों का पालन करने का अधिकार होता है। इसके अलावा भी उन्हें कई अधिकार प्राप्त होते हैं।
  3. गणतंत्र की व्याख्या की जाए तो इसका मतलब जनता के द्वारा जनता का शासन होता है। हमारा इंडिया साल 1950 में 26 जनवरी के दिन गणतांत्रिक देश के तौर पर निकल कर के सामने आया था और तब से ही हर साल हमारे देश में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है। यही वह दिन भी है जिस दिन हमारा इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन लागू हुआ था।

15 अगस्त और 26 जनवरी में क्या अंतर है?

जैसा कि आप जानते है कि कई लोग 15 अगस्त और 26 जनवरी को एक समान ही मान लेते हैं। हालांकि इनमें बहुत ज्यादा डिफरेंस है।

»» 15 अगस्त वह दिन है जब हमारे प्यारे देश को अंग्रेजों के चंगुल से आजादी मिली थी अर्थात 15 अगस्त का दिन हमारे देश का स्वतंत्रता दिवस होता है। 15 अगस्त के दिन पूरे इंडिया में बड़े धूमधाम से इंडियन इंडिपेंडेंस डे को सेलिब्रेट किया जाता है जिसके अंतर्गत कई कार्यक्रम पूरे देश भर में आयोजित होते हैं।

»» वही बात करें अगर 26 जनवरी की तो 26 जनवरी वह दिन है, जब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा निर्मित भारतीय संविधान को इंडिया में लागू किया गया था। इस प्रकार अब हमें लगता है कि आपको यह पक्का पता चल गया होगा कि 15 अगस्त और 26 जनवरी में क्या अंतर होता है?


10 Lines on Republic Day in Hindi 2022

गणतंत्र दिवस की महत्वता एवं इसके इतिहास का अगर हम कुछ पंक्तियों में वर्णन करें तो कुछ इस प्रकार होंगी।

गणतंत्र दिवस पर 10 लाइनें

  1. गणतंत्र दिवस को संविधान दिवस के तौर पर भी संबोधित किया जाता है।
  2. भारत में गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व के तौर पर मनाया जाता है इस मौके पर पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश होता है।
  3. यह दिवस भारत की एकता और अखंडता को दर्शाता है क्योंकि इस दिन सभी जाति, धर्म के लोगों द्वारा झंडारोहण कर यह दिन मनाया जाता है।
  4. देश कि सभी विद्यालयों, शिक्षण संस्थानों तथा सार्वजनिक स्थानों पर गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
  5. 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू हुआ तभी से प्रतिवर्ष 26 जनवरी का दिन गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
  6. देश का संविधान पूरी दुनिया में सबसे बड़ा लिखित संविधान है, इसलिए भारत को सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भी कहा जाता है।
  7. देश का संविधान नागरिकों को अधिकार देने से लेकर उनके अधिकारों की सुरक्षा प्रदान करता है।
  8. भारत में गणतंत्र दिवस मनाने की यात्रा कई वर्षों पुरानी है इसकी शुरुआत वर्ष 1930 में पूर्ण स्वराज दिवस को मनाने के साथ हुई थी।
  9. गणतंत्र दिवस हमें उन महान स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों की याद दिलाता है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए कड़ा संघर्ष किया।
  10. गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के राजपथ पर परेड आयोजित की जाती है, झांकियां निकलती है, तथा भारतीय सेना का पराक्रम देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उपस्थित होते हैं।

Republic Day Parade 26th January 2022

26 जनवरी परेड: हमारे देश में संविधान को देश की आत्मा कहा जाता है, इसलिए प्रतिवर्ष संविधान के सम्मान हेतु भारत में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भारत की राजधानी दिल्ली में प्रतिवर्ष राजपथ पर परेड निकाली जाती हैं। लाल किले से माननीय प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति द्वारा भाषण दिए जाते है, छात्रों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाते है जबकि कई लोगों को उनके अदम्य साहस की वजह से बहादुरी मेडल वितरित किए जाते हैं। इस दिन विभिन्न राज्यों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है जिसे देखने के लिए भारी संख्या में लोग एकजुट होते है।

राजपथ पर ठंड के मौसम में भी प्रातः 4-5 बजे से ही लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो जाती है। और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात रहते हैं।

इस दिन राष्ट्रपति को राजपथ पर भारतीय सेना द्वारा सलामी दी जाती है, जबकि विभिन्न राज्यों में राज्यपाल सेना की सलामी लेते हैं। वहीं इस मौके पर भारत के सभी स्कूलों में झंडारोहण होता है, रैलियां निकाली जाती है, मिष्ठान बांटे जाते है तथा धूमधाम से भारतवर्ष में एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में इस दिन को मनाया जाता है।


ऐसे करें शुरुआत रिपब्लिक डे भाषण की | 26 January 2022 Republic Day Speech in Hindi

यदि आपको स्कूल में रिपब्लिक डे के विषय पर भाषण देने का अवसर मिला हो और आप यह चर्चा कर रहे है कि किस तरीके से एक अच्छी स्पीच तैयार की जाए तो नीचे दिए गए बिंदु आपको मंच पर 26 जनवरी पर भाषण की तैयारी करने में मदद करेंगे।

स्टेज पर पहुंचने के बाद सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दे! उसके बाद आदरणीय अध्यापक, सहपाठियों को सुबह का नमस्कार करें तथा सभा में उपस्थित उन अध्यापकों का आभार व्यक्त करें जिन्होंने आपको स्टेज पर गणतंत्र दिवस के विषय पर बोलने का अवसर दिया है।

Republic Day 26 January 2021 Speech in Hindi

आज हम सभी गणतंत्र दिवस मना रहे है। यह देश के प्रत्येक नागरिक के लिए एक गौरव और सम्मान की बात है कि हम एक लोकतांत्रिक देश में रहते हैं जहां सभी लोगों को समान रूप से संविधान द्वारा अधिकार प्रदान किए गए हैं। आजादी की क्रांति में अनगिनत लोगों की कुर्बानी और संघर्ष के बाद हमें 15 अगस्त 1947 को 200 वर्षों से भी अधिक अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली। लेकिन असल मायने में नागरिकों को उनके अधिकार 26 जनवरी 1950 को मिले जब भारत अधिनियम एक्ट को हटाकर भारतीय संविधान को लागू किया गया।

स्वतंत्र राष्ट्र के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद थे, आजादी के समय देश के सामने चुनौती थी गरीबी, भुखमरी, अशिक्षा से निपटने और देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी। परंतु इन हालातों से उतरते हुए आज हमारी अर्थव्यवस्था विकास के राह पर है।

भावी युवा होने के नाते हम सभी छात्रों का कर्तव्य बनता है कि हम देश के लिए कुछ अच्छा सहयोग कर सकें। अपने माता-पिता, गुरुजनों का आदर करें क्योंकि एक अच्छे राष्ट्र की पहचान वहां के युवाओं तथा छात्रों से ही होती है। अतः इस गणतंत्र दिवस के मौके पर हमें चाहिए कि हम देश को सही रास्ते पर ले जाएं इसलिए भारत के सुनहरे भविष्य की कामना हेतु हम सभी एक साथ मिलकर बोलते है जय हिन्द वंदे मातरम्। धन्यवाद


2021 में गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि कौन होंगे?

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री Boris Johnson को (2021) में बतौर मुख्य अतिथि गणतंत्र दिवस के मौके पर बुलाया गया है।

राजनयिक सूत्रों के अनुसार नवंबर माह में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के बीच हुई वार्तालाप के अनुसार बोरिस जॉनसन अगले वर्ष 2021 में गणतंत्र दिवस के जश्न में शामिल हो सकते हैं। हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा इस खबर पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है और अंतिम फैसला लंदन से आना बाकी है।

कहा जा रहा है बोरिस के भारत आने की इच्छा काफी समय से है। चूंकि कोरोना वायरस का प्रभाव अभी भी भारत में है और कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या भारत में बढ़कर एक करोड़ हो चुकी है। अतः ऐसे में 2021 का गणतंत्र दिवस कैसा होगा? कौन से मुख्य अतिथि होंगे? इस समारोह को लेकर अभी तक कोई भी स्पष्टता सामने नहीं आई है। लेकिन इतना जरूर है कि अन्य विकसित देशों की तरह ही भारत के ब्रिटेन के साथ मधुर संबंध रहे हैं। और 27 नवंबर को पीएम मोदी और ब्रिटेन प्रधानमंत्री के बीच हुई फोन कॉल में कोरोना महामारी की चर्चा तथा एक दूसरे देशों के सहयोग पर बातचीत हुई।


Indian Republic Day 2020 Chief Guest

2020 में गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि कौन होंगे?

वर्ष 2020 में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर ब्राजील के राष्ट्रपति Jair Bolsonaro (जेयर बोलसोनारो) भारत आए थे। आपको बता दें की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान जेयर बोल्सोनारो को गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत आने के लिए आमंत्रित किया था और गर्व की बात है कि खुशी-खुशी उन्होंने यह आमंत्रण स्वीकार कर लिया था। जो दर्शाता है कि भारत और ब्राज़ील के बीच आज भी सौहार्द रिश्ते कायम है! इसलिए ब्राजील को भारत का एक मित्र देश माना जाता है।

जेयर बोलसोनारो ने वर्ष 2018 के चुनाव में 55% वोट से जीत दर्ज की थी और उन्हें ब्राजील के राष्ट्रपति चुना गया। हालांकि जेयर बोलसोनारो का नाता विवादों से भी खूब रहा है। हाल ही में चुनाव प्रचार के दौरान सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार करने के दौरान उन पर चाकू से हमला किया गया था जिससे उनके पेट पर जख्म के निशान हो गए थे।

Jair Bolsonaro Interesting Facts in Hindi
Jair Bolsonaro Interesting Facts
Jair Bolsonaro Interesting Facts
  1. राष्ट्रपति होने से पूर्व जेयर बोल्सनारो ब्राजील की Army के कैप्टन रह चुके हैं। अर्थात वे एक रिटायर्ड मिलिट्री ऑफिसर है।
  2. 63 वर्षीय जेयर बोल्सनारो नस्लवाद, गर्भपात, समलैंगिकता जैसे विषयों पर सख्त कानूनों को लागू करने में जरा भी नहीं हिचकते। इसलिए उन्हें ‘ब्राजील का ट्रंप’ भी माना जाता है।
  3. जेयर बोलसोनारो जनवरी 2019 से ब्राजील में राष्ट्रपति का कार्यकाल सम्भाल रहे हैं।

तो साथियों आज के इस लेख को यहीं समाप्त करते है। उम्मीद है आपको 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के तथ्य की जानकारी पसंद आई होगी। इसके अलावा कोई भी आपका सवाल हो तो टिप्पणी बॉक्स में पूछ सकते हैं, साथ ही इस जानकारी को सोशल मीडिया पर भी जरूर शेयर करें।

26 January Republic Day Information in Hindi

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