बारकोड क्या है, इसको किसने बनाया अथवा यह कैसे काम करता है ?
नमस्कार, HimanshuGrewal.com पर आप सभी का स्वागत है| आज हम आपको बारकोड क्या है ? बारकोड को किसने बनाया, इसका इस्तमाल कहाँ होता है आदि जैसी जानकारी के विषय में चर्चा करेंगे| इसके लिए आपको बस एक छोटा सा काम करना है लेख को शुरू से अंत तक पढ़ना है.
बारकोड क्या है – What is Barcode in Hindi
आपने बिस्कुट, तेल क्रीम, पाउडर, साबुन, टूथपेस्ट आदि सामानों पर काली समानांतर खड़ी लाइन्स देखी होंगी जिस में साथ में कुछ नंबर भी लिखे रहते है| टेक्निकल भाषा में इनको ही बार कोड कहते है.
इन कोड्स से प्रोडक्ट के बारे में सारी जानकारी मिलती है जैसे की प्रोडक्ट कब बना है, उसकी कीमत क्या है, किस देश में बना है, किस कंपनी ने बनाया है, शाकाहारी है या मांसाहारी है या कोई मेडिसन है.
बारकोड (Barcode) एक विशेष प्रकार का कोड होता है जिसमें पतली और मोटी लाइनों की एक सीरीज होती है इन लाइनों को बार (bar) कहा जाता है|
इसकी जो कोडिंग होती है| वह लाइन की लंबाई से नहीं लाइन की मोटाई से होती है| साथ में कुछ नंबर भी लिखे होते है| ये मिल कर एक कोड जनरेट करते है इसे ही बारकोड कहते है.
बारकोड को किसने बनाया था – Inventor Of Barcode Reader
बारकोड को बनाने का श्रेय नारमन जोसेफ वुडलैंड (Norman Joseph Woodland) को है| इन्होने 1949 में इसे बनाया था तब इस विधि का नाम उन्होंने “Classifying Apparatus and Method” रखा गया था.
बारकोड क्या है और बारकोड को कैसे पढ़ते है ?
इस कोड को पढ़ने के लिए जिस उपकरण का इस्तमाल किया जाता है उसे बारकोड रीडर (Barcode Reader) कहते है |
आपने देखा होगा जब हम किसी मॉल में कोई प्रोडक्ट खरीदने जाते है तो कॅश काउंटर पर बैठा व्यक्ति बारकोड रीडर को उस प्रोडक्ट पर अंकित बारकोड के उपर ले जाता है| उससे एक लाइट बीम निकलती है और बारकोड पर पडती है.
बारकोड रीडर (Barcode Reader) में एक लेजर बीम लगी होती है जो लाइन और स्पेस में रिलेशंस के द्वारा कोड को डिजिटल डाटा में बदल देती है और बारकोड रीडर इस को सूचना कंप्यूटर में ट्रान्सफर कर देता है जिस से ये पता चल जाता है की वो प्रोडक्ट क्या है, किस कंपनी का है, कितनी कीमत का है, कब का बना है आदि|
आपको रसीद दे दी जाती है | बाद में कंपनी को ये इनफार्मेशन फॉरवर्ड कर दी जाती है.
बारकोड कितनी तरह के होते है – How Many Types Of Barcode in Hindi
यह मुख्यत : दो तरह के होते है|
- रेखाकार बारकोड (Linear Barcode) या एकविमीय बारकोड (1 Dimensional Barcode)
- द्विविमीय बारकोड (2 Dimensional Barcodes) या 2D बारकोड (इसे QR कोड भी कहा जाता है जिसका पूरा नाम Quick Response है)
Difference Between 1D Barcode and 2D Barcode in Hindi
एकविमीय बारकोड – (1 Dimensional Barcode) | द्विविमीय बारकोड – (2 Dimensional Barcodes) | |
डिजाईन | इनका डिजाईन या आकार लम्बा होता है | यानी इनमे समांतर लाइन्स लम्बाई में होती है| | इनका डिजाईन Square Shape में होता है| |
स्टोरेज क्षमता | इसमें डेटा को स्टोर करने की क्षमता कम होती है | | इस में बड़ी-बड़ी फाइल्स और विडियो भी स्टोर हो जाते है| |
स्कैन की दिशा | इसे एक दिशा से ही स्कैन किया जा सकता है| | इसको किसी भी दिशा से स्कैन कर सकते है| |
स्कैनर/रीडर | इस बारकोड को रीड करने के लिए रीडर स्कैनर की जरूरत होती है| | इसे आप किसी भी एंड्राइड फ़ोन से भी स्कैन कर सकते है| |
उदाहरण : | इसका इस्तमाल साबुन, क्रीम आदि पर होता है| | इसका इस्तमाल आपने PayTM पर देखा होगा| |
बारकोड को कौन आवंटित करता है – Barcode Information in Hindi
GS1 (Global Standards One) एक गैर-लाभकारी, वैश्विक इकाई है जो पूरे विश्व में बार कोड का प्रबंधन और मानकीकरण करता है|
GS 1 मानकों को सेट करता है और खुदरा विक्रेताओं, निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं द्वारा उपयोग किए जाने वाले बारकोड मानक का प्रबंधन करता है.
लगभग दो मिलियन कंपनियां खुदरा और उपभोक्ता के सामान (तेल, शेम्पू आदि ), खाद्य, हेल्थकेयर, परिवहन आदि जैसे 20 उद्योगों में काम कर रही है|
दुनिया भर में कम्पनीज, GS 1 System Standards का उपयोग कर रहे हैं। यह बारकोड जारी करने को नियंत्रित करता है जिसे दुनिया में कहीं भी स्कैन किया जा सकता है.
भारत में, GS1 India की स्थापना वर्ष 1996 में भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, वाणिज्य और उद्योग के प्रमुख चैंबर के गैर-लाभकारी संगठन के रूप में की गई थी। GS1 Global के सहयोगी के रूप में, GS 1 india भारत में GS1 बारकोड को प्रशासित और आवंटित करता है.
भारत में बारकोड प्राप्त करने की प्रक्रिया क्या है ? (बारकोड कैसे निकाले)
GS 1 India को आवश्यक शुल्क के साथ निम्नलिखित दस्तावेज जमा करके भारत में बारकोड आसानी से प्राप्त किया जा सकता है|
बारकोड प्राप्त निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने पड़ते है जो इस प्रकार है-
- Gs1 INDIA पंजीकरण फॉर्म “उत्पाद वर्गीकरण शीट” (Product Classification Sheet) को विधिवत भरे और हस्ताक्षरित करे उत्पाद श्रेणियों को हाइलाइट करे|
- GS 1 India को आवंटन के लिए Request Letter लिखे|
- बैलेंस शीट की फोटोकॉपी|
- प्रोप्राइटर (Proprietor) की PAN Card Copy.
- आवेदक कंपनी की स्थिति का प्रमाण|
- मालिकियत फर्म के लिए – वैट पंजीकरण प्रमाणपत्र, साझेदारी फर्म के लिए – वैट पंजीकरण प्रमाणपत्र / भागीदारी विलेख, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी / लिमिटेड कंपनी के लिए-निगमन का प्रमाणपत्र| (For Proprietorship firm – VAT Registration Certificate; For Partnership firm – VAT Registration Certificate / Partnership deed; for Private Limited Company / Limited Company – Certificate of Incorporation).
बारकोड के फायदे क्या है – Barcode Scanner Benefits in Hindi
1). शुद्धता (Accuracy)
स्वचालित डेटा प्रविष्टि के कारण, मैन्युअल त्रुटियां रिमूव हो जाती है.
2). समय की बचत
मैन्युअल डेटा प्रविष्टि में लिया गया समय काफी अधिक होता है। लेकिन इससे समय की बचत हो जाती है| Barcode Reader तुरंत सूचना को कंप्यूटर में सेव कर देता है.
3). इसका इस्तमाल आसान है
बार-कोडिंग सिस्टम का उपयोग करना आसान है और यहां तक कि सीखना भी आसान है.
4). कम लागत
चूंकि डेटा प्रविष्टियों को बेहतर सटीकता के साथ किया जा सकता है, ऑपरेटर और अन्य स्टाफ की आवश्यकता कम हो जाती है जिससे उनको दी जाने वाली सैलरी की बचत हो जाती है.
बारकोड क्या है और इसका उपयोग कहाँ होता है ?
1. विनिर्माण – Manufacturing
- उत्पादों को ट्रैक करने के लिए|
- कम स्टॉक स्तर पर स्वचालित अलर्ट के लिए|
- उत्पादन की कमी पर तत्काल नोट प्रदान करना|
- अनुपालन लेबलिंग (Compliance Labeling) – रसायन सुरक्षा, आवश्यक ट्रैकिंग कार्य के लिए|
- कार्य-इन-प्रोग्रेस डेटा को कंप्यूटर पर किसी भी समय एकत्र किया जा सकता है|
- कर्मचारियों का समय और उपस्थिति के लिए|
2. गोदाम / वितरण – Warehousing / Distribution
- इनकमिंग / आउटगोइंग शिपमेंट्स को अधिक तेज़ी से और सटीक लॉग इन के लिए|
- सूची नियंत्रण – स्वचालित रूप से सूची डेटाबेस, मूल्य और स्टॉक जांच के लिए|
- गोदाम में विशिष्ट वस्तुओं का स्थान ट्रैक के लिए|
3. कार्यालयों
- फ़ाइल प्रबंधन (File Management) के लिए|
- भौतिक संपत्तियों को ट्रैक करना (डेस्क, कंप्यूटर, कार्यालय सामान, आदि)|
- बारकोड इंटर-ऑफिस / इंटर-कंपनी डिलीवरी विशेष रूप से महत्वपूर्ण दस्तावेजों को ट्रैक करने के लिए उपयोग किया जाता है|
4. खुदरा / आतिथ्य – Retail / Hospitality
- POS Terminals पर उत्पाद का चेकआउट।
- एयरलाइन में सामान टैग / बोर्डिंग पास, आदि कार्य बहुत जल्दी परेशानी मुक्त करने के लिए|
5. सुरक्षा – Security
- लोगों के मूवमेंट को ट्रैक करने के लिए Access Control Systems में बारकोड लेबल वाले कार्ड का उपयोग किया जाता है|
6. हेल्थकेयर – Healthcare
- दवाएं, उपकरण, यंत्र।
- समाप्ति तिथि की पहचान।
- रक्त बैंकिंग – रक्त समूह, समाप्ति तिथि, दाता ट्रेसिबिलिटी।
7. पुस्तकालय – Library
- दस्तावेजों और पुस्तकों की ट्रैकिंग के लिए ।
- स्टॉक सत्यापन के लिए|
आज मैंने आपको बारकोड क्या है, इसको किसने बनाया, इसका कहाँ इस्तमाल होता है, इसको भारत में कैसे प्राप्त करते है आदि जानकारी हासिल दी है.
कितना अजीब लगा ना जान कर की ये सिर्फ समांतर दिखने वाली लाइन्स कितने काम आती है कितने काम आसानी से कर देती है ?
आपको एक जानकारी चलते-चलते और दे दू की बारकोड सिर्फ काली लाइन्स में ही नही होता है बल्कि रंगीन भी होते है.
उम्मीद है आज की जानकारी आपको पसंद आई होगी | कमेंट बॉक्स में कमेंट कर बारकोड से सम्बन्धित कोई भी आपका प्रशन हो तो पूछ सकते है|
बारकोड क्या है की जानकारी अच्छी लगी हो तो सोशल मीडिया पर शेयर करना ना भूले| “धन्यवाद”
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bahot hi sundar janakari aapane barcode ke bare me detail me di hai thank you
Nice information thank u!!
Baar Code बहुत से लोगों को इस बारे में पता नही है की बार कोड क्या है? और यह कैसे work करता है ? लेकिन, आपने इस पोस्ट में बार कोड से जुड़ी सभी जानकारी को बताया । और साथ ही बार कोड के history को भी बहुत ही अच्छे ढंग से समझाया जो कि लोगों को लिए काफी मददगार है । इस बेहतरीन लेख को लोगों से साझा करने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !!
Bar code ke bare mein samjhane ke liye thanks
Nice ..hello bhai hame bhi bar cord banwani hai..pls help me..my no 8877430415
आप gs1india.org पर जाकर बारकोड के लिए आवेदन दे सकते हो|
बारकोड बनवाते समय टर्न ओवर करोडों में मांगते है । क्या 5 लाख के टर्न ओवर वाले भी बारकोड के लिए आवेदन कर सकते हैं ।