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Children's Day Speech in Hindi For Teachers and Student

Welcome Speech For Children’s Day By Teacher in Hindi

बाल दिवस के शुभ अवसर पर आज मैं आपके साथ New Children’s Day Speech in Hindi Language में प्रस्तुत करने जा रहा हूँ जिसको आप बाल दिवस के दिन भाषण के रूप में बोल सको।

Children’s Day Hindi Speech को शेयर करने से पहले क्या आपको बाल दिवस त्यौहार का महत्व पता है?

अगर आपको बाल दिवस (चिल्ड्रेन डे) के बारे में ज्यादा जानकारी नही पता की बाल दिवस क्यों मनाया जाता है तो सबसे पहले हम इसके बारे में थोड़ी चर्चा कर लेते है उसके बाद हम बाल दिवस पर भाषण पढ़ेंगे।

बाल दिवस के लिए भाषण और बाल दिवस पर निबंध

भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु जी के जन्म दिवस के दिन यानी की 14 नवंबर को पूरे भारत में children’s day (बाल दिवस) मनाया जाता है। वहीं 1 जून को हम International Children’s Day के रूप में मनाते है, साथ ही 20 नवंबर को Universal Children’s Day भी मनाया जाता है।

यह उत्सव पूरे भारत में धूम-धाम से मनाया जाता है, यह त्यौहार हम बच्चों के शिक्षा के अधिकार के विषय में लोगों को जागरूक करने के लिए मनाते हैं। बाल दिवस मनाने की खास वजह महान नेताओं को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ देश भर के बच्चों की स्थिति में सुधार लाना है। बच्चे जवाहर लाल ननेहरू जी को प्यार से चाचा नेहरू कह कर बुलाते थे और नेहरू जी भी उनसे बहुत प्यार करते थे। एक बड़े व्यक्ति और नेता होने के बाद भी बच्चों से मिलते थे और उनसे बातें करते थे और सिर्फ वहीं उसी एक भाव के कारण उनके जन्म दिन को बाल दिवस के रूप में भारत में मनाया जाता है।

इस दिन को राष्ट्रीय तौर पर लगभग सभी स्कूलों और कॉलेजों में धूम धाम से मनाया जाता है, यह दिन स्कूल में खासकर बच्चों को ढेर सारी खुशियाँ देने के लिए मनाया जाया है। इस दिन सभी स्कूल खुले रहते है और स्कूलों में कई प्रकार के आयोजन और सांस्कृतिक प्रोग्राम भी होते हैं, यह सभी प्रोग्राम खासकर शिक्षकों द्वारा अपने छात्रों के लिए आयोजित करते हैं। इसमें तरह-तरह के प्रोग्राम जैसे भाषण देना, गीत गाना, नृत्य, चित्रकला, प्रश्नोत्तरी, कहानी प्रस्तुति, वाद-विवाद प्रतियोगिता, कविता या फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित किये जाते है। इन प्रतियोगिताओं में जितने वाले बच्चों या विद्यार्थियों को स्कूल प्रशासन द्वारा पुरस्कृत किया जाता है।

बच्चे देश का मूल्यवान संपत्ति है और वहीं भविष्य के लिए आशा हैं, देश के सभी लोग बच्चों के स्थिति के विषय में अच्छे से सोचें यह सोच कर चाचा नेहरू ने अपने स्वयं के जन्म दिन को Children’s Day (बाल दिवस) मनाने के लिए चुना था।

चलिए दोस्तों, अब हम Hindi Speech on Children’s Day 2021 पर गौर फरमाते है, और मैं आपको बता दूँ की इस पोस्ट में हमने आसान शब्दों में Bal Diwas Speech in Hindi Language में तैयार किया है। मुझे यकीन है कि इस पोस्ट से स्कूल के छात्रों को बाल दिवस पर प्रतियोगिताओं में ज़रूर मदद मिल सकता है। तो आइये अब चिल्ड्रेन डे स्पीच पढ़ते हैं-

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Content in this article…

  1. 14 November Children’s Day Speech in Hindi For Students
  2. 14 November 2021 Speech in Hindi
  3. Speech on Children’s Day 2021 in Hindi
  4. Bal Diwas Par Bhashan
  5. Welcome Speech For Children’s Day Celebration in Hindi
  6. Happy Children’s Day Speech in English For Kids
  7. Jawaharlal Nehru Speech For Children’s Days

Importance of Children’s Day Speech in Hindi For Teachers and Student

Speech on Children's Day in Hindi
Happy Children’s Day 2021 Speech in Hindi

आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, अध्यापकगण और मेरे प्यारे मित्रों, आप सभी को मेरी तरफ से शुभ प्रभात!

यह हम सभी के लिए बहुत ही ख़ुशी की बात है की आज हम सब आज बाल दिवस के अवसर पर यहाँ एकत्रित हुए हैं.

इस शुभ अवसर पर बाल दिवस के विषय में अपने कुछ विचार आप सबके साथ व्यक्त करना चाहता हूँ, मुझे यकीन है की आप मेरी बातों पर जरूर गौर फरमाएंगे.

यह तो आप सभी जानते हैं की बच्चे इस समाज और घर की खुशियाँ हैं और साथ ही वह देश का उज्ज्वल भविष्य भी हैं.

हमें बच्चों के महत्व को उनके माता-पिता, शिक्षक और जीवन के अन्य सभी लोगों के साथ भागीदारी को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए.

बच्चों के बिना यह जीवन पूरी तरीके से बोरिंग है, बच्चों का दिल बहुत ही साफ़ होता है उनके हर बात में सच्चाई छलकती है.

बाल दिवस प्रतिवर्ष बच्चों को सम्मान और शुक्रिया देने के लिए मनाया जाता है| यह उत्सव अन्य-अन्य देशों में अलग-अलग तारीखों में मनाया जाता है.

भारत में हर साल हम 14 नवम्बर को हमारे प्रथम प्रधानमंत्री, महान स्वतंत्रता सेनानी, पंडित जवाहरलाल नेहरु के जन्म दिवस पर मनाते हैं.

वह एक राजनीतिक नेता थे जो बच्चों के साथ बहुत समय बिताते थे और बच्चों के भी प्यारे थे मतलब यह है की बच्चे उन्हें बहुत पसंद भी करते थे|

बाल दिवस पर बच्चे ढेर सारी खुशियाँ मनाते हैं, यह दिन हमको बच्चों के प्रति हमारे प्रण को याद दिलाता है जो हमने बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य, शिक्षा और अच्छे जीवन के लिए लिया था.

बच्चे मजबूत राष्ट्र के लिए निर्माण ब्लाक के जैसे काम आते हैं, बच्चे होते तो छोटे हैं पर उनमें ही देश को सकारात्मक तरीके से आगे ले जाने की क्षमता होती है.

बाल दिवस के कारण हमें बच्चों के सही अधिकारों के विषय में पता चलता है और इसी वजह से उन्हें सही सुविधाएँ मिल रही हैं या नहीं यह भी मालूम होता है.

बच्चे ही कल के नेता हैं इसलिए उनको सम्मान, सही देखभाल, माता पिता से सुरक्षा मिलना चाहिए|

आज हम आपको बच्चों के कुछ अधिकारों के विषय में बताने जा रहे हैं-

Few Lines on Children’s Day in Hindi

Children's Day Speech in Hindi
10 Lines on Children’s Day in Hindi
  1. बच्चों को उनके माता-पिता से सही देखभाल और प्यार मिलना चाहिए|
  2. बच्चों को स्वस्थ और पोषक खाना, साफ-सुथरे कपडे और सुरक्षा मिलना चाहिए|
  3. बच्चों को स्वस्थ खुले मन से रहने का वातावरण मिलना चाहिए तथा मनोरंजन की सुविधा भी मिलनी चाहिए|
  4. बच्चों को पूर्ण रूप से शिक्षा मिलनी चाहिए|
  5. अपांग और बीमार बच्चों को अच्छा देखभाल मिलना चाहिए|

चलिए हम सब हाथ से हाथ मिला कर कसम खाएं कि हम अपने देश के उज्जवल भविष्य के नेताओं का अच्छे से देखभाल और उनका सम्मान करेंगे ताकि जिससे हम एक सुन्दर देश के निर्माण में कुछ मदद कर सकें.

दोस्तों मुझे आशा है कि आपको इन दोनों प्रश्नों के उत्तर जरूर मिल गये होंगे-

क देश के नागरिक होने के साथ-साथ आपको ज़रूरी है की आप कुछ अपना रोल भी निभाए|

Happy Children’s Day Speech in Hindi For Teachers 2021

Happy Children's Day Speech in Hindi For Teachers
Chacha Nehru Speech in Hindi

शुभ प्रभात…

आज 14 नवंबर के दिन पूरे भारत में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। हम भारतीय आज देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिन मनाते हैं.

बच्चों के लिए उनका शौक और उनके साथ गहरा संबंध पौराणिक है.

स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में, घरों में, और परिवारों में बच्चों को मनाना हमारे राष्ट्र के लिए चाचा नेहरू और उनके दृष्टिकोण का सम्मान करने का एक तरीका है, जो हमारे युवाओं के कंधों पर दृढ़ता से टिका हुआ है.

यह हमारे देश के बच्चों के उत्साह और आकांक्षाओं के माध्यम से है, हम भारतीय समाज के गौरव को प्राप्त करने का प्रबंधन कर सकते हैं.

बाल दिवस मजेदार दिन है क्योंकि इस दिन स्कूल / संस्थान जैसे देश में कई अन्य बच्चों के लिए कई मनोरंजक कार्यक्रम और रोमांचक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है।

न केवल पंडित नेहरू एक महान विश्वासपात्र और बच्चों के मित्र थे, उन्होंने न केवल उज्ज्वल युवा दिमागों की संगति में अपना समय बिताया, बल्कि उन्होंने इस देश के माता-पिता और शिक्षकों के लिए एक अच्छा उदाहरण भी प्रस्तुत किया.

नेहरू जी ने प्रदर्शित किया कि हमने जो भी अवरोध बनाए हैं, वह केवल हमारे दिमाग में हैं।

1928 की गर्मियों की शुरुआत थी, नेहरू जी कांग्रेस के काम में भाग लेने में व्यस्त थे और पूर्ण स्वराज के लिए आह्वान एक नवजागरण था।

उनकी 10 वर्षीय बेटी इंदिरा मसूरी में पढ़ रही थी और यह मोबाइल फोन या वीडियो कॉल के दिन नही थे।

फिर भी महापुरुष कि वे पंडित नेहरू थे, अपनी युवा बेटी के मन को आकार देने में कामयाब रहे। उसने उसे लिखा था जिसे अब हम “एक पिता से उसकी बेटी के पत्र” के रूप में जानते हैं.

अहमदनगर में उनके चार साल के कारावास की अवधि (1942 और 1946 के बीच) के दौरान भी वह भारतीय इतिहास के सबसे बेहतरीन खातों में से एक – डिस्कवरी ऑफ इंडिया को कलमबद्ध करने में कामयाब रहे.

यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम में से कई अभी तक इस महाकाव्य ग्रंथ को पढ़ने के लिए नहीं मिला हैं।

यह उदाहरण माता-पिता और शिक्षकों को प्रेरित करने के लिए पर्याप्त हैं, वह दिखाते हैं कि कैसे एक माता-पिता, एक शिक्षक, एक विचारक युवा के मन को आकार दे सकते हैं और उन्हें महानता की ओर ले जा सकते हैं.

उन बच्चों को पोषित करना जो हमारे भविष्य और हमारे देश के निर्माण खंड हैं, हमारे देश के बच्चे अभी भी बुनियादी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के लिए लड़ रहे है.

मुझे यह ज्ञात हुआ है कि कुछ सबसे खतरनाक डेटा सामने आया है जिसमे प्रकाश इस बात पर डाला गया है कि भारत जब एशिया के प्रमुख देशों में से एक है तो बाल-श्रम के रोजगार की बात सामने क्यों आती है?

विभिन्न उद्योगों में लगभग 33 मिलियन बच्चे कार्यरत हैं – दुनिया भर में कार्यरत बाल श्रमिकों का पांचवाँ हिस्सा।

इन भारतीय बच्चों में से कई खतरनाक व्यवसायों में कार्यरत हैं जैसे कि माचिस बनाना और कीमती पत्थर काटना।

दोस्तों मैं कहना चाहता हूँ कि हम बाल श्रम के खिलाफ खड़े नहीं होने और प्रत्येक बच्चे को बुनियादी शिक्षा उपलब्ध नही करा कर उनके भविष्य और अपने स्वयं के अंधेरे में सौंप रहे हैं.

यदि हम में से प्रत्येक केवल इस बुराई से भारत को छुटकारा दिलाने की दिशा में एक केंद्रित प्रयास करता है, तो क्या हमारा देश वास्तव में स्वतंत्र देश बनने में सफल होगा, भारत जिसे नेहरू जी और हमारे सभी महान नेताओं ने कल्पना की थी.

मैं एक बार फिर से बाल दिवस पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।

आइए हम इस दिन को खुशी के साथ मनाए और बचपन के उस उपहार की पूरी तरह से सराहना करें, जो हमें दिया गया है।

हालांकि, हमें यह भी याद रखना चाहिए कि हमारी जिम्मेदारी एक बेहतर समाज, एक बेहतर भारत की दिशा में काम करने की है।

।। जय हिन्द ।।


14 नवंबर 2021 बाल दिवस पर बच्चों के अधिकार

देश का संविधान बच्चों के स्वस्थ एवं सुखी जीवन हेतु कई महत्वपर्ण अधिकार देता है जिनमें से कुछ मुख्य निम्नलिखित है।

  • 👉 भोजन, आश्रय और कपड़ों जैसी मूलभूत सुविधाओं का अधिकार।
  • 👉 अच्छे स्वास्थ्य हेतु देखभाल, सुरक्षित पेयजल, पौष्टिक भोजन का अधिकार।
  • 👉 सभी प्रकार की हिंसा से बचाव का अधिकार।
  • 👉 शारीरिक और यौन शोषण से बचाव का अधिकार।
  • 👉 अपने विचारों एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार।
  • 👉 शिक्षा, सीखने, खेलने कूदने का अधिकार।

बाल दिवस पर बच्चों के यह अधिकार हमें उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रेरित करने के साथ ही देश के उन बच्चों की ओर भी हमारा ध्यान आकर्षित करते है, जो आज भी इन मूल अधिकारों से वंचित हैं। जो शिक्षा खेलकूद से कोसों दूर है, 2 वक्त की रोटी के लिए यह बच्चे कम उम्र से ही जिम्मेदारी के बोझ तले दब जाते हैं। अतः जरूरत है ऐसे बच्चों को सरकार एवं समाज के मदद एवं सहयोग की।

बाल दिवस पर भाषण कैसे बोलें और लिखें

बाल दिवस पर आधारित उपरोक्त स्पीच को पढ़ने के बाद अब हम आपके साथ कुछ बिंदु शेयर कर रहे है जिनको ध्यान में रखकर आप अपने लिए एक शानदार Children’s Day पर भाषण तैयार कर सकते हैं।


👉 अपनी स्पीच की शुरुआत पंडित जवाहरलाल नेहरू के परिचय के साथ करें, उन्हें बताएं पंडित नेहरू कौन थे उनके महत्वपूर्ण योगदानों का वर्णन करें।

👉 बच्चों के लिए पंडित नेहरू द्वारा किए गए कार्यों का विवरण दें।

👉 पंडित नेहरू का बच्चों के प्रति लगाव अपनी स्पीच में Add करें और बताएं कि आखिर क्यों पंडित नेहरू को बच्चे प्यार से चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे।

👉 फिर अपने भाषण में आगे यह जानकारी दें कि आखिर 14 नवंबर को क्यों बाल दिवस मनाया जाता है?

👉 इस तरह एक उपयोगी स्पीच तैयार करने के बाद अंत में बाल दिवस के महत्व को बताकर अपने भाषण को समाप्त करें।

👉 आप चाहे तो उपरोक्त स्पीच की भी सहायता लेकर मंच से एक शानदार स्पीच आप तैयार कर सकते हैं।


Report writing on Children’s day celebration in school in Hindi

देश के विभिन्न स्कूलों में बाल दिवस की रौनक देखी जा सकती है, कई विद्यालयों में इस दिवस को यादगार बनाने के लिए देशभक्ति गीत, नृत्य एवं गायन प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। बाल दिवस की शुरुआत सुबह के समय सबसे पहले बाल दिवस पर भाषण देने के साथ शुरू होती है, इस प्रकार नेहरू जी को श्रद्धांजलि दी जाती है।

अनेक माता-पिता अपने बच्चों को इस दिन विशेष अंदाज में तैयार करके भेजते हैं। बाल दिवस के इस मौके पर छोटे-छोटे बच्चे इस दिन पंडित नेहरू की ड्रेस में देखे जाते है, उनकी शर्ट में नेहरू जी की ही भांति लाल गुलाब पिन किया जाता है। कुछ बच्चों के हाथों में तथा गाल में तिरंगे का टैटू देखा जाता है जो बच्चों में देशभक्ति का भी संदेश देता है।

इसके साथ ही इस दिन को टीचर्स के लिए अधिक मजेदार एवं यादगार बनाने के लिए बच्चों के लिए movie-show दिखाने, games खेलने, तथा dance and songs प्रतियोगिता की तैयारियां करके रखते हैं। तथा छुट्टी के पश्चात अंत में विद्यालय द्वारा बच्चों को टॉफी चॉकलेट्स देकर उन्हें घर की ओर विदा किया जाता है।


Children’s Day Story in Hindi

वैश्विक स्तर पर पहली बार वर्ष 1920 में रिपब्लिक ऑफ़ टर्की द्वारा 23 अप्रैल को पहली बार बाल दिवस मनाया गया था। इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश के तौर पर भी घोषित किया गया था। बात की जाए भारत के संदर्भ में तो पहली बार भारत में बाल दिवस मनाने की शुरुआत वर्ष 1959 में की गई थी।

20 नवम्बर 1959 को पंडित नेहरू के प्रधानमंत्री कार्यकाल में देश में बाल दिवस मनाया गया था हालांकि बाल दिवस को भारत में एक राष्ट्रीय अवकाश के तौर पर घोषित नहीं किया गया।

5 साल बाद वर्ष 1964 में जब नेहरू जी देश को हमेशा के लिए अलविदा कह गए, तो उसी वर्ष से उनके जन्म दिवस को भारत में बाल दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की गई और तभी से अब तक देशवासियों द्वारा बाल दिवस के तौर पर मनाया जा रहा है। उनके जन्मदिवस को बाल दिवस के तौर पर मनाने के पीछे कारण था नेहरू के मन में बच्चों के प्रति स्नेह। जिसकी वजह से बच्चे भी नेहरू को खूब पसंद करते थे। पंडित नेहरू अक्सर बच्चों को इस देश का भविष्य बताकर उन्हें बेहतर कल के लिए तैयार करने का प्रयास करते थे। उन्हें अक्सर बच्चों के अधिकारों के लिए देश को जागरूक करते देखा गया।

उनका मानना था कि बच्चों को उचित शिक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, शिक्षा वे सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए जिसका देश का प्रत्येक बच्चा हकदार है। वे कहते थे देश की उन्नति में उस देश के बच्चों का भूमिका होती है इसलिए जब कभी भी पंडित नेहरू को समय मिलता तो वह बच्चों के साथ घुलना मिलना उनसे बातचीत करना पसंद करते थे और उनके इसी व्यवहार की वजह से उन्हें बच्चे चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे।


आशा है यह लेख आपको अच्छा लगा होगा और आपको अपनी ड्यूटी भी बच्चों के प्रति समझ आ गई होगी। बाल दिवस भाषण के इस लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। आप चाहे तो इस लेख को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर भी कर सकते है और कमेंट के माध्यम से अपने विचार हमारे साथ शेयर कर सकते हो।

– Children’s Day Speech in Hindi

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4 Comments

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