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ईसा मसीह कौन थे

ईसा मसीह कौन थे? यीशु मसीह की कहानी

ईसा मसीह कौन थे? यह बहुत ही बड़ा सवाल है, जिस पर ना जाने कितने लोगों ने कई बार बहस भी की है। आइये आज इस लेख के माध्यम से मैं आपको इस सवाल का जवाब देता हूँ।

क्रिसमस का त्यौहार आज पूरे विश्व में बहुत चर्चित है और इसे विश्व के लगभग सभी देशों में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। बच्चा – बच्चा जानता है कि हम क्रिसमस पर्व को ईसा मसीह के जन्मदिन की खुशी में मनाते है, लेकिन शायद 90% लोगों को यह मालूम ना हो कि आखिर ईसा मसीह कौन है?

भारत में आज ज्यादातर जनता हिन्दू धर्म से है इसलिए मैं हिन्दू के उदाहरण से ही आपको एक बात समझाता हूँ।

जिस प्रकार हिन्दू धर्म में करीबन 3 लाख से भी ज्यादा देवी देवता है, और आज हम अलग – अलग समय पर सभी की पूजा, अर्चना, व्रत रख कर, मिठाइयां खाकर एवं खुशियाँ बाट कर त्योहार को मनाते है। लेकिन क्या आपको यह मालूम है कि सभी देवी देवता के भले ही रूप अलग – अलग हैं लेकिन वास्तव में वो सब एक ही है।

मेरे कहने का अर्थ है कि भगवान एक ही हैं, बस उन्होंने हर बार एक नए शरीर में अपनी रूह को डाला और एक नए रूप से इस पृथ्वी पर कुछ नया रचने के लिए आए। यदि आप ध्यान दें, तो लगभग सभी प्रभु ने अपने जीवन में बुराई को नष्ट कर उसे खत्म ही किया है, अर्थात हम यह बोल सकते है कि भगवान हर बार नए-नए रूप में जन्म लेकर हमे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीत ही दर्शाया है।

ठीक इसी तरह जैसे हिन्दू धर्म के रामायण में प्रभु श्री राम जी, गीता में प्रभु श्री कृष्ण जी, मुस्लिम धर्म के कुरान में अल्लाह, सिख धर्म के गुरु ग्रन्थ साहिब में 10 गुरु एवं ईसाई धर्म के बाइबिल में ईसा मसीह का उल्लेख है।

शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा जिसने यही सभी किताब पढ़ी हो और ना ही मैंने पढ़ी है, लेकिन मैं इतना आपको बता सकता हूँ कि इन सभी में सिर्फ बुराई को खत्म कर, एकता की ही बात कही गई है।

तो हम यह तो कह सकते हैं, कि ऊपर वाला एक ही है बस उसने अपनी रूह को अलग – अलग इंसान में समाया और फिर इस पृथ्वी की संरचना की। मैं आपको यह भी बता दूँ कि भगवान ने कभी भी धर्म की बात नहीं की है, हम इंसान ही है जो धर्म के नाम पर एक दूसरे को काटने को दौड़ते है। तो चलिये अब हम विषय पर आते हैं और ईसा मसीह के बारे में जानकारी (प्रभु यीशु की कहानी) के ज्ञान को बढ़ाते हैं।

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ईशा मसीह हमारी ही तरह एक आम इन्सान थे पर उनमें कुछ अलग बात थी, एक अलग खूबी थी जिससे उनको आम नहीं मानती थी, ऐसे कैसे? वो हम नीचे लेख में जानेंगे। तो आइये पढ़ना शुरू करते है।

ईसा मसीह कौन थे?

Jesus Story in Hindi

Story of Jesus Christ in Hindi

ईसा मसीह का जीवन परिचय: आज से 2020 वर्ष पूर्व 25 दिसम्बर को ईसा मसीह का जन्म यरुशलम के बेतलहम नामक गाँव में हुआ था। ईसा मसीह के पिता का नाम जोसफ था और ईसा मसीह की माता का नाम मरियम था। जिस प्रकार महाभारत में माता कुंती को कुंआरेपन में महर्षि दुर्वासा के द्वारा एक वरदान दिया गया था जिसमें कुंती किसी भी देवता का आवाहन कर सकती थी और उन देवताओं से संतान प्राप्त कर सकती थी।

विवाह से पूर्व उन्होंने अपने उस वरदान का जाँच किया और कर्ण को जन्म दिया और फिर उससे दुनिया की नजरों से बचा कर ताकि उन्हे कोई गलत ना समझ लें उन्होने उस बच्चे को एक टोकरी में रख कर बहते नदी में बहा दिया।

विवाह के बाद उन्होंने अपने पति पाण्डु (जिनको बीमारी की वजह से physical relation (योनसंबंध) बनाने के लिए मना किया गया था, अन्यथा उनकी मौत हो सकती थी) के अनुमति से उस वरदान का प्रयोग किया एवं धर्मराज, वायु एवं इंद्र देवता का आवाहन किया और 3 वीरो को जन्म दिया।

युधिष्ठिर यमराज और कुंती का पुत्र था। भीम वायु और कुंती का पुत्र था और अर्जुन तीसरे पुत्र थे जो देवताओं के राजा इंद्र से हुए।

यदि आप इससे विशेष जानकारी पाना चाहते हैं तो नीचे दिये गए लिंक को खोल कर पढ़ सकते हैं।

तो जिस प्रकार माता कुंती को वरदान मिला था, ठीक उसी तरह से जोसफ और मरियम की कहानी को बच्चा नहीं हो सकता था और ईशा मसीह भी भगवान द्वारा रचयित ही एक बालक शरीर का रूप लेकर उनके घर जन्मे थे। उनके माता पिता राजा के आदेश पर जनगणना के लिए यरुशलम गये थे। वे रात्रि को एक अस्तबल में ठहरे हुए थे वहीं पर अर्धरात्रि में यीशु का जन्म (Yeshu Khrist) हुआ, उनका नाम क्राइस्ट था। यीशु के जन्म होते ही उनके पिता उन्हें छिपाकर मिश्र ले गये थे।

ज्यों ज्यों ईसा बड़े होते गये उनका ध्यान सांसारिक कृतियों से हटकर ईश्वर की ओर लगने लगा। तीस वर्ष की आयु में उन्हें ‘जान’ नामक महात्मा ने ज्ञान दिया तब से वह सत्य ज्ञान के प्रचार में लग गये।

ईसा मसीह लोगों से कहते थे (ईसा मसीह का उपदेश था की) ईश्वर की आराधना करो, सब मनुष्यों से प्यार करो, दूसरों के साथ वैसा ही व्यवहार करो, जैसा तुम चाहते हो की वो तुम्हारे साथ करे।

वे हृदय की सरलता व पवित्रता को महत्व देते थे, लोगों को उनकी बातें ठीक उसी प्रकार से पसंद आती थी जिस प्रकार आज कल कई लोग सत्संग और अलग-अलग गुरु की दीक्षा लेते हैं और उनको सुनने के लिए जाते हैं।

ईसा मसीह का भारत भ्रमण

Life of Jesus

यदि आपने आज से पहले कभी भी ईसाई धर्म के बारे में विख्यात में जानने की कोशिश की हो तो उस प्रक्रिया के तहत आपने बाइबल के बारे में भी जरूर पढ़ा होगा

यदि आप इस लेख को पहली बार पढ़ रहे है तो शायद आपको बाइबल के बारे में विख्यात में ज्ञात ना हो। ऊपर की पंक्तियों में आपने जाना कि ईसाई धर्म के गुरु ईसा मसीह के जीवन के बारे में बाइबल में लिखा है।

ईसा मसीह ने 13 वर्ष से 29 वर्ष तक क्या किया, यह काफी लोगों के लिए एक रहस्य की बात है। मैं ऐसा इसलिए बोल रहा हूँ क्योंकि बाइबल में उनके इन वर्षो के बारे में कुछ भी उल्लेख नहीं मिला है। चलिए मैं आपको बताता हूँ कि अपनी इस उम्र के दौरान ईसा मसीह भारत में अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। 29 वर्ष के पश्चात 30 वर्ष की उम्र में वह यरुशलम लौटे और वहाँ उन्होंने यूहन्ना (जॉन) से अपनी शिक्षा की दीक्षा ली.

दीक्षा लेने के उपरांत ईसा मसीह ने जो कुछ भी अपनी जिंदगी में 13 से 29 वर्ष के बीच सीखा था वह लोगों को वही शिक्षा देने लगे।

दोस्तों, ईसा मसीह का भारत भ्रमण सिर्फ इतना ही नहीं था, कुछ वर्ष यरूशलेम में व्यतीत करने के बाद वो भारत फिर से वापस लौट के आए थे आइये जानते हैं कि क्यों?

ईसा मसीह कौन थे और ईसा मसीह का सच

ज्यादातर विद्वानों के अनुसार सन् 29 ई. को प्रभु ईसा गधे पर चढ़कर यरुशलम पहुंचे थे। यीशु मसीह के द्वारा दिये जाने वाली शिक्षा में प्यार प्रेम अच्छी बातें हुआ करती थी वहीं वहाँ के कुछ दूसरे शिक्षकों के द्वारा दी गई शिक्षा भिन्न थी।

इस बात से परेशान वहाँ के शिक्षकों ने एक समुदाय बनाया और उनको दंडित करने का षड्यंत्र रचा। अंतत: ईसा मसीह के विरोधियों ने उनको पकड़कर क्रूस पर लटका दिया। यदि आप उस वक्त उनकी उम्र के बारे में जानना चाहते हैं तो मैं आपको बताता हूँ कि उस वक़्त उनकी उम्र लगभग 33 वर्ष थी।

शुक्रवार के दिन उन्हें सूली पर चढ़ाया गया था इसलिए इसे “गुड फ्रायडे” कहते है और रविवार के दिन सिर्फ एक स्त्री (मेरी मेग्दलीन) ने उन्हें उनकी कब्र के पास जीवित देखा और तब से उस रविवार को “ईस्टर” के रूप में मनाया जाता है।

  1. ईस्टर क्या है और यह पर्व क्यों मनाते है?
  2. गुड फ्राइडे क्यों मनाते है

उसके बाद यीशु कभी भी यहूदी राज्य में नजर नहीं आए, वहां के लोगों ने ऐसा मान लिया कि ईसा मसीह अब स्वर्गवासी हो चुके हैं लेकिन असलियत में ऐसा नहीं था। कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि उसके बाद ईसा मसीह पुन: भारत लौट आए और जिस बौद्ध मठ में उन्होंने 13 से 29 वर्ष की उम्र में शिक्षा ग्रहण की थी उसी मठ में पुन: लौटकर अपना संपूर्ण जीवन वहीं बिताया।

ईसा मसीह की मृत्यु कैसे हुई?

जब लोगों को उनकी बातें पसंद आने लगी तो ईसा मसीह की लोकप्रियता भी बढ़ने लगी और इसी कारण से वहां स्थित कुछ लोगों को उनसे ईर्ष्या होने लगी।

जो लोग इनसे चिढ़ते थे, उनका मानना था कि भगवान या ईश्वर कुछ भी नहीं है। सभी लोग ईशा की बात को ना सुने बस और उनकी बातों को माने एवं उनको फॉलो करें। इसी वजह से उन्होंने यरूशलम में शासकों को ईसा के विरुद्ध भड़काया की ईसा धर्म व राज्य के विरुद्ध जनता को संगठित कर रहा है। ईसा को प्राण दंड दिया गया, इतना ही नहीं उनके हाथ व पैरों में कीलें ठोककर उन्हें क्रूस पर लटका दिया गया। सोच कर भी रूह कांप जाती है, सोचिए उनको कितना दर्द हुआ होगा.

ईसा मसीह की मृत्यु की पीड़ा के समय भी ईसा ने अपने विरोधियों के बारे में ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा (ईसा मसीह के वचन)“प्रभु इन्हें शमा करना क्योंकि ये नही जानते की ये क्या कर रहे है.”

Isa Masih Biography in Hindi

yeshu masih

यह वाकई में ऐसा प्रश्न हैं जिसका उत्तर हर व्यक्ति जानना चाहता है, चलिए अब मैं आपको बताता हूँ कि आखिर ईसा मसीह को सूली पर कब चढ़ाया गया?

जैसा कि आप जानते हैं कि ईसाइयों के गिने चुने कुछ त्योहार होते हैं उसी में से सबसे प्रमुख त्योहारों है Good Friday हैं.

जैसा कि मैंने आपको ऊपर बताया कि इस दिन ईसाइयों के गुरु ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था.

क्रूस पर चढ़ाने के तीन बाद ही वो जिंदा हो उठे थे, और उस खुशी में ईस्टर संडे मनाया जाता है।

दोस्तों ऐसा भी माना जाता है कि प्रभु यीशु ने मानवता की भलाई और उनकी रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था|

क्या आपके मन में यह सवाल कभी आया है कि यीशु जो कि ईश्वर के रूप थे उनको दंड देने के बावजूद इसे “गुड” क्यों कहा जाता है?

ईसाई धर्म के अनुसार ऐसी मान्यता है कि ईसा मसीह परमेश्वर के बेटे हैं, अपनी शिक्षा के माध्यम से वो अज्ञानता के अंधकार को दूर करने की कोशिश कर रहे थे और उसकी वजह से उनको मृत्युदंड दिया गया था.

उस समय यहूदियों के कट्टरपन्थी रब्‍बियों (धर्मगुरुओं) ने षड्यंत्र रचा और यीशु का पुरजोर विरोध किया इसके साथ ही अंत में यीशु को क्रॉस पर लटकाकर जान से मारने का आदेश दे दिया। लेकिन अपने हत्‍यारों का इस्तेमाल कर बचने के बजाए यीशु ने उनके लिए प्रार्थना करते हुए कहा था, “हे ईश्‍वर! इन्‍हें क्षमा कर क्‍योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं”

जिस दिन ईसा मसीह को क्रॉस पर लटकाया गया था उस दिन Friday यानी कि शुक्रवार था. तब से उस दिन को good friday कहा जाने लगा है।

ईसा मसीह की प्रार्थना कैसे करें?

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ईसा मसीह का जन्म कहां हुआ था?

ईसा मसीह के जन्म को लेकर विभिन्न धार्मिक मान्यताएं देखने को मिलती है। मान्यता है कि ईसा मसीह का जन्म वर्तमान इजराइल देश की राजधानी यूनिवर्सल में हुआ था तथा फिलिस्तीनी शहर बेथलहम नामक स्थान को ईसा मसीह का जन्म स्थान माना जाता है, यह स्थान ईसाइयों के लिए युगों युगों से पवित्र स्थान में से एक रहा है।

ईसा मसीह का जन्म कब हुआ था?

आधुनिक विद्वान इनके जन्म को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। बाइबिल में भी ईसा मसीह के जन्म की कोई तारीख अंकित नहीं की गई है। इसके अलावा ईसा मसीह पर लिखी गई पुस्तक जैसे न्यू कैथोलिक इनसाइक्लोपीडिया या Encyclopedia of Early Christianity इन पुस्तकों का अध्ययन करने पर भी आप यह जान सकते हैं कि यहां कहीं पर भी इनके जन्म तिथि के बारे में नहीं बताया।

माना जाता है ईसा मसीह का जन्म संभवत “ल. 4 BC यहूदा, रोमन साम्राज्य” मैं हुआ था अतः 25 दिसंबर का दिन ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में पूरे विश्व भर में मनाया जाता है। मान्यता है रोम में पहली बार 336 ईसवी में क्रिसमस मनाया गया था।

गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है?

साल 2020 में गुड फ्राइडे 10 अप्रैल को मनाया जाएगा।

ईसाई धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए प्रति वर्ष उनके समुदाय का एक प्रमुख पर्व होता है। विभिन्न देशों में ईसाई समुदाय इस दिन को ब्लैक फ्राइडे अर्थात काले दिवस के रूप में मनाते हैं। मान्यता है ईसा मसीह को इसी फ्राइडे के दिन सूली पर चढ़ाया गया था, तब से ही प्रत्येक वर्ष ईसाइयों द्वारा इस पर्व को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। लोग गिरिजा घरों में जाकर यीशु को याद कर करते हैं एवं उनका आशीर्वाद लेते हैं।

दोस्तों इस त्यौहार को मनाने के पीछे मुख्य वजह है यीशु के बलिदान को याद करना…

पूरे विश्व को प्रेम की भावना से जीवन जीने की सीख देने वाले यीशु को कुछ धार्मिक कट्टरपंथियों द्वारा सूली पर चढ़ा दिया गया था। परंतु इस साल कोरोना महामारी पूरे विश्व में फैली हुई है तो इस बार इस त्यौहार के दिन चहल-पहल नहीं देखने को मिली।

ईसा मसीह के उपदेश अथवा यीशु मसीह के अनमोल वचन

संसार के सभी मजहब हमें सत्‍य, अहिंसा, प्रेम,भाईचारा, सहनशीलता, करूणा, सदाचार का संदेश देते है इसी प्रकार ईसा मसीह ने आज से लगभग 2000 वर्ष पूर्व जो उपदेश दिए उनका सार भी यही है।

बाइबल में संग्रहीत यीशु मसीह के उपदेश पढ़कर किसी भी व्यक्ति के जीवन का अंधकार दूर हो सकता है। यदि हममें से कोई भी ईसा मसीह के विचारों को अपनी जिंदगी में अपना लें तो इंसान अपना जीवन सफल बना सकता है।

इसे भी पढ़ें: 6 कदम से आपको जीवन में मिलेगी सफलता

  1. आप जिस तरह दूसरों से प्रेम की भावना पाने की आशा रखते हैं ठीक उसी तरह दूसरों को भी प्रेम की भावना से देखें। तुम्हें अपने पड़ोसी को अपना समझकर उन्हें प्रेम करना चाहिए।
  2. धन्य हैं वे मानव जो धर्म के भूखे और प्यासे हैं क्योंकि वे तृप्त किये जायेंगे।
  3. तुम्हें व्यभिचारिता नहीं करनी चाहिए, तुम्हें अहिंसा, हत्या चोरी करना लालच से हमेशा दूर रहना चाहिए।
  4. मांगने पर आपको दिया जाएगा, ढूंढने पर तुम पा सकोगे, खटखटाओ तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा।
  5. मैं तुम से सच कहता हूं यदि तुम्हारे मन में विश्वास एक राई के दाने के बराबर भी है, तो इस पहाड़ से यदि कहोगे कि यहाँ से खिसककर तू वहाँ चला जा और वह चला जायेगा। -मत्ती
  6. यीशु कहते हैं कि अक्सर मुझे सुनने को मिलता है कि इंसान को किसी कि झूठी कसम नहीं खानी चाहिए। परंतु मैं कहता हूं कि कसम ही न खाओ क्योंकि यदि तुम अपने सिर की भी कसम खाते हो तो सर का एक बाल सफेद या काला हो जाए उस पर भी आपका नियंत्रण नहीं है।
  7. जीवन में दान करना पुण्य का काम है आप सभी जानते हैं, लेकिन यह भी ध्यान रखें दान इस प्रकार करें यदि आप दाहिने हाथ से दान करते हैं तो बाएं हाथ को इसका पता ना चले।
  8. आने वाले कल की चिंता करना व्यर्थ है जो आज वर्तमान में है जी लें क्योंकि तुम्हारी चिंता करने से क्या तुम बताओ एक दिन भी बढ़ा सकते हो।
  9. यदि उपवास करो तो इस बात का पता अपने चेहरे से कभी ना लगने दो अर्थात उपवास में तुम्हारे चेहरे पर उदासी ना हो।
  10. कोई भी इंसान एक साथ दो स्वामियों की सेवा के काबिल नहीं है या तो वह धन की सेवा कर सकता है या प्रभु की।

ईसा मसीह कौन थे इसकी मैंने आपको पूरी जानकारी बता दी है।

अगर आपको ईसा मसीह भगवान को धन्यवाद बोलना है तो आप कमेंट करके बोल सकते हो और इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर भी कर सकते हो।

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131 Comments

  1. Dear sir. …yeshu masih iswar ke putr hai.iswar ke daya se wo is sansaar me aye. Wo ek kumari istri yani bina istri aur purus ke Mel (Sexual relationship )ke bina Mary ke garb me dale gye. Unko iswar ne isliye beja ke wo sansaar Ko paap se bachay kyunki paap ka fal anant mirtiu yaani narak hai. John ne unhe sikcha nhi de John to khud kahata tha mai to yesu ke pair ke joote kholne layak v nhi hun.yeshu Mashi Mar kar tisre din jee uthe. ..aur yeshu masih aane wale es sansaar ka nyaae krne jo unpar Viswas karega aur paapon se man phiraega wo swarg me hoga pr jo paap me rahega aur pasctap nhi karega wo nark me dal diya jayega. ….

      1. Isa god nahi wo god k messenger the. Aap kyu unhe god karte ho. God ki body nahi h wo ek light h unhe hi supreme soul, parmatma, god, bhagwan, allah, satguru kha jaata h. Kisi manushya ko god khena thik nahi god to ek hi h.

        1. GOOD THINKING BRO ….TO KYA AAP HINDU DEVI DEVTA KO GOD KA MESSENGER MANTE HAI YA GOD…….PLEASE REPLY

          1. God real main nhi hote ye ek adbhut shakti h jiske barre main hm nhi jante aur kuch logo nai ise god , allah aur bhagwan ke naam se bulate h

    1. Har insan ko yeshu masiy pe viswas karna chahe Jo log viswas nahi karte hai o log duse kahelte hai o log dand ki bhuge hai

      1. Aapko Shree Ram m apna dhayan lagana chaiye apka Kalyan ho
        Or nhi bhi manoge to koi bat nhi bhagwan ko Jo nhi bhi manta to bhagwan jabrdasti nhi krte na unhe us bat ki saja dete

      1. Ye koi bhagwan nhi sir
        Ye ak ache krmkrne wale insan h
        Jese ki aj hm Gandhi g ko mante h
        Bhagwan to whole nath
        Yaniki kalo ke kal mahakal h
        Jinke swrka om ki gunj pure bramhand me chayi h
        Jo bi om ka ucharad krta h
        Use gyanbki badottri both h
        Jo n mane krke dekhe
        Jay shambhu ki…

        1. Ramkishor ji God ka koi roop nahi hota hai or n hi koi aakar hota hai or rahi baat bhole nath ki inko bass india m hi mana jata hai agar ye asli God hote tab inko sari ki sari duniya puti matlab ye ki india hi nhi all country pujti na ki india. Bhole nath bhi koi God nhi hai jis taraha se tumne kaha tha ki yeshu masih

          1. Bhai agr pure sansar me kahi bhi khudai karo to hajaro sal purane mandir ya bhagwan ki murtiya hi nikalti hai nahi kabhi koi hajaro sal purana church ya masjid ya koi kuch aur aisa nahi nikalta ki jo sabit kar sake ki hamare sanatan dharam se pahle ka ho jitane dharam is sansar me hai wo sanatan dharam ke bad insano dwara banaye gye hai sirf aur sirf ek hindu dharam hi bhagwan ka banaya hua hai jo sab dharmo se upar hai

        2. Mai Bhagvan Shiv ka bhakt hun.
          Aur Mai Direct Bhagvan Shive ji ki pooja karta hun
          Kisi Mediater ko kiyon pooja karun.
          Jaise – Muhammad Prophet, Ishu Mashih
          Devonka Dev Mahadeo..Shiv Bhakt
          Har Mahadeo..

  2. Bhai agr isa. A. S. Ki bat kre to unka jnam. Ek kuwari orat ki khokh se hua.. Or unka koi bap nhi tha. Jb mriyam nha rhi thi tb jibrael a. S. Allah k hukum se unke daman m fook mari. Or wo hamal se ho gyi. Is trha isa a. S. Paida hue.

      1. Bhai aapki soch dusre Muslim se Alag hain aapki soch sunkar mujhe bahut achcha Laga warna durse Muslim Yeshu ko nicha dikhane main lage rehte hai God bless you

  3. Bhai jaan isa masih ke bap nahi the phir aapne kayese likh diya ki unke bap the
    Puri duniya jannti h ki Allah ne Hajrat mariyam ke duniya me aane se pahle hi ye iraada kar liya tha ki begar shadi ke tummhe bacha diya jaye

    1. आप विकिपीडिया पर इसके बारे में पढ़ सकते हो. विकिपीडिया में साफ़ साफ़ लिखा है की इनके पिता का नाम Joseph है और माता का नाम मरियम.

  4. isa mashi ki marride hue thi ki nahi …………..? aor unko mot kaise hue hai ……………………..?

    1. Isa masih ki marrige nahi hui thi. Wo hi ek aise muslim dharm guru the jinki shadi nahi hui thi. Unhe Allah ne bheja tha. Isa masih muslim the. Me ye baat proove kar sakta hu

    2. Yeshu masih ki shadi ni huyi thi ..government…ke dawara unko suli pe chadwaya gya…pilatus us tym ke raja the ..jalan k karan yeshu masih ko pkdwaya gya…

      So aur kisi ko prabhu yeshu k bare me ni pta ho to mujhse punch skte h …bcoz hm daily bibal pdhte h..n I m only trust for jesus .

      Jesus is my Lord

  5. ईसा अलैहसलाम अल्लाह के भेजे हुए न बी थे ईसाई उनका धर्म नही था अल्लाह की हि बाते वो सब को बताते थे जो उनके खिलाफ थे आज उनकी नशल कहते है मै ईसाई हु

  6. esa ali salam ka pitha ka naam yousuf ali salam tha
    esa ali salam muslim tha
    esa ali salam dunniya me pher aye ga keyamat ke din

    1. Yousuf Islamic name like Isha A.S. (PBUH)
      Joseph in Christianity like Jisu Christ.

      Like that Ibrahim -Abraham

  7. apne likha h ki aj se 1992 sal phale is mashi ka jana hua.
    per actual date of birth kya h.
    m khu ki mera jana aj se (is post ko dalnr wali date) 2 sal phale hua, to kya m ye samju ki, aj se 25 sal phale matlab ki 19-10-1992 ko mera janam hu. per ye to galt h na. post dalne ki date se kya year m frak nahi ayega.
    agr ap mujhe bata sakte h to actual date bata dijiye, wekipedia per mane chq kr liya ha, usme b clear nahi ha.
    agr apke pas stik javab h to ap bata sakte h.

    1. इनकी कन्फर्म डेट कोई नही बता सकता|

      According to wikipedia : Born c. 4 BC – Judea, Roman Empire
      Died : c. 30/33 AD
      (aged 33–36)
      Jerusalem, Judea, Roman Empire

  8. Mera sacha man kahta hai
    Ki parmeswar ek jyoti hai
    Wo jati,Dharma se pare hai
    Dharma,jati to sayad insaan ne hi bnaya hoga
    Parmeswar swaym hi uttpann hue
    Jab aakaash,dharti,jal,wayu,Agni se
    Usne hi ye sansaar bnaya
    Apne alag alag roopo ko dharti me bheja
    Ek roop israil desh me yerusalem
    Jahan ishu g hue insaan ke bhesh me
    Jinhe parmeswar ka putra v kaha jata hai
    Wo apne karmo se parmeswar bane
    Sachai achai ka marg,
    Gareebo,dukhiyon ko changai di
    Or papiyon ke liye mar gye
    Cross pe v chadhaye gye
    But achai sachai ka marg ni chora
    Unke sisyo ne hi akhir me unka tiraskar kiya
    But aakhir me unhe sabne parmeswar ka putra mana
    Ye hai sach
    Or Hindustan me bhagwan Brahma,Vishnu,Mahesh
    Devi maa etc kai putra hue
    Kyuki desh alag the
    Isliye parmeswar ko alag alag Aana pada
    Aise hi sikho me waheguru
    Guru Nanak ji
    Guru govind singh
    Etc aaye parmeswar ke roop
    Or Muslim me Allah
    Yani Mohammad sahab aaye
    Parmeswar ko alag alag isliye aana pada
    Kyuki insaan toot chuka tha
    Alag alag rhna chahta tha
    Jab Dharma me alag alag niyam bane to insaan toota
    Hindu daadhi muche,dhoti kurta etc
    Muslim only dadhi.kurta Pajama
    Sikh lambi dadhi much,kripan,kurta Pajama
    Isai na dadhi na much pant shirt
    Ye hai insaano ke niyam
    But parmeswar ka smaan niyam
    Ki ek hi hai parmeswar
    Or samaan hai insaan
    Hindu,Muslim,sikh ,isai
    Savi hai bhai bhai
    Parmeswar ke vachan ki
    Sachai achai ke marg me chalo
    Swarg milega
    Burai ka marg chor do
    Gareeb,dukhi ki help Karo
    Anyay na Karo etc
    Yahi baat Gautama Buddha,mahaveer swami,
    Sai Baba etc jitne v parmewar ke avtaar hai sabne Kahi hai
    Agr koi insaan avi is kaliyug me v is achai,sachai ke marg me chalega
    Jisme kavi burai na aaye chahe kuch v ho
    To samjho usme parmeswar chipe hai
    Or usme chamtkar aaskte hai
    But chamtkar se wo sirf bhalai ka kary hi karna parega
    Tavi viswas aayega parmeswar ko
    But is kaliyug me lagbhag savi paapi hai
    Jyadatar to dhong hai
    Agr koi insaan sache man se aisa ho to samjho ki parmeswar uske roop me aa chuke hai
    But aaj kaliyug me aisa hona bahut muskil hai
    Kyuki saitan bahut jyada haawi hai
    Ache sache insaan ko saitan kha jata hai
    But kavi NA kavi aisa din aayega
    Chahe kitna v paap badh jayega
    But ek din parmewar ka putra is kaliyug me v aayega
    Sacha nyay krne ke liye
    Or Jo sochte hai ki hum bure v ban jaye humara kismat thik hai
    Hume kuch ni hota
    Or Jo burai ke marg me badhte ja rhe
    Avi to parmewar kuch na kuch tarike se samja rhe
    Jaise kuch log baadh ,bhukamp,tsunami,kuch aapda,
    Kuch ladkar etc Mr rhe
    Avi v agr insaan na mane or burai ke marg me chalte rahe to sayad kya ho skta hai kya btaye
    Kya pta pralay Mach jaye
    But avi v mauka hai duniya walo
    Is sansaar ko sudharo
    Wrna pta ni kya ho jayega
    Ye parmewar jante honge
    Us parmewar ne humse Prem rakha hai tavi to hum laad pyar me sab kuch bhool gye
    But jab parmewar ki laathi chalegi to kya hoga ?
    Parmewar ko samjho
    Had se bahar NA jao
    Is duniya ko samjhao
    Ki jitne v roop parmeswar ke aaye
    Sabine kitna pyar diya Hume
    Burai ko hi Mara
    Or ishu g ne sachai achai ke marg ke karan khud hi cross pe chadhke
    Mare the
    But 3 din baad jee uthe the
    Yahi hai parmewar ka power
    Agr kuch galt kaha ho to sorry g
    Maaf krna

  9. Shi Mayne m yahudi isaai n Muslims tino ek hi h.isaai n Muslims dono Ibrahim ki Santan h.ye tino dharam NH mjhb h.or in tino se hajaro saal pehle hm ( Vedic,aryans) h.

  10. If you believe in any thing about that if you think that’ll Tru, then there born a new magic . The God is one.

  11. isa masih are my loving god at present he is not with us but their blessings to whole people are present at all merry christmas to all my friends love you isa masih .please fulfill my dreams as soon as possible. ‘please please please

  12. Hajrat issa al: ka pita nahi the wo kuwari aurat maryam al: ke jism se paida hue the aur aap ne to Unke pita ka name bhi De diye

  13. are bhai sahab eesha masih na hindu the na muslim the wo yeeshu the unka koi jaati na dharm tha unka naam yeeshu hai jiska arth hai muktidata chutkara dene wala our udhar karta. unka jnm kisi manushy ke dwara hua our jiska uddeshy manushyon ko paap se uske gunahon se aur saare adharm se chutkaara dekar anant kal tak apne sath swarg mein aanand ki jagh par le jaye.taaki sada aanad kare

  14. dekho aap sab aise bhes mt karye ye to allah miya hi jante hai ke kiya sach hai or kiya jhut , or pata nahi humare mu se kiya nikal jay or allah ko bura lag jaye ,

    ,,,main bhi jitna pada hai Hazrat Maryam apnay “khaas” dinoun me Masjid se bahar nikalti thi, ya ksi bhi aur zarurat k lye, like pani aur khana wagera hasil krny k lye. Tau aik bar aap ksi hajat k lye nikli thi aur phir Masjid-e-Aqsa k mashriqi side tashreef farma thi k Haxrat Rooh-al-Ameen Jibreel samnay agae aur insani shakal me aye. Tau Maryam ne daikha tau kehnay lagi, “Main Rehman ki panah mangti houn tujh se, agar tu muttaqi aur parhezgar hai?” Tab Jibreel ne kaha, “Main koi insan nahi houn, aur aya is lye houn k aap ko pakeeza bacha doun..” Maryam kehnay lagi: “Mujhy bacha kaisay ho sakta hai? Jab k ksi bashar/ insan ne mujhy chu’a tak nahi, aur na hi main bad’kar houn..” Farishtay ne kaha: “Isi trah hoga. Teray Rab ne kaha hai k wo Mujh ko asaan hai. Aur ye Hum islye kar rahy hain ta k Hum usko logoun k lye nishani bana’ain k Hazrat Adam ko baghair maa baap k aur Hawwa ko baghair maa k aur ab aap ki aulad ko baghair baap k paida karain. Aur ye Hamari traf se rehmat hai..” Means wo (Esa) bachpan me logoun k lye ba’ais-e-sa’adat o rehmat hongay aur un k lye dua karengay aur logoun se Allah ki ibadat karwaengay. Hazrat Jibra’el ne Maryam ki qameez k gareban/ neck me phoonk mari thi, tau wo phoonk ‘sharam-gah’ tak khud phunchi aur is trah hamal thehar gya. (She got pregnant) Ayaat e Mubarka se maloom hota hai k Hazrat Jibreel ko Maryam k pass bheja gya tha aur aap insani shakal me thay. Unho ne Maryam k gareban me phoonk mari, na k Na’aoz-Billah sharam-gah k muqabil thehray. Bulkay wohi phoonk nechay muqam tak phunch gae. Aur farmaya gya: “Phir Hum ne us me Apni Rooh phoonk di, yani Rooh..” Agay Farman hai: (Phir wo us k sath hamla hogaen) means bachay k sath, (phir us ko dour jagah me lay gae) aur ye islye farmaya k Hazrat Maryam jab pregnant huen tau tang-dil (depressed) huen k log un k mutaliq ghalat ilzam a’aed karaingay. . Jab aap per hamal (pregnancy) ki alamaat zahir huen tau sab se pehlay Bani Isra’ael k aik naik o parhezgar shakhs ko uski jhalak pari. Uska naam Yousuf bin Yaqoub barhai (carpenter) tha. aur wo Maryam ka khala-zad bhi tha. . Yousuf ko is baat se intahai hairat hue, because wo Maryam ki diyanat o pakeezgi aur ibadat ko khoob janta tha. But is sab k bawajod wo aap ko pregnant bhi daikh raha tha. Aik martaba wo aap k samnay aaker baat cheet karny laga. aur pucha: . “Ae Maryam, kia beej/ seed k baghair kheti / crop ugg sakti hai?” . Maryam ne kaha: “Ji haan. Batao kis ne pehli martaba kheti ko paida kia?” . Yousuf ne phir pucha: “Kia baghair mard k aulad ho sakti hai?” . Maryam ny farmaya: “Ji haan, Alah Ta’ala ne Adam ko baghair Maa Baap k paida farmaya..” . Yousuf ne phir kaha: “tau acha apni khabar do.” . Tau Maryam ne farmaya: “Allah ne mujhay khush-khabri di hai, Apni traf se aik nishani ki, jis ka naam Masih Esa bin Maryam (Christ) hoga. Aur wo dunya o akhirat me izzat wala hoga, aur logoun se bachpan me bhi aur burhapay me bhi kalaam karega aur saleh’een me se hoga..” . Aur Hazrat Zikarya A.S ne bhi Maryam se yhi sawalaat kye thay, aur Maryam ny yhi jawabaat dye thay… Wallah’alam . Logoun ne Na’aoz Billah Mayam A.S ko Yousuf (carpenter) k sath badnam kia aur un pe tuhmat o ilzam lagaya

    1. dear marshel, hazrate isha a.s ek messenger hai allah ke … allah ke na koi beta hai na hi wariz , wo haar chiz se paak hai… uske siwa koi bhi pray ke layak nhi hai… hazrate isha a.s maryam ki aulad hai.. jimhe mere khuda ne bina baap ke paida kiya… hazrate isha a.s unn nabio mai se hai jinhe allah ne yahoodi aur muslim ko talim dene ke liye baija tha.. aur ha hazrate isha a.s ko kisi ne nhi mara… unhe mere rab ne upar bula liya tha aur qayamat ke roz wo duniya mai fir se aayege… aur antichrist ko maarege… aur fir se musalman ki taakat iss duniya mai hogi

  15. Isa alay Salam zinda utha liye gaye. Or Fir se duniya me Ayege. Or Isa a. s God k bete nhi.. Messenger nabi hy.. Hazrat mohammad s. a. W ke Pahle

    1. Yeshu Masih Prameshwar ka Putra tha Or Jab Woh Yaha Aaye The Yoh unhone murdo ko jinda kia janam k andhe ko theek kiya or Kaafi Saare Chamatkaar kiye or unhone khud kaha tha ki mai hi maarg satya jeevan mai hi hu or pehli baat bro prameshwar sabke 1 hi hai or prameshwar ni insaan ko marne ke liye ni banaya tha Balki Anant Jeevan Ke liye banaya Tha Aaj Jo Log Alag Alag Dharam Maj Bate Huye Hai Vohi Theek Karne Prameshwar ne 2000 years pehle Yeshu Ko Bheja Tha Or Yeshu Masih Or jo koi wishwas karega voh kabhi nahi marega swarg ka rajya unhi ka hai Or Aaj Duniya Paap Mai Hokar Alag Alag Dharam Mai Bati Hui Hai But ek Din Aayega Jab wishwaashi Utha liye Or Paapi Narak Ki behti hui aag mai… or mai Christian nahi hu bhaiyo mai indian hu but sacchai jaan ne ke baad mai yeshu mai aagya or Mai Thanks Kehna Chata Hu Prameshwar ko ki unhone mujhe sacchai ke marg mai pheka or ab Mujhe Yaha Aane ke baad mann ki shaanti mili or harr baat ka darr khatam hogya
      Press The Lord !

  16. galat baat, Hajrat Isa A. S ka koi walid{father} nhi h agar unka koi walid hote toh fir kisi baap ka beta khuda kaise hoga aur agar khuda hote toh fir marte Q aur agar woh mar v gaye toh fir 3days baad jinda Q hue. khuda janam leta nhi balkf janam deta h

  17. God se pahle hame apna bare me parichay hona jaroori hai -self knowledge -jab apna parichay ho jayega to thoda aashan ho sakta hai, who are you?

  18. i love u jesus.parbhu to asnbab ko smbb krne bale hai ishu ji.dosto in ke darbar me langre chalte hai.bahre sunte hai.gunge bolte hai.bs aap ko kuch bi nhi krna hai.only bisbas krna hai.kaisi bi problem hai sb solution hai jesus ke pass.bs un ki agyaon ka palan krna hai.

  19. I LOVE isa masih isa masih Allah ke messanger Nabi hain….Duniya aur akhirat me woh Allah ke khaso mein se hain….Allah ne ap ko moajze diye…murdon ko Allah ke hukm se zinda kiya….andhe ko ankhein di….Allah ne ap ko zinda utha liya….. Himanshu bhaiya isa masih ko kil thok ke mara nahi tha….balki Allah ne isa masih ko zinda Asmaan par utha liya….woh mare nahi hain …..Quraan mein soorah mariyam hai use padh lijiye….ap ki galatfahmi door ho jayengi……i love isa masih…..

  20. Mere khuda ke nek aur pyare nabi se pahele aaye aaye mere ishah_aleh salam nabi ko bhi hum hamare nabi hi mante he…
    Sukriya mere khuda jo aapne hume jo ishah_aleh salam ko bhi ata farmaya..

  21. Ishu Mere pita ji ko bhi thik kr dijiye…M apki abhari rahungi jay ishu….Ek viswas ki kiran jagi h apka nm sunkar mujhme…

    1. Jay Masih ki sister,

      Praying With full Of Your Heart and Aksing For health and he will deliver to you in the name of jesus.

      Amen

  22. if any one want to know about jesus then plz Read Bible and Jesus Prophecy According To Old Testament.
    jesus himself Prove that He is Son Of God.
    and Jesus Our Lord Also Told That “Know The Truth And Truth Will Set you Free…”
    Ans i Also Refer Some Verse AcActually Through Jesus (Isa Masih)

    Jesus saith unto him, I am the way, the truth, and the life: no man cometh unto the Father, but by me.
    John 14:6 KJV

    All things are delivered unto me of my Father: and no man knoweth the Son, but the Father; neither knoweth any man the Father, save the Son, and he to whomsoever the Son will reveal him.
    Matthew 11:27 KJV

    But I say unto you, That in this place is one greater than the temple.
    Matthew 12:6 KJV

    And so I tell you, every kind of sin and slander can be forgiven, but blasphemy against the Spirit will not be forgiven.
    Matthew 12:31 NIV

    He replied, “Because the knowledge of the secrets of the kingdom of heaven has been given to you, but not to them. Whoever has will be given more, and they will have an abundance. Whoever does not have, even what they have will be taken from them. This is why I speak to them in parables: “Though seeing, they do not see; though hearing, they do not hear or understand.
    Matthew 13:11‭-‬13 NIV

    So My all Brother and Sister Pray To The Lord And Asking For Wisdom And Also Reapent Your Sin In The Name Of Jesus And Be Pure and Also Free From The Sin and Live In Jesus With Holy Spirit Into You

    Amen.

    If Anyone Know More Plz Feel Free To Whtsapp Me.
    My whtsapp is : 8511291181

    God Bless You All
    God Will Deliver They Wisdom Into your Heart and Get Happy In The Name Of jesus.

    Take Care.

  23. Thanks Jesus

    I am from Brahmin family but whole the life i was upset about my future , my professional journey was not good, number of ups & down faced during my 41 years of life, earning was never stabled , but one day ………………………………………………………..

    for my rest miracle life story come & msg me at 7814694103

  24. Yishu shuli pr kabhi mara hi nahi hai
    Jab Yishu Ko suli Di gai tb vah Buddh ke shikshan me se ek parm dyan ki avastha me chale Gaye the
    Yahudiyo ne 3ghnte ke andr unhe gufa me rkh pathhr se band kr diya
    Yishu Ko Gupt rup se unke shishyo ne unka tin din ke bhitar ilaj kra Jo Yishu ne bhart Yatra ke daoran Buddh bhikshuo se sikhi thi
    Yishu mon dhard kr liye
    Yishu ka Apne Gao me rhna khatre se Khali nahi tha unho ne Apne kuchh shishyo Ko Bharat le Gaye
    Note:- मेरी मेग्दलीन ka Yishu Ko dekhna ek illusion bhi ho Sakta hai iska koi pukhta praman nahi hai ki usne Yishu Ko dekha
    Yaha sari chije likhana bahut muskil hai)

    Bhart ane par wo apni sari Umar Kasmir me bitaye
    Jinka Kabra waha sthapit hai

    Ab main point Yishu ka vyaktavya sbhi mahatmao se different tha kyoki yahudiyo ka culture bada hi alag tha unhe smjhna bada hi kathin tha

    Saare dhrm ke log parmatma ke baat karte hai but Yishu ne khud Ko parmata ka Putra btaya
    Taki waha ke log unki baato Ko samajh sake

    Yishu ke baaki shishy jinhone Bible likhi unhe vahi likha jo unho ne dekha Suna or sajha
    Or punarjnm ki baat bakwaas hai

    Yishu mare hi nahi to purnjamn kahe ka

    Gao ke bhole log Yishu Ko Dharm ke rup me manne Lage
    Or Dharm ke thekedar Yishu ki kitabe chhapne Lage

    Aaj Yishu hote Jo bade naraj hote

  25. आज जो भी मेरे मुंह से निकला उसे छमा करना मेरे पिता यीशु मशी मैं कभी भी आपका बिरोध नहीं क्या आज मुझे उकसाया गया इस लिए मेरे मुख से निकल गया मुझे आपका नाम ले के बुरा भला बोली प्रभु यीशु और घमंड बहुत ही करती है कविता मुझे नही पता कि ये कॉमेंट कहा जयेगा मैं रोशन लाल राम आपसे प्रथना करता हु प्रभु यीशु की मुझे छमा करे और उसे सत बुद्धि दे मेरे पिता और मैं जहा भी रहू किसी के साथ गलत तरीके से बात ना करू मुझे बुद्धि दे यीशु मसीह जय मशी की

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