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Eid Mubarak 2021 Images And Wallpapers

ईद के शुभ अवसर पर HimanshuGrewal.com की तरफ से आप सभी को Best Eid Mubarak Images and Wishes in Hindi का बेस्ट कलेक्शन लेकर आये है जिसको आप फ्री डाउनलोड करके व्हाट्सएप्प, फेसबुक इत्यादि जगह शेयर कर सको.

ईद प्रेम और भाईचारे को बढ़ाने वाला त्यौहार है| मुस्लिम लोग इस त्यौहार को बहुत ख़ुशी और उत्साह के साथ मनाते है| ईद पर चाँद के निकलने का सभी बहुत बेसब्री से इंतजार करते है.

लोग बहुत तैयारियां करते है, कपड़े खरीदते है| पूरा बाजार दुल्हन की तरह सजाया जाता है और सभी लोग अपने अपने घर पर नमाज पढ़ते है| मीठी ईद को ईद उल-फ़ित्र कहते है आईये जाने की ईद उल फ़ित्र कैसे मनाई जाती है.

ईद उल फितर पर निबंध हिंदी में

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ईद उल फितर मुस्लिम समाज का सबसे बड़ा त्यौहार है| मुस्लिम धर्म में एक अच्छा व्यक्ति बनने के लिए सिर्फ मुस्लिम होना काफी नहीं है इसमें पांच नियमो का पालन करना भी अनिवार्य है| वो पांच नियम इस प्रकार है:-

  1. इमान
  2. नमाज
  3. हज यात्रा
  4. रोजा
  5. जकात

हजरत मुहम्मद साहब ने अरब में देखा की सभी लोग एक दूसरे से दूर होते जा रहे है| ऐसे में मुहम्मद साहब सभी को एक जुट करने के लिए रोजे का रास्ता बनाया की सभी लोग बिना पानी, बिना अन्न के रहेंगे|

तो सबके मन में एक दूसरे के लिए सद्भावना आएगी और सभी लोग एक दूसरे के दुःख को अनुभव कर सकेंगे| तब से इस रमजान के पाक महीने में रोजा रखने की प्रथा बनी और ईद उल फितर मनाई जाने लगी.  

ईद के समय सभी अपने पुराने गीले शिकवे भूलकर गले मिलते है| ईद उल फितर सभी को एक करने के लिए मनाया जाता है.

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उल-फ़ित्र के बारे में अधिक जानने के लिए ईद क्यों मनाई जाती है? (उल-फ़ित्र) और (उल-अजहा) का इतिहास वाला लेख पढ़ सकते हो.

रमजान का महीना – Information About Eid in Hindi Language

Eid Mubarak Wishes in Hindi For Love and Friend

मुस्लिम समाज में रमजान के महीने की बहुत महत्वता है| इसे पुरे महीने में मुस्लिम लोग रोजा रखते है तथा रोजा रखने के कुछ नियम होते है जिनका पालन कर मुस्लिम लोग रोजा रखते है.

रमजान के महीने में रोजा रखने से आत्मा शुद्ध होती है| यह महीना इबादत के लिए ही नहीं बल्कि बुरी आदतों से बचने के लिए भी क्या जाता है.

रमजान 30 दिन का होता है| इसमें सूर्य के उदय होने से पूर्व आहार लेते है तथा शाम को सूर्य के ढलने तक पानी की बून्द तक नहीं लेते तथा सूर्य के ढल जाने के बाद ही अन्न जल ग्रहण करते है.

रमजान के पाक महीने में झूट बोलना और रोजे से होते हुए खाने के बारे में विचार करना पाप माना जाता है| यदी कोई झूट बोलता है और गाली देता है तो रोजा टूट जाता है.

इस पाक महीने में सभी मुस्लिम समाज के व्यक्ति कुरान पढ़ते है और नमाज अदा करते है| यह महीना त्याग का महीना है त्याग और बलिदान करने से व्यक्ति हमेशा ऊपर उठता है.

इसे भी पढ़े » ईद पर निबंध (बकरा और मीठी ईद की कहानी)

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Whatsapp Status For Eid Mubarak in Hindi

हमने आप सबको ईद के बारे में जानकारी तो दे दी है| अब हम आपको ईद पर सभी को विश करने के लिए ईद शायरी दे रहे है.

ईद के मोके पर सब पकवान बनाते है और सभी को गले भी मिलते है| यह ख़ुशी और उल्ल्हास का त्यौहार है| गले मिलते समय आप अपने दोस्तों और अपने रिश्तेदार को शायरी भी सुना देंगे तो कितना अच्छा होगा| इसिलए हम आपके लिए ईद की शायरी भी लाये है| आईये शायरी पढ़ते है.

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#(1). Eid Mubarak Wishes in Hindi For Love and Friend

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बे-जुबान को जब वो जुबां देता है; पढ़ने को फिर वो कुरान देता है; बक्शने पे आये जब उम्मत के गुनाहों को; तोहफे में गुनाहगारों को रमजान देता है!

#(2). Whatsapp Status For Eid Mubarak in Hindi

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आसमान पर नया चाँद है आया; सारा आलम ख़ुशी से जगमगाया; हो रही है सहर ओ इफ्तार की तैयारी; सज रही है दुआओं की सवारी; पूरे हों आपके सब अरमान; मुबारक हो आपको प्यारा रमजान!

#(3). Beautiful Images Of Eid Mubarak in Hindi Free Download

‘मुबारक हो आपको खुदा की दी यह जिंदगी, खुशियों से भरी रहे आपकी यह जिंदगी, गम का साया कभी आप पर ना आए,…

#(4).

गुल ने गुलशन से गुलफाम भेजा है, सितारों ने आसमान से सलाम भेजा है, मुबारक हो आपको रमादान का महीना, ये पैग़ाम हमनें सिर्फ आपको भेजा है…

#(5).

रात को नया चाँद मुबारक; चाँद को चाँदनी मुबारक; फ़लक को सितारे मुबारक; सितारों को बुलंदी मुबारक; और आपको हमारी तरफ से रमज़ान मुबारक!

#(6).

किसी का ईमान कभी रोशन न होता, आगोश में मुसलमान के अगर क़ुरान न होता, दुनिया न समझ पाती कभी भूक और प्यास की कीमत, अगर 12 महीनों मे 1 रमजान न होता…

#(7).

तुम इबादत के लम्हों में मेरा एक काम करना; हर सहरी से पहले, हर नमाज़ के बाद; हर इफ़्तार से पहले, हर रोज़े के बाद; सिर्फ अपनी दुआ के कुछ अलफ़ाज़ मेरे नाम करना।

#(8).

ए चाँद उनको मेरा पैगाम कहना; ख़ुशी का दिन और बरकत का धाम कहना; जब वो देखें बाहर आ कर आपको तो उनको मेरी तरफ; मुबारक हो रमजान का महीना कहना|

#(9).

हों आप पे रमदान की लाखों बरकतें नाज़िल; ना रहे दिल एक पल भी इबादत से ग़ाफिल; आपकी हर दुआ हो क़बूल कामील; और उन दुआओं में हम भी हों शामिल।

#(10).

हम आपको याद करते हैं; हम रमज़ान में यही फरियाद करते हैं; बख्शे हर गुनाह ख़ुदा सब के; बस यही दुआ करते हैं।

#(11).

मेरे खुदा तेरा शुक्रिया; मेरे खुदा तेरा रहम; मेरी दुआ है बस तुझसे ए मुर्शिद मेरे कि हमेशा रहे मुझ पर तेरा करम।

#(12).

वक्त तू परिंदे की तरह है उपहार बन जाएगा; गया वक्त फिर कभी नहीं वापस आयेगा; कर लो दिल भर के नेकियाँ रमदान मेरा; रमदान तू मेहमान है चला जाएगा!

#(13).

बरसेगा इंसान पे आज अल्लाह का नूर इस कदर; होता है समंदर में पानी जिस कदर; अगर इबादत में रहे मशरूफ आज हम, आज चमकेगा ज़रूर हमारा मुक़द्दर; करेगा जो इबादत अगर आज शाम-ओ-सहर; अल्लाह की रहमत-ए-नजर होगी उस पर।

#(14).

बरकतों का मौसम है, खुदा से कर लो दुआएं; होगा ज़रूर वो परवरदिगार भी आप पर मेहरबान; मंज़ूर हो आपकी हर अर्ज़ उस दाता के दरबार में; हम भी करते हैं कि मुबारक हो आपके लिए ये रमजान!

#(15).

मुबारक मौका अल्लाह ने अतः फ़रमाया, एक बार फिर बंदगी की राह पे चलाया, अदा करना अपना फ़र्ज़ तुम खुदा के लिए… ख़ुशी से भरी हो ईद आपके लिए!


रमजान क्यों मनाया जाता है?

रमजान के महीने को पाक महीना माना जाता है। भारत सहित पूरी दुनिया के अन्य देशों में मुस्लिम समुदाय द्वारा अल्लाह के द्वारा दी गई हर निमित के लिए अल्लाह का शुक्र अदा किया जाता है। ईद मुबारक इमेज को शेयर करने से पहले मैं आपके साथ ईद से जुड़े कुछ प्रमुख जानकारी आपके साथ अपने इस आज के लेख के माध्यम से शेयर करने जा रहा हूँ जिसमें मैं आपके साथ शेयर करूँगा कि इबादत कहे जाने वाले महीने की शुरुआत कब और कैसे हुई?

अब मैं आपको रमजान की सच्चाई और रमजान की कहानी के विषय में बताऊंगा। साथ ही हम जानेंगे की रमजान ईद के दिन मुसलमान लोग कहां जाते हैं। तो रमजान का सच और रमजान का हिंदी अर्थ जानने के लिए लेख पूरा पढ़ें।

इबादत के इस महीने को रमजान का महीना कहा जाता है, रमजान इस्लामिक कैलेंडर का नौवा महीना है, और यह महीना कभी 29 दिन तो कभी 30 दिन का होता है। रमजान शब्द एक अरेबिक शब्द है जिसका अर्थ – “चिलचिलाती गर्मी तथा सूखापन”।

ऐसा माना जाता है कि इस महीने के 27वीं रात को कुरान नाजिल हुई थी और यही कारण है कि इस महीने में कुरान को पढ़ना पुण्य कार्य माना जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि रमज़ान महीने के गरम होने के कारण मुहम्मद साहब ने अरब वासियों को यह पैगाम दिया था कि चिलचिलाती गर्मी होने के कारण अपना ज्यादातर समय अपने घरों में ही व्यतीत करें और यही वो समय है आप अल्लाह की इबादत पूरे जतन से कर सकते हैं।

इस महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग उपवास रखते हैं, दोस्तों उपवास को अरबी में “सौम” कहा जाता है और इसलिए इस महीने को अरबी में माह-ए-सियाम भी कहते हैं। फारसी में इसी उपवास को रोजा कहा जाता है। रोजा रखने वाले व्यक्तियों द्वारा सुबह सूर्योदय होने से पहले थोड़ा भोजन खाया जाता है और इस समय को सहरी कहा जाता है। जबकि रोजा धारक द्वारा पूरे दिन रोजा रखने के बाद शाम के समय खाये गए भोजन को इफ्तार कहा जाता है। रोजा को खोलते समय खजूर खाने का महत्व है क्योंकि अल्लाह के दूतों को रोजा खोलते समय खजूर खाकर रोजा तोड़ने को कहा गया था और तब से यह परंपरा चली आ रही है।

रमजान का यह महीना ईद के चाँद के साथ समाप्त होता है और फिर शुरुआत होती है ईद उल फितर या फिर मीठी ईद से। रमजान के महीने में खास तौर से रात के समय नमाज पढ़ना, कुरान पढ़ना, जकात करना और जरूरत मंदो की मदद करने पर भी ध्यान दिया जाता है। इसलिए इस महीने को नेकी और इबादत का महीना कहा जाता है।

वर्ष 2019 तक हमने सभी त्योहार को पूरे हर्ष और उल्लास के साथ एक दूसरे के साथ खुशियाँ बाटते हुए मनाया है परंतु पिछले वर्ष से कोरोना नामक महामारी ने पूरे विश्व को हिला कर रख दिया जिसकी वजह से हम सभी अपने अपने घरों में कैद हो गए हैं ताकि हम सुरक्षित रह सके और महामारी के समाप्ति के बाद त्योहार को अच्छे से मना सकें।

Eid Ul Fitr Essay in Hindi

Eid-ul-fitr 2021 पिछले वर्ष के भाति ही आपको अपने घर पर रह कर ही मनाना चाहिए। क्योंकि कोरोना महामारी ने तबाही मचाई हुई है। अभी भारत में इसका दूसरा लहर हमें देखने को मिल रहा है जिसमें लाखों लोग अब तक अपनी जान गवा चूकें है। विकट के इस घड़ी को देखते हुए मुस्लिम धर्मगुरुओं ने तमाम लोगों से गुजारिश करते हुए कहा है कि सभी लोग घरों में ही ईद की नमाज पढ़ें एवं अपने परिवार के साथ खुशियां मनाए।

यह सुनने में ही दिल को झकझोर देता है। सोचिए जिनके साथ बीती है उनपर क्या गुज़री होगी कि – कई लोग तो अपनों को कंधा भी नहीं दे सके, आए दिन हम न्यूज़ में देख रहे हैं कि लाशों की लम्बी – लम्बी लाइन लगी हुई है। विशेषज्ञ के मुताबिक अभी तीसरी लहर बाकी है जो कि यकीनन ही दूसरे लहर से भयंकर रूप में होगी। इसके लिए हमें पहले से सावधान हो जाना चाहिए और बहुत एहतियात बरतने की जरूरत है।

इस साल रमजान का महीना 13 अप्रैल को शुरू हो गया था, इसलिए पूरी उम्मीद है कि ईद उल फितर 13 मई अर्थात गुरुवार या 14 मई यानि कि शुक्रवार को मनाई जा सकती है। हालांकि, चांद देखकर ही इसकी सही तारीख तय होगी। इमाम हाउस जो की दिल्ली में स्थित है उसके मुख्य डॉक्टर इमाम उमेर अहमद इलियासी ने जनता से अपील करते हुए कहा कि यह बेहद कठिन समय चल रहा है, मैं सभी लोगों से गुजारिश करता हूं कि आप सभी लोग सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस का पालन जरूर करें। मस्जिदों के अंदर चंद लोग ही नमाज पढ़ रहें है इसलिए आप बीते साल की तरह इस साल भी नियमों का पालन करें।

दोस्तों, यह कहना गलत नहीं होगा कि अपनों की जान बचाना हर किसी की जिम्मेदारी है, क्योंकि जैसा की हम न्यूज़ में देख रहे हैं कि इस साल भी महामारी खत्म नहीं हुई है और ऐसे में लोगों की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं हो पाई है। ऐसे में हमारा फ़र्ज़ बनता है कि हम सभी ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करें।

इस वर्ष भी आप ईद उल फितर के दिन सुबह नए कपड़े पहनकर नमाज अदा अपने घर पर ही करें और अपने और अपने परिवार के लिए अमन और चैन की दुआ मांगे। ईद-उल-फितर में मीठे पकवान (खासतौर पर सेवइयां) का काफी प्रचालन है तो इस बार भी सेवई जरूर बनाएँ और अपने परिवार के साथ ईद मनाए। आपके जो रिश्तेदार आपसे दूर रहते हैं उनको आप ऊपर दिये गए ईद मुबारक इमेज सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर कर सकते है और ईद की मुबारकबाद दे सकते हैं।


आप सभी को अगर Eid Mubarak Images and Hindi Shayari का लेख पसंद आया हो तो शेयर जरूर करियेगा और कमेंट करना बिलकुल ना भूले। आप सभी को ईद की बहुत बहुत मुबारकबाद और आप सभी के रोजे कुबूल हो।

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