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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय हिंदी में

नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय – आम इन्सान से प्रधानमंत्री बनने तक का सफ़र

नमस्कार दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय पर चर्चा करेंगे|

भारत देश के 14 प्रधानमंत्री – नरेन्द्र मोदी जी का राजनितिक परिवार से कोई लेना देना नहीं था, लेकिन उनके इंटरेस्ट ने आज उनको उस मुकाम पर पहुचा दिया जहा तक पहुचने की उन्होंने खुद अपने सपने में भी नहीं सोचा था.

आइये जानते हैं की कैसे एक रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने वाला व्यक्ति आज एक देश का प्रधानमंत्री बना!

दोस्तों मुझे यकीन है की आपको इस लेख में बहुत सी रोचक जानकारी मिलेगी, जो इससे पहले आपको पता नहीं होगी|

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय हिंदी में

सबसे पहले हम यह जान लेते है की नरेंद्र मोदी का जन्म कब हुआ और नरेंद्र मोदी का परिवार में कोन कोन है.

नरेंद्र मोदी का पूरा नाम क्या है ?

नरेन्द्र मोदी का पूरा नाम नरेन्द्र दामोदर दास मोदी है| इनका जन्म 17 सितम्बर 1950 को गुजरात के वडनगर मेहशाना जिले के एक गरीब परिवार में हुआ था.

उनके पिता जी का नाम दामोदर मूलचंद मोदी है और नरेन्द्र मोदी की माँ का नाम हीराबेन मोदी है|

नरेंद्र मोदी के कुल 6 भाई-बहन हैं-

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  1. सोमा मोदी
  2. प्रहलाद मोदी
  3. पंकज मोदी
  4. अमरुत
  5. बसंती
  6. और एक स्वयं नरेन्द्र मोदी

नरेन्द्र मोदी बचपन से बहुत साहसी बालक थे उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया की जब वे एक छोटी सी झील में नहा रहे थे तो वे एक मगरमच्छ को पकड़ कर घर ले आये थे.

नरेंद्र मोदी की शिक्षा

मोदी जी की प्रारंभिक शिक्षा वडनगर, गुजरात से हुयी, जहाँ उन्होंने 1967 में अपना हाई स्कूल पास किया था.

फिर उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी Distance-Education (SOL) से लेकर राजनीति विज्ञान में डिग्री प्राप्त की और उसके बाद 1978 में गुजरात यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में मास्टर ऑफ़ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त की.

नरेन्द्र मोदी बताते हैं की भले ही वे अपनी कक्षा में अव्वल ना आये हो मगर पढ़ने का उन्हें बहुत शौक था, जबकि उनके क्लासमेट और टीचर बताते हैं कि वे एक अच्छे वक्ता (Excellent speaker) भी थे.

अपनी बात को दमदारी से पेश करने का हुनर उनमे बचपन से ही भरा हुआ था, सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि नरेन्द्र मोदी अपने विद्यालय में होने वाले कार्यक्रम में भी बढ़ चड़कर हिस्सा लेते थे, और इसी बात पर उनके अध्यापक उनसे बहुत खुश भी रहते थे.

विद्यालय की छुट्टि होने के बाद वे अपने पिताजी के साथ चाय के स्टाल में लग जाते थे और पिताजी के काम काज को सरल करने में अपना हाथ बताया करते थे और इसके अलावा उनको जब भी उनको टाइम मिलता वे लाइब्रेरी में चले जाते थे.

मोदी के अंदर देश प्रेम की भावना

मोदी के अंदर देश प्रेम की भावना बचपन से ही भरी हुई थी जो उन्होंने आज साबित भी कर दिया है| अक्सर हम न्यूज़ में देखते हैं नरेंदर मोदी जी अपना समय भारत के सैनिको के साथ बिताते हैं.

मोदी ने 8 साल की उम्र में ही यानी साल 1972 में ही R.S.S. (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) ज्वाइन कर लिया था, और जब भारत चीन युद्ध (1962) और, भारत पाक युद्ध (1965) हुआ.

तब वे जवानों के लिए ट्रेन में चाय और खाना ले जाते थे और इनको देख कर मोदी जी के अंदर का देश भक्ति और जाग गयी.

नरेंद्र मोदी की जीवनी (निजी जीवन)

नरेंद्र मोदी जब 13 साल के थे तो उनका विवाह स्थानीय लड़की जशोदाबेन के साथ कर दिया गया मगर उन्हें बचपन से ही शादी विवाह में कोई रूचि नहीं थी इसलिए उस वक़्त उन्होंने उस विवाह को अस्वीकार कर दिया बाद में जसोदाबेन को गौना कर घर वापस लाया गया था.

फिर उम्र बढ़ते बढ़ते उनकी और कई चीजों में भी रूचि जागी और वे लाइब्रेरी में स्वामी विवेकानंद जी की किताबो का गहराई से अध्ययन करते थे जिनका उनके जीवन पर इतना गहरा प्रभाव पड़ा कि उन्होंने सन्यासी जीवन जीने की ठान ली.

केवल 17 साल की उम्र में वे अपना परिवार अपनी पत्नी को छोर घर से अध्यात्म की खोज में निकल पड़े| अब जानते हैं उनका सन्यासी जीवन|

नरेंद्र मोदी का सन्यासी जीवन

घर छोरने के बाद उन्होंने सन्यासी बनने की ठान ली, और उसी दौरान वो बहुत से धार्मिक जगहों जैसे-

  • उत्तराखंड में ऋषीकेश,
  • बंगाल में रामकृष्ण आश्रम
  • पूर्वोत्तर भारत

और भी कई जगहों का भ्रमण भी किया, और इस दौरान उन्हें जीवन और राष्ट्र भक्ति को और नजदीक से जानने का मौका मिला.

इन दो सालो के भ्रमण में मोदी जीवन का मतलब और देश भक्ति से अच्छी तरह रूबरू हो चुके थे| जिस से उन्होंने सन्यासी जीवन की इच्छा को देश भक्त के जीवन में बदल लिया और वे 2 साल बाद ही घर लौट आये.

घर पर वे सिर्फ 2 हफ्ते रुके और फिर अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए| जहाँ उन्होंने R.S.S फिर से ज्वाइन किया और यहाँ से शुरू हुआ देश की सेवा का सफर.

आरएसएस में नरेंद्र मोदी का सफ़र (नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय)

अब यहाँ मोदी की दिनचर्या व्यस्त तो थी पर इस व्यस्तता में भी उन्होंने पढ़ाई को जारी रखा.

मगर जब इंदिरा गाँधी के शाशनकाल 1975 में जब आपातकाल की घोषणा हुई तो तत्कालीन जनसंघ पर भी संघ के साथ प्रतिबंध लगा दिया गया था|

मगर मोदी संघ के बंद होने के बावजूद भी देश की सेवा करते रहते थे, सरकार की गलत नीतियों का जमकर विरोध किया करते थे.

आपातकाल हटने के बाद जनसंघ का विलय जनता पार्टी में हुआ और केन्द्र में मोरारजी देसाई के प्रधानमन्त्रित्व में मिलीजुली सरकार बनी|

1975 के बाद से धीरे-धीरे इस संगठन का राजनीतिक महत्व बढ़ता गया और इसकी परिणति भाजपा जैसे राजनीतिक दल के रूप में हुई जिसे आमतौर पर संघ की राजनीतिक शाखा के रूप में देखा जाता है.

नरेंद्र मोदी के इस योगदान को और देश के प्रति समर्पण को देखकर उनको B.J.P (भारतीय जनता पार्टी) में शामिल कर लिया गया| और अब यहाँ से शुरू हुआ नरेंदर मोदी जी का राजनैतिक जीवन.

नरेंद्र मोदी जी का राजनीतिक सफर

शुरुआत में नरेन्द्र मोदी ने 1990 में आडवाणी की भव्य रथ यात्रा का आयोजन कुशलता पूर्वक किया और इसी तरह उन्होंने बाद में मुरली मनोहर जोशी जी की भव्य यात्रा का आयोजन सफलतापूर्वक करवाया जिस से बीजेपी उनसे बहुत प्रभावित हुयी और उनको बीजेपी में शामिल कर के उनको केन्द्रीय मन्त्री का दायित्व सौंपा गया.

2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल की सेहत बिगड़ने लगी और 2001 में गुजरात में जो भूकम आया, केशुभाई पटेल से उस वक़्त गुजरात संभल नहीं पाया और इस वजह से उन्हें मुख्य मंत्री के पद से निष्काषित कर दिया गया.

3 अक्टूबर 2001 को नरेन्द्र मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री की कमान सौंप दिया गया.

नरेन्द्र मोदी ने अपने मुख्यमंत्री पद बार सराहनीय काम किया और गुजरात को चौमुखी विकास किया, जिसका परिणाम यह हुआ की गुजरात की जनता ने मोदी जी को लगातार चार बार गुजरात का मुख्यमंत्री चुन लिया.

अब एक तो नरेन्द्र मोदी ने लगातार चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री बनकर अपनी ख्याति पूरे देश में बना ली थी और साथ ही उनके भाषण इतने आकर्षक होते थे कि 2014 में चुनाव के पहले ही कुछ लोगो ने उन्हें प्रधानमंत्री मान लिया था.

नतीजा यह हुआ कि चुनाव परिणाम में उन्होंने 280 सीटें जीतकर एक बहुत बड़ी ऐतिहासिक जीत हासिल की| और 16 मई 2014 को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उन्हें प्रधान मंत्री पद की शपथ दिलाई| और उन्होंने संसद में प्रवेश करने से पहले संसद में नतमस्तक होकर भारत के 14वे प्रधानमंत्री का पद भार संभाला.

नरेंद्र मोदी जी खुद को देश का सबसे प्रधान सेवक कहकर पुकारते हैं जो उनके देश प्रेम और देश वासियो के प्रति प्रेम को दर्शाता है|

प्रधान मंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंने देश के हित के लिए बहुत सारी योजनाए लागू की हैं और नोटबंदी जैसे बड़े फैलसे लिए जो आसान काम नहीं था.

दोस्तों मै आपको बता दूं की जब नोटबंदी का फैसला लिया तब $1= 68 रुपये के बराबर था और आज $1 = 63-64 रुपये के बराबर है यानी हमारा देश प्रगति के पथ बार अग्रसर हो रहा है.

दोस्तों ये था हमारे देश के सबसे लोकप्रिय नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय, आशा है आपको यह जानकारी अद्भुत लगी हो|

इनके बारे में भी अवश्य जाने⇓ 🙂

इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद, आप इस आर्टिकल को अपने छोटे भाई के साथ सोशल मीडिया में ज़रूर शेयर करे, ताकि उनको भी नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय पढ़ने का मौका मिला.

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3 Comments

  1. हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के बारे में आपने बहुत ही अच्छा लेख लिखा है! हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी हम सभी के लिए प्रेरणादायक है! इस लेख के द्वारा हमको और भी कई बाते प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के बारे में जानने को मिली है! इतना बड़ा आर्टिकल प्रकाशित करने के लिए आपका दिल से thnkas….

  2. हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक सच्चे प्रधानमंत्री है ऐसे ही प्रधानमंत्री हमारे देश मे चाहिए
    और आप यह कहानी बहुत अच्छे लिखी है
    Thanks

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