गणेश चतुर्थी पर 10 वाक्य और लाइन
🙏 ॐ गन गणपतए नमो नमः 🙏
10 Lines on Ganesh Chaturthi in Hindi 2021 | Few Lines on Ganesh Chaturthi in Hindi | 10 Sentences on Ganesh Chaturthi in Hindi | Lines on Ganesh Ji in Hindi
हर साल देश के विभिन्न राज्यों में गणेश चतुर्थी का पर्व बड़े ही उत्साह एवं आनंद के साथ मनाया जाता है। इस समय लोग भक्ति के रंग में डूबे रहते हैं, गणपति बप्पा के भजन संगीत हमें सुनने को मिलते हैं। अगर आप भी गणेश चतुर्थी का त्योहार वर्षों से मनाते आ रहे हैं और इस साल आपको इस पर्व पर कुछ कहने का मौका दिया गया है। तो आज हम आपको गणेश चतुर्थी पर 10 लाइन साझा कर रहे हैं जिन्हें आप किसी मंच से बोल सकते है या परीक्षाओं में लिख सकते हैं। इसके अलावा यहां आप इस लेख में गणेश जी के जीवन से जुड़ी कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करेंगे।
10 Lines on Ganesh Chaturthi in Hindi
1. 👉 गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से भी पुकारा जाता है। गणेश चतुर्थी की पूजा विध्नहर्ता भगवान गणेश के जन्मदिवस को मनाने के लिए किया जाता है।
2. 👉 ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian calendar) {ग्रेगोरी कालदर्शक} के अनुसार गणेश चतुर्थी का त्योहार अगस्त और सितंबर के महीने में मनाई जाती है वही हिंदी कैलेंडर के अनुसार गणेश चतुर्थी का त्योहार भाद्रपद के महीने में मनाई जाती हैं।
3. 👉 गणेश चतुर्थी यानी कि भगवान गणेश की पूजा भाद्रपद महीने के चौथे दिन से शुरू होती है और 10 दिन तक चलती है। इन 10 दिनों तक घर घर में सभी जगह गणेश जी की पूजा करते हैं।
4. 👉 गणेश पूजा मनाए जाने के पीछे का इतिहास बहुत पुराना है, लेकिन मान्यता है महाराष्ट्र में गणेश जी की पूजा ‘छत्रपति शिवाजी महाराज‘ के नाम के साथ ही की जाती है।
5. 👉 19वीं शताब्दी में बाल गंगाधर तिलक के अनुरोध करने पर पहली बार महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी का त्योहार जोरों शोरों से मनाया जाता है। उस समय बाल गंगाधर तिलक ने गणेश चतुर्थी के त्यौहार को स्वतंत्रता संग्राम के हथियार के रूप में प्रयोग किया था।
6. 👉 भगवान गणेश देवों के देव महादेव और माता पार्वती के दूसरे व सबसे छोटे पुत्र हैं। भगवान गणेश को प्रथम पूज्य इसलिए कहा जाता है क्योंकि सभी देवों में उनकी पूजा सबसे पहले की जाती हैं।
7. 👉 गणपति बप्पा को ‘विघ्न विनाशक’ और विघ्नहर्ता के नाम से भी बुलाया जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश भक्तों के जीवन से हर दुख हर बला को दूर कर देते हैं। भक्तों के विघ्न को दूर करने के कारण बप्पा को विघ्नहर्ता के नाम से बुलाया जाता है।
8. 👉 हालांकि गणेश चतुर्थी में गणेश जी की पूजा 10 दिनों तक की जाने की मान्यता है लेकिन लोग अपनी सुविधा अनुसार गणेश जी का मूर्ति पूजन 1.5 दिन, 5 दिन, 7 दिन या 10 दिन के लिए करते हैं।
9. 👉 भगवान गणेश की पूजा के दौरान उन पर दूर्वा, घास, मोदक और पुरण पोली चढ़ाते हैं और पूजा हो जाने के बाद यही चढ़ावा भक्तों को प्रसाद के रूप में प्रदान किया जाता है।
10. 👉 दस दिनों तक गणेश जी की पूजा करने के बाद लोग गणेश जी की प्रतिमा का नदी, तालाब, सागर और अन्य जगहों पर विसर्जन करते हैं।
Few Lines on Ganesh Chaturthi in Hindi
गणेश चतुर्थी पर निबंध हिंदी में
गणेश चतुर्थी हिंदुओं का त्यौहार है। इस त्यौहार को हर साल बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है विशेष तौर पर महाराष्ट्र और कर्नाटक में! गणेश चतुर्थी का त्योहार महाराष्ट्र में जिस तरह से मनाया जाता है वैसा पूरे भारत में और कहीं नहीं मनाया जाता है।
पुराणों के अनुसार गणेश जी को प्रथम पूज्य देवता के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इन्हें शिव जी के द्वारा यह वरदान प्राप्त हुआ था कि सभी देवताओं से पहले उनकी पूजा की जाएगी।
हर तरह की परेशानियों, मुश्किलों और समस्याओं से लड़ने के लिए गणेश जी को मन में एक बार याद कर लेने से मुश्किलों से सामना करने की शक्ति आ जाती हैं। बहुत से संस्थाओं और धार्मिक केंद्रों में गणेश पूजा के समय पंडाल बनाए जाते हैं। इन पंडालों में गणेश जी की बड़ी बड़ी प्रतिमा लगाई जाती हैं।
ऐसी मान्यता है कि गणेश चतुर्थी के दिन है भगवान गणेश का जन्म हुआ था। हिंदू कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद महीने के शुक्ल चतुर्थी के दिन गणेश पूजा मनाई जाती हैं। गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा करते समय उन्हें मीठा और स्वादिष्ट मोदक का भोग भी लगाया जाता है।
गणेश जी की पूजा में फूल, पान, रोली सिंदूर के साथ गणेश जी के मनपसंद भोजन का भोग लगाया जाता है। मोदक के अलावा पीले रंग की मिठाई, केला खीर आदि गणेश जी के पसंदीदा भोग में से एक हैं। गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों में अलग-अलग आकार व रंग रूप के गणेश जी की प्रतिमाओं को घर लाते हैं।
What is special about Ganesh Chaturthi in Hindi
गणेश चतुर्थी के महत्व को शब्दों में बता पाना बहुत ही ज्यादा मुश्किल है। क्योंकि गणेश चतुर्थी हिन्दू धर्म के अनुयाइयों के लिए सबसे पहला पर्व माना जाता है इसलिए इसकी खुशी सबसे ज्यादा होती है।
पहले पर्व होने के कारण लोगों के अंदर इस त्यौहार को लेकर अलग ही उत्साह और प्यार देखने को मिलता है। गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश जिन्हें हम प्यार से गणेशजी उर्फ बप्पा कहते हैं इस त्यौहार के दिन उनका जन्मदिन मनाया जाता है।
जिस तरह हम अपने घर पर एक बच्चे का जन्मदिन मनाते हैं उससे भी कहीं ज्यादा प्यार से लोग भगवान गणेश जी का जन्मदिन मनाते हैं और 10 दिनों तक उनकी बड़े प्यार से पूजा करते हैं।
गणेश चतुर्थी आते ही ऐसा लगता है मानो सारी दुख सारी बलाए दूर हो गई हो। इसीलिए घर घर में गणेश जी की पूजा इतनी जोर शोर से की जाती है। गणेश जी के आगमन से पूरा वातावरण निर्मल हो जाता है।
- गणेश चतुर्थी के समय बच्चा, बूढ़ा, जवान हर किसी के मुख पर एक अलग ही तेज दिखाई देता है। क्योंकि हर कोई भक्ति के रंग में मग्न होता है।
- गणेश चतुर्थी के दिन बप्पा की मूर्ति की स्थापना करने से उनकी प्रतिमा विसर्जन तक हर एक दिन लोग उनकी पूजा करते हैं और आरती उतारते हैं।
- महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी के समय ऐसा लगता है मानो जैसे कोई बहुत बड़ा मेला या कार्निवल चल रहा हो। मुंबई में हर तरफ से गणेश जी दिखाई देते हैं।
- प्रथम पूज्य होने के कारण भी गणेश जी हम सब भक्तों के सबसे प्रिय हैं। यह भी बहुत बड़ा कारण है कि हम भक्त गणेश चतुर्थी के त्योहार को इतने जोरों शोरों से मनाते हैं।
Ganesh Chaturthi 2021 Wishes in Hindi
गणेश चतुर्थी के समय बप्पा के आगमन से घर-घर में हर्ष और उल्लास का वातावरण बना रहता है। हर कोई एक दूसरे को गणेश चतुर्थी की बधाई देते हैं। गणेश चतुर्थी की बधाई लोग इस तरह से देते हैं-
Ganesh Chaturthi 2021 Shayari in Hindi
मोदक जिनका प्रिय है! मूषक है सवारी! दुखहर्ता सुखकर्ता हमारे पालन कारी!! आपको और आपके सभी परिवारों को गणेश पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं !!
Ganesh Chaturthi 2021 Quotes in Hindi
सुख समृद्धि ज्ञान का भंडार लेकर इस बार फिर से गणपति बप्पा पधार रहे हैं! मन से स्वागत करो हमारे विघ्नहर्ता की!! Happy Ganesh puja
Where is the Original Head of Lord Ganesha in Hindi
गणेश जी का कटा हुआ सिर कहां है: गणेश जी के सिर पर हाथी के सिर की कथा तो हम सभी ने कई बार सुनी है। लेकिन यह सवाल अक्सर हमारे मन में आता है कि जब शिवजी के त्रिशूल से गणेश जी का मस्तिष्क कटा तो फिर उस मस्तिष्क का क्या हुआ क्योंकि उसके जगह पर तो हाथी का सिर रखा गया था।
पहली गणेश कथा
इस प्रश्न के जवाब में लोक कथाएं काफी प्रचलित हैं। पहले कथा यह कहती है कि जब गणेश जी का जन्म हुआ था तब सभी देवी देवता वहां उन्हें आशीर्वाद देने के लिए उपस्थित हुए थे और वहां शनिदेव भी उपस्थित थे। लेकिन जैसे कि शनिदेव को श्राप मिला है कि उनकी दृष्टि पड़ने से चीजों में हानि होगी! ऐसा ही कुछ गणेश जी के साथ भी हुआ था। कहा जाता है कि जब शनि देव के दृष्टि भगवान गणेश पर पड़ी तब उनका सर धड़ से अलग हो गया और चंद्रलोक में कहीं खो गया।
दूसरी गणेश जी की कथा
दूसरी लोक कथा कहती है कि माता पार्वती ने जब स्नान के समय उन्हें बाहर पहरेदारी के लिए खड़ा किया था। तब भगवान शिव और गणेश जी के बीच हुई बातचीत के बाद भी जब गणेश जी प्रवेश के लिए नहीं मान रहे थे तब भगवान शिव ने उन पर अपने त्रिशूल से वार किया जिसके कारण उनका सर उनके धड़ से अलग हो गया और चंद्रलोक में कहीं चला गया।
इसीलिए जो लोग गणेश जी की कृपा पाना चाहते हैं वे Sankashti Chaturthi (संकष्टी चतुर्थी) के दिन चंद्र को भी अर्घ्य अर्पित करते हैं और उनकी भी पूजा करते हैं इससे उन्हें गणेश जी के साथ-साथ चंद्रमा का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। गणेश जी की यह पूजा उन लोगों के लिए भी बड़ी लाभदायक होती है जो चंद्र दोष से परेशान हैं।
निष्कर्ष
HimanshuGrewal.com की और से आप सभी पाठकों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक बधाइयां देते है। इस लेख को यहां तक पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद। अगर जानकारी पसंद आई है तो अन्य भक्त गणों के साथ शेयर करना ना भूलें।
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आपका हर पोस्ट बहुत ही जानकारी से भरा हुआ हैं। महत्वेपूर्ण जानकारी देने के लिए धन्य।वाद।