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ब्रेन हेमरेज क्या होता है

ब्रेन हेमरेज क्या है? इसके लक्षण और बचने के उपाय

आज की भागदौड़ भरी एवं तनाव भरी जिंदगी में मनुष्य के लिए स्वस्थ रहना इतना आसान नहीं रह गया है। प्रतिवर्ष हमें ब्रेन हेमरेज के मामले अपने आसपास या समाचारों में देखने को मिलते है। लेकिन यदि सही समय पर ब्रेन हेमरेज के लक्षणों का पता लगा लिया जाए तो इसका उपचार संभव है।

अतः आज कि इस पोस्ट में हम आपके लिए ब्रेन हेमरेज क्या होता है (Brain Hemorrhage in Hindi) से जुड़ी अहम जानकारियां शेयर कर रहे हैं, क्योंकि हमारे शरीर की संपूर्ण क्रियाएं दिमाग से ही संभव होती है। लेकिन यदि दिमाग अस्वस्थ हो जाए तो फिर आप सोच सकते हैं यह कितना खतरनाक साबित हो सकता है।

दिमागी समस्या एवं बीमारियों की बात करें तो इसमें सबसे लोकप्रिय है ब्रेन हेमरेज। क्योंकि आज एक छोटे बच्चों से लेकर युवाओं एवं बुजुर्गों में भी यह समस्या हो रही है। तो आइए सबसे पहले हम जान लेते हैं कि ब्रेन हेमरेज होता क्या है, ब्रेन हेमरेज रिकवरी टाइम कितना है और ब्रेन हेमरेज का ऑपरेशन कैसे होता है?

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What is Brain Hemorrhage in Hindi

ब्रेन हैमरेज का अर्थ: ब्रेन हेमरेज को हम Stroke, Brain attack जैसे नामों से भी जानते हैं। ब्रेन हेमरेज एक मानसिक दौरा होता है।

यह समस्या मनुष्य के दिमाग की धमनियों से शुरू होती है। धमनियों का कार्य दिल के माध्यम से शरीर के विभिन्न हिस्सों तक खून पहुंचाना होता है, लेकिन जब यह धमनियां फट जाती हैं तो आसपास की सभी tissues में bleeding होने लगती है, तथा इसका परिणाम यह होता है कि मनुष्य के मस्तिष्क की कोशिकाओं नष्ट हो जाती है और इससे मनुष्य की मृत्यु भी हो जाती है।

Brain Hemorrhage Meaning in Hindi

Brain Hemorrhage in Hindi

ब्रेन हेमरेज को सरल शब्दों में समझें तो यह एक ऐसी आपातकालीन स्थिति होती है जिसमें मनुष्य के दिमाग की नसें फटने की वजह से दिमाग में ब्लीडिंग (रक्त स्त्राव) होता है।

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यह कुछ ऐसा ही है जैसे किसी व्यक्ति के दिल में सही मात्रा में रक्त की आपूर्ति न होने की वजह से उसे दिल का दौरा पड़ जाता है तो उसे हार्ट अटैक आ जाता है।

ठीक उसी प्रकार मनुष्य के मस्तिष्क में किन्हीं हिस्सों में रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती है तो कुछ ही मिनटों में खून में ऑक्सीजन की कमी से कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं। लेकिन ब्रेन हेमरेज की इस समस्या के कुछ लक्षण होते हैं, जिनसे आप किसी व्यक्ति ब्रेन स्ट्रोक होने का अंदाजा लगा सकते हैं।

ब्रेन हेमरेज बीमारी के लक्षण क्या है?

  1. अचानक सिर में तेज दर्द होना।
  2. एकदम शरीर का कोई भाग सुन्न हो जाना।
  3. उल्टी आना।
  4. भोजन निगलने में दिक्कत होना।
  5. सिर चकराना।
  6. स्वाद का पता न लग पाना।
  7. सोचने समझने में समस्या होना।
  8. बेहोशी महसूस करना।
  9. सुस्ती महसूस होना।
  10. शरीर के तापमान में अचानक गिरावट या बढ़ोतरी होना।

इस तरह के और भी कई लक्षण हो सकते है। यह लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि दिमाग के किस हिस्से में Bleeding हुई है, Bleeding होने के बाद ही यह लक्षण सामने आने लगते हैं। अतः इस तरह की कोई भी समस्या होने पर व्यक्ति को डॉक्टर के पास जाना चाहिए।

सामान्यतः ब्रेन हेमरेज दो स्थिति में हो सकता है:-

पहली स्थिति यह कि किसी कारणवश मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बंद हो जाता है या फिर किसी कारण से यदि ब्रेन में ब्लीडिंग या रक्तस्राव होता है तो इससे भी दिमाग का दौरा (ब्रेन हेमरेज) हो सकता है।

ब्रेन हेमरेज क्यों होता है और ब्रेन हेमरेज होने के क्या कारण है?

Brain Hemorrhage

1. नशा करना

बुरी आदतें जैसे धूम्रपान करना, शराब पीना, या नशीली दवाओं का सेवन करना। दिमाग को आघात पहुंचाने में बड़ी वजह है।

क्या आप जानते है सिगरेट का धुआं गर्दन की धमनियों में प्रभाव पड़ता है जो ब्लड को गाढ़ा करने का कार्य करता है और इससे बाद में खून का थक्का होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती है।

2. ब्लड प्रेशर

रक्तचाप अधिक होना एवं ज्यादा होना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है। लेकिन यदि ब्लड प्रेशर ज्यादा है, तो यह आपके लिए सबसे अधिक नुकसानदायक हो सकता है। क्योंकि यह ब्रेन हेमरेज का कारण बन सकता है। डॉक्टर्स भी इसे हाइपरटेंशन का नाम देते हैं।

यदि आपका ब्लड प्रेशर सामान्यतः 140/90 से अधिक रहता है तो आपको डॉक्टर सही ट्रीटमेंट की सलाह देते हैं।

3. वजन और एक्सरसाइज

ब्रेन हेमरेज की यह समस्या अधिकतर मोटापा से परेशान व्यक्तियों में देखी जाती है इसलिए यदि आप overweight हैं तो रेगुलर एक्सरसाइज कर आप इस समस्या से काफी हद तक खुद को बचा सकते हैं।

4. उम्र

आप सोचेंगे कि ब्रेन हेमरेज के लिए उम्र भी मैटर करती है, जी नहीं।

ब्रेन स्ट्रोक शिशु से लेकर बुजुर्ग तक किसी भी अवस्था में ब्रेन इंसान को हो सकता है। लेकिन सामान्यतः उम्र बढ़ने के साथ जैसे 55 से अधिक की उम्र के लोगों में ब्रेन हेमरेज के मामले अधिक देखे जाते हैं।

5. परिवार

हालांकि ऐसे मामले कम ही आते हैं परंतु यदि किसी व्यक्ति के परिवार में रिश्तेदारों को हाई ब्लड प्रेशर डायबिटीज की समस्या रहती है तो यह भी परिवार के किसी सदस्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि कुछ ऐसे भी Strokes होते हैं जो अनुवांशिक विकार द्वारा मनुष्य के दिमाग में Blood के Flow को अवरुद्ध करते है।

6. दिल के रोग (Heart Diseases)

दिल से संबंधी बीमारियां होने वाले व्यक्तियों में भी ब्रेन हेमरेज की समस्याएं सबसे अधिक बढ़ जाती हैं। लेकिन अक्सर हार्ट बीट कम हो जाने या बढ़ जाने की समस्या बुजुर्ग अवस्था में देखने को मिलती है। अतः दिल से जुड़ी समस्याएं है, तो आप इसके लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श लें।

7. मधुमेह (Diabetes)

डायबिटीज की यह समस्या अधिकतर अधिक मोटापा वाले व्यक्तियों में पाई जाती है। डायबिटीज या फिर मोटापा दोनों ही समस्या ब्रेन हेमरेज की समस्या को बढ़ा देती हैं। डायबिटीज व्यक्ति की रक्त वाहिकाओं को डैमेज करती है जिससे ब्रेन स्ट्रोक बढ़ने की संभावना अधिक हो जाती हैं।

तो ब्रेन हेमरेज के इन मुख्य कारणों को जानने के बाद आप इन Risks को कैसे कम कर सकते हैं। आइए ब्रेन हेमरेज से खुद का बचाव कैसे करें?

ब्रेन हेमरेज का इलाज क्या है?

Brain Hemorrhage Meaning in Hindi

आप भली-भांति जानते हैं, ब्रेन हेमरेज की यह समस्या मनुष्य के लिए जानलेवा है। अधिकतर मामलों में देखा जाता है कि मनुष्य की यह बुरी आदतें ब्रेन हेमरेज का कारण बनती हैं। इसलिए यहां हम ब्रेन हेमरेज से बचने के उपाय की बात करेंगे जिन्हें हम खुद कंट्रोल कर अब इस समस्या से बच सकते हैं।

ब्रेन हेमरेज ट्रीटमेंट रिकवरी और ब्रेन हेमरेज का ऑपरेशन
1. अपने बीपी की जांच करें

आप भी यह भली-भांति जानते होंगे ज्यादा BP शरीर में कई समस्याओं का न्योता देता है और उनमें से एक समस्या है ब्रेन हेमरेज। एक रिसर्च के अनुसार 80% से अधिक ब्रेन हेमरेज के मरीजों में एक चीज को Common थी वह है हाई बीपी

अपने आप को फिट रखने के लिए बीपी को कंट्रोल करना बेहद जरूरी हो जाता है, यदि आपको भी लगता है आपका बीपी अधिक है तो डॉक्टर के पास जाएं और उनसे चेकअप जरूर करवाएं। नियमित रूप से Healthy भोजन लेकर एवं व्यायाम एवं योगा कर आप ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकते हैं।

2. धूम्रपान, ड्रग्स का सेवन ना करें

नशे का सेवन मनुष्य को एक बार में तो नहीं लेकिन धीरे-धीरे खत्म कर देता है। इसलिए शरीर में अनेक सारी बीमारियों के अलावा आप ब्रेन हेमरेज की इस समस्या से बचना चाहते हैं तो धूम्रपान करना आज ही छोड़ दीजिए।

यदि आप ऐसा करते हैं तो हालांकि यह करना इतना आसान नहीं है लेकिन यदि आप संकल्प लें तो जरूर धूम्रपान करने की इच्छा से खुद को बचा सकते है। बात करें ड्रग्स की तो ड्रग्स सबसे अधिक दिमाग को नुकसान पहुंचाते हैं, उदाहरण के लिए कोकेन से मनुष्य के दिमाग में ब्लीडिंग की संभावनाएं काफी हद तक बढ़ जाती है।

3. सिर की सुरक्षा करें

ब्रेन हेमरेज होने के मुख्य कारणों में से एक है सिर पर चोट लगना। कई बार बचपन में सिर पर चोट लगने की वजह से वह बाद में ब्रेन हेमरेज का कारण बनती है। इसलिए सिर को सुरक्षित करना ब्रेन हेमरेज से काफी हद तक आप को बचाता है, इसके साथ ही यदि आप सड़क पर मोटरसाइकिल चलाते हैं तो हमेशा हेलमेट पहनकर अपने सिर को सुरक्षित रख सकते हैं।

4. कोलेस्ट्रॉल न बढ़ने दें

कोलेस्ट्रॉल अर्थात डायबिटीज आज इससे पूरी दुनिया में काफी लोग पीड़ित है और ब्रेन हेमरेज की इस समस्या से बचने के लिए बेहतर है कि आप कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखें। इसके लिए आप कुछ अच्छी आदतें अपना सकते हैं जैसे संतुलित भोजन एवं अपने वजन को कंट्रोल कर सकते हैं साथ ही इसमें योग व्यायाम भी लाभदायक होते हैं।

5. अनिद्रा

मनुष्य के दिमाग में इसका एक बड़ा असर पड़ रहा है। भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव इतना बढ़ चुका है कि मनुष्य पर्याप्त नींद नहीं ले पाता है। तो इससे बचने का एक बेहतरीन तरीका यह है कि अनिद्रा की बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति को डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

यदि अचानक ब्रेन हेमरेज हो जाए तो क्या करें?

कभी भी यह दुर्घटना किसी व्यक्ति के साथ हो सकती है। ऐसे में यदि आपके आसपास दुर्घटना देखने को मिलती है तो आपको इसके बचाव का कारण भी पता होना चाहिए। आइए जानते हैं ब्रेन हेमरेज अचानक हो जाए तो व्यक्ति को इस स्थिति में क्या करना चाहिए।

मरीज को ब्रेन स्ट्रोक होने की स्थिति में 4 घंटे के अंतर्गत हॉस्पिटल पहुंचाने की कोशिश करें। साथ ही रोगी को सीधा लिटा कर सिर पर ठंडे पानी की पट्टी रखें जिससे ब्लीडिंग कम हो सके। लेकिन यदि रोगी को अचानक ब्रेन हेमरेज होने की स्थिति में उल्टियां, सिर दर्द, धड़कन तेज होना होता है तो व्यक्ति को लिटाए और उसका सिर ऊंचा रखें और यह सुनिश्चित करें कि वहां पर किसी तरह की हवा प्रवेश न कर सके।

उसके बावजूद भी यदि रोगी को आराम नहीं मिलता है और चेहरे पर सूजन एवं सिर में हलचल हो रही है तो इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अस्पताल तक के सफर के दौरान रोगी को लिटाएं रखने तथा समय-समय पर ठंडे पानी की पट्टी सिर पर लगाते रहे।

साथियों! आज के इस लेख में आपने जाना ब्रेन हेमरेज नामक इस गंभीर बीमारी के बारे में। मुझे आशा है ब्रेन हेमरेज क्या है? इससे बचने के उपाय एवं इसके कारणों की जानकारी इस लेख में मिल चुकी होगी।

Brain Hemorrhage in Hindi से संबंधित कोई सवाल हो तो कमेंट में बता सकते हैं साथ ही जानकारी को आप अपने मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।

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