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किसान क्रेडिट कार्ड योजना क्या है
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(केसीसी) किसान क्रेडिट कार्ड योजना क्या है ?

भारत देश किसानों का है, और इस बात में कोई शक नहीं है| आज के इस लेख में आपको किसान क्रेडिट कार्ड योजना से जुड़ी सभी बाते जानने को मिलेंगी जो आप जानना चाहते हो.

हमेशा से भारत को किसानों का देश कहा जाता है और आए दिन हमे खबरों के माध्यम से यह ज्ञात होता है कि किसान किसी ना किसी वजह से परेशान ही रहते हैं.

कभी बीज की दिक्कत, कभी जमीन सूखा पड़ जाने की दिक्कत तो कभी बाढ़ की वजह से फसल खराब होने की दिक्कत|

किसानों का देश होने के बावजूद भारत के किसान बहुत ही गरीब हैं| कई बार तो उनको अपने मन को मार कर दूसरे बड़े-बड़े जमीनदारो के खेत में दो वक्त की रोटी जुटाने के लिए काम करना पड़ता है.

यदि वो उन ज़मीनदारों से ऋण लेने जाये तो वो उनसे ज्यादा ब्याज दर की डिमांड करते हैं|

इन सभी समस्या को मध्य नजर रखते हुए, भारत सरकार ने किसानों के हित में कई फैसले लिए| उन्ही में से एक है – किसान ऋण माफी योजना|

(यदि आपको इस योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करनी है तो आप किसान ऋण मोचन योजना क्या है वाले लिंक पर क्लिक कर सकते हैं, मैंने पहले ही इस टॉपिक पर एक आर्टिक्ल लिखा हुआ है|)

सरकारी योजना ⇓

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एसबीआई किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत कब हुई ?

भारत सरकार की तरफ से किसान क्रेडिट कार्ड भारतीय बैंकों द्वारा वर्ष 1998 में आरम्भ की गयी एक योजना है, इससे किसानों को कर्जा मिलने में आसानी होती है और उसकी ब्याज दर भी कम काफी होता है जिसकी वजह से किसान आसानी से ऋण (कर) ले सकते है.

Kisan Credit Card Yojana in Hindi – प्रधानमंत्री किसान क्रेडिट कार्ड योजना क्या है ?

जिस प्रकार आज कल हर व्यक्ति अपने नाम पर अपने लिए एक क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करता है ठीक उसी तरह से सभी किसानों के लिए भी उनके नाम और डॉक्यूमेंट के आधार पर क्रेडिट कार्ड बनाया जाता है|

इस कार्ड के माध्यम से किसान को प्राप्त समय पर ऋण उपलब्ध कराने की यह एक अग्रणी ऋण वितरण प्रणाली है.

किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसानों को एक क्रेडिट कार्ड एवं पासबुक इशू कराई जाती है जिसमे उपभोक्ता का नाम, पता, जमीन की जानकारी, उधार की अवधि, वैलिडिटी पीरियड, और उपभोक्ता की पासपोर्ट साइज फोटो भी लगाई जाती है जिससे उस कार्ड को एक परिचय पत्र के तौर पर इस्तेमाल किया जा सके.

किसान क्रेडिट कार्ड को बनवाने का उद्देश्‍य – SBI Kisan Credit Card Scheme in Hindi

खेत में काम कर रहे किसानों को उनकी ऋण की आवश्‍यकताओं (कृषि संबंधी खर्चों) को समय पर उसकी पूर्ति के लिए पर्याप्‍त ऋण की सुविधा प्रदान करना और उसके साथ ही बाकी सभी खर्चों की पूर्ति करना ही क्रेडिट कार्ड को बनाने का मुख्य उद्देश्य है|

ताकि कोई भी किसान उसके खेत में उपजने वाले फसल के बारे में ज्यादा चिंतित ना हो और मुख्य बात वो किसी और द्वारा मिले गए पैसो का ज्यादा ब्याज न भरे.

किसान क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से दी गई ऋण की राशि

1. कार्ड बनवाने के उपरांत पहले साल में जो ऋण सीमा प्रदान की गई है वो फसल पद्धति एवं वित्त के मान के अनुसार उगाई गई फसलों पर ही आधारित होगी.

2. कार्ड बनवाने के साथ-साथ एक किसान को कई तरह से खर्चे जैसे फसलोत्तर / घरेलू / उपभोग की आवश्‍यकताओं एवं कृषि आस्‍तियों, फसल बीमा, व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा पॉलिसी योजना (पीएआईएस) एवं आस्‍ति बीमा के रख रखाव संबंधी खर्च भी मिलते हैं.

3. पहले वर्ष के बाद यानि दूसरे, तीसरे, और चौथे वर्ष में यह कार्ड के माध्यम से दी गई राशि का इंटरेस्ट सीमा 10% की दर से बढ़ा दी जाएगी.

4. उसके बाद फिर पांचवें वर्ष के लिए किसानों की ऋण की सीमा पहले वर्ष के मुकाबले लगभग 150% से अधिक स्वीकृति कर दी जाएगी|)

5. इस केसीसी की सीमा का निर्धारण यानि जब आप इसको लेना शुरू करेंगे और इसके लिए अपने मुख्य दस्तावेज जमा करेंगे तो उसी समय कृषि उपकरणों (जैसे स्प्रेयर, हल आदि) को शामिल किया जाएगा|

6. पहले वर्ष के लिए आंकी गई अल्‍पावधि ऋण सीमा के साथ अपेक्षित अनुमानित निवेश ऋण सीमा जैसा कि ऊपर चौथी एवं पाँचवी में बताया गया है.

तो चलिये अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि इन किसान क्रेडिट कार्ड की क्या विशेषताएं हैं:- (यहाँ मै किसान क्रेडिट कार्ड की जगह केसीसी शब्द का इस्तेमाल कर रहा हूँ, इसलिए आप बिलकुल भी भ्रमित ना हो|)

अन्य लेख ⇓

What is Kisan Credit Card in Hindi – (विशेषताएं) – What is KCC in Hindi

#1. केसीसी के उधारकर्ता यानि जिसके नाम से यह सेवा इशू कराई गई है उसके नाम पर एक डेबिट कार्ड की सेवा जारी की जाएगी जो कि स्‍टेट बैंक किसान डेबिट कार्ड के नाम से होगी ताकि वे जरूरत पड़ने पर एटीएम से पैसे निकाल सकें.

#2. केसीसी एक सेविंग खाते के स्‍वरूप में काम करेगा और फिर इस खाते में कोई जमा या शेष राशि रहने पर उस पर बचत खाते के समान ब्‍याज भी मिलेगा.

#3. केसीसी में 3 लाख रुपया तक की राशि पर प्रसंस्करण शुल्‍क नहीं लगाया जाता है|

अब दोस्तो जब इतना फाइदा मिल रहा है तो क्या आपको इसे छोरना चाहिए? नहीं ना, यदि आप भी मेरे ही तरह से सोच रहे हैं तो दोस्तो चलिये जल्दी से जानते हैं कि इस किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कौन-कौन सक्षम है?

  • सभी किसानों, यानि सभी कृषक को यह सेवा मिल सकती है, शर्त सिर्फ इतनी है की वो सच में किसान होना चाहिए|
  • किराए के काश्तकार यानि जिनके पास अपना खेत नहीं होता और वो दूसरों के खेत में काम करते हैं, जुबानी पट्टाधारी एवं सांझा किसान इत्‍यादि को भी इसका फाइदा मिलेगा|

तो आप जल्दी से अपने नज़दीकि एसबीआई (SBI) की किसी शाखा से संपर्क करें जो कि कृषि अग्रिम का कार्य करती हो या वे ग्रामों में विजिट करने वाले किसी विपणन अधिकारी से भी संपर्क कर सकते हैं.

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें – How To Apply For Kisan Credit Card in Hindi

यदि आप अपने बैंक के द्वारा दी गई इंटरनेट बैंकिंग सेवा से जुड़े हैं तो आप आसानी से अपने अकाउंट में लॉगिन कर के वहाँ से किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं.

यह तो एक ऑनलाइन तरीका था जिसके माध्यम से आप किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकते थे, इसके अलावा आप अपने बैंक में जिसमे आपका अकाउंट है उस शाखा में जाकर भी इस सेवा के बारे में जानकारी प्राप्त एवं कार्ड प्राप्त कर सकते हैं.

किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर कितना है – SBI Me Kisan Credit Card Ka Interest Rate Kitna Hai
  1. फसल ऋण : सरकार द्वारा निर्देशों के मुताबिक फसल ऋण 3 लाख रुपए तक 4% के दर से दी जानी चाहिए|
  2. टर्म लोन : कृषि क्षेत्र में क्रेडिट रेटिंग और सीमा के अनुसार|
किसान क्रेडिट कार्ड हेल्पलाइन नंबर – Kisan Credit Card Helpline Number

प्रत्येक राज्य में इसके अलग – अलग नंबर हैं, बाकी आप इस नंबर1800-1801551 पर कॉल करके अपना सवाल पूछ सकते हो.

यदि इस लेख के माध्यम से आपको किसान क्रेडिट कार्ड योजना से जुड़ी कोई जानकारी मैं नहीं दे पाया तो आप कमेंट करके मुझे जरूर बताइएगा|

आप चाहे तो इस लेख को अपने किसान भाइयो के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर कर सकते हैं.

इनकी भी आपको जानकारी होनी चाहिए ⇓

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