Advertisement
National Anthem of India Jana Gana Mana
|

भारत का राष्ट्रगान जन गण मन लिरिक्स, यहां से पढ़ें

नमस्ते, 10Lines.co में आज हम भारत का राष्ट्रगान जन गण मन अर्थात “in English, National Anthem of India Jana Gana Mana” के विषय के ऊपर चर्चा करने वाले हैं। तो लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें और राष्ट्रीय गान का महत्व, राष्ट्रीय गान का अर्थ क्या है, जन गण मन का इतिहास, सबसे बड़ा राष्ट्रगान किस देश का है, राष्ट्रगान के रचयिता कौन है, जन गण मन का सच क्या है इत्यादि की जानकारी प्राप्त करें।

National Anthem of India in Hindi

26 जनवरी और स्कूल में परेड के समय बोला जाने वाला जन गण मन (Indian National Anthem) भारतीय लोगों के लिए बहुत ही प्रमुख है। अक्सर काफी सारे लोगों के मन में एक सवाल जरूर आता है कि जन-गण-मन राष्ट्रीय गीत किसने लिखा है? जन गण मन के रचयिता कौन है? (Who wrote Jana Gana Mana in Hindi?) सबसे पहले मैं आपको इसका उत्तर दे देता हूँ।

Jan Man Gan को बंगाली भाषा में श्री रबीन्द्रनाथ ठाकुर या रबीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा लिखा गया था पर अगर आपको पता हो कि भारत का जो राष्ट्रीय गीत है वो वन्दे मातरम्‌ है। क्या आपको पता है कि राष्ट्रीय गान को गाने में लगभग आपको 52 सेकंड का समय लगता है। 24 जनवरी 1950 को जन-गण-मन को भारत के राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया था, इसको पहले कांग्रेस पार्टी Jan Gan Man को बंगाली और हिन्दी दोनों भाषा में गाया करते थे।


जन गण मन अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता (गान)

Jan Man Gan in Hindi (Tune)


जन गण मन लिरिक्स

Jana Gana Mana Song lyrics in Hindi free Download
National Anthem of India Lyrics in Hindi

Jan Gan Man Lyrics in Hindi

हिन्दी संस्करण

जन गण मन अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता!
पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मागे,
गाहे तव जय गाथा।
जन गण मंगलदायक जय हे भारत भाग्य विधाता!
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे।।

ऊपर जो Indian National Anthem Lyrics है हिन्दी संस्करण में है अब जो India National Anthem Lyrics आपको नीचे पढ़ने को मिलेगी वो अंग्रेजी, बंगाली और हिन्दी लिप्यन्तरण में होगी।

Indian National Anthem by AR Rahman and top Indian artists

grammarly

National Anthem of India Lyrics in English

भारत का राष्ट्रगान जन गण मन है जिसे नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था। गीत के साथ जानिए भारतीय राष्ट्रगान का सही अर्थ।

Jan Gan Man in English

Jana gana mana adhinaayak jaya hai
Bhaarat bhagya vidhaata
Panjaab, sindh, gujraat, maraatha
Draavid utkal banga
Vindya, himaachal, yamuna, ganga
Utchchhal jaldhi taranga
Tab shubh naame jaage
Tab shubh aashish maage
Gaahe tab jay gaatha
Jana gana mangal daayak jay he
Bhaarat bhagya vidhaata
Jaya hey...
Jaya hey...
Jaya hey...
Jaya jaya jaya jaya hey...

भारत का राष्ट्रगान जन गण मन बंगाली भाषा में

জনগণমন-অধিনায়ক জয় হে ভারতভাগ্যবিধাতা!
পঞ্জাব সিন্ধু গুজরাট মরাঠা দ্রাবিড় উৎকল বঙ্গ
বিন্ধ্য হিমাচল যমুনা গঙ্গা উচ্ছলজলধিতরঙ্গ
তব শুভ নামে জাগে, তব শুভ আশিষ মাগে,
গাহে তব জয়গাথা।
জনগণমঙ্গলদায়ক জয় হে ভারতভাগ্যবিধাতা!
জয় হে, জয় হে, জয় হে, জয় জয় জয় জয় হে॥

जन गण मन देवनागरी लिप्यन्तरण में

जॉनोगॉनोमोनो-ओधिनायोको जॉयॉ हे भारोतोभाग्गोबिधाता!
पॉन्जाबो शिन्धो गुजोराटो मॉराठा द्राबिड़ो उत्कॉलो बॉङ्गो,
बिन्धो हिमाचॉलो जोमुना गॉङ्गा उच्छॉलोजॉलोधितोरोङ्गो,
तॉबो शुभो नामे जागे, तॉबो शुभो आशिष मागे,
गाहे तॉबो जॉयोगाथा।
जॉनोगॉनोमोङ्गोलोदायोको जॉयॉ हे भारोतोभाग्गोबिधाता!
जॉयो हे, जॉयो हे, जॉयो हे, जॉयो जॉयो जॉयो जॉयो हे॥

सोर्स : विकिपीडिया


जन गण मन का अर्थ क्या है?

अक्सर काफी सारे लोगों के मन में यह प्रश्न जरूर आता है कि जन गण मन का मतलब क्या है। तो आज मैं आपको इसका मतलब बता देता हूँ। देश का राष्ट्रीय गान छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक बड़े सम्मान के साथ गाया जाता है पर राष्ट्रगान गाते समय यह पंक्तियां जन गण मन का अर्थ क्या है? काफी कम लोगों को पता है तो आइए जानते हैं।

जन गण मन का अर्थ क्या होता है?

जन गण मन भारत का एक राष्ट्रगान है और इसी नाम के पीछे इसका अर्थ भी छुपा हुआ है, जिस वजह से इसे भारत का राष्ट्रगान बनाया गया है, जन गण मन का अर्थ है भारतीय देश की जनता अपने मनसे स्वयं को भारत के भविष्य का विधाता समझती है। साथ ही राष्ट्रगान के इन पंक्तियों का अर्थ है कि अधिनायक तू ही भारत के भाग्य विधाता हैं। राष्ट्रगान के अगली पंक्तियों में आजादी के पूर्व के भारत के विभिन्न राज्यों का वर्णन  “पंजाब सिंध गुजरात मराठा” तथा उनकी खूबियों का जिक्र इसमें किया गया हैं।


Jana Gana Mana Meaning in Hindi

अर्थात्

भगवान जन गण के मनों के उस अधिनायक की जय हो, जो भारत के भाग्यविधाता हैं।
उनका नाम सुनते ही पंजाब सिन्ध गुजरात और मराठा, द्राविड़ उत्कल व बंगाल
एवं विन्ध्या हिमाचल व यमुना और गंगा पे बसे लोगों के हृदयों में मनजागृतकारी तरंगें भर उठती हैं
सब तेरे पवित्र नाम पर जाग उठने हैं, सब तेरी पवित्र आशीर्वाद पाने की अभिलाशा रखते हैं
और सब तेरे ही जयगाथाओं का गान करते हैं,
जनगण के मंगल दायक की जय हो, हे भारत के भाग्यविधाता
विजय हो विजय हो विजय हो, तेरी सदा सर्वदा विजय हो ॥

इस National Anthem (राष्ट्रगान) को गाने में लगभग 52 सेकंड का समय लगता है। Jana Gana Mana Song Lyrics के पहले शब्द और अंतिम पंक्तियों को कुछ विशिष्ट अवसरों पर बताया जाता है जो इस प्रकार है:-

जन-गण-मन अधिनायक जय हे
भारत-भाग्‍य-विधाता
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे ॥

👉 इस National Anthem Poem को गाने में कम-से-कम 20 सेकंड का समय लगता हैं।


भारत के राष्ट्रगान जन गण मन के रचयिता कौन थे?

जन गण मन भारत का राष्ट्रगान है। रविंद्र नाथ टैगोर इसके रचयिता हैं। भारत में सर्वप्रथम वर्ष 1911 में 27 दिसंबर की तारीख में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कोलकाता में हुए समारोह के दौरान उसे गाया गया था।

  • 👉 आजादी के उपरांत संविधान सभा द्वारा राष्ट्रगान को 24 जनवरी 1950 के दिन मान्यता मिली और तभी से हम जन गण मन राष्ट्रगान के रूप में गाते आ रहे हैं।
  • 👉 हमारा राष्ट्रीय गान जना गण मना बोले तो बंगाली भाषा में लिखा हुआ। इसमें अधिकतर संस्कृत के शब्द शामिल है।
  • 👉 राष्ट्रगान गाने की पूर्ण अवधि 52 सेकंड होती है परंतु यदि हम इसका संक्षिप्त रूप (प्रथम पंक्ति एवं अंतिम पंक्ति) का गायन करें तो इसकी अवधि 20 सेकंड मानी जाती है।
  • 👉 नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने भारत का राष्ट्रीय गान जन गण मन को हिंदी एवं उर्दू दोनों में अनुवाद करने का निर्णय किया और इसे कैप्टन आबिद अली द्वारा अनुवाद किया गया।
  • 👉 1911 में रविंद्र नाथ टैगोर की रचित कविता में कुल 5 पद थे और उन 5 पदों में से पहले पद को भारत के राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया गया।
  • 👉 संविधान के अनुसार राष्ट्रगान गाने के लिए किसी को मजबूर नहीं किया जा सकता। अगर राष्ट्रगान बजने के दौरान यदि कोई व्यक्ति शांतिपूर्वक खड़ा रहता है तो उसे भी देश का अपमान नहीं समझा जाएगा।
  • 👉 देश के राष्ट्रगान का सम्मान करना हम सभी का फर्ज बनता है लेकिन कोई ऐसा नहीं करता है Prevention of Insults to National Honour Act, 1971 की धारा-3 के तहत उस पर कार्रवाई संभव हैं।
  • 👉 कानून के अनुसार फिल्में, मनोरंजन के समय यदि बीच में जन गण मन बजता सुनाई देता है तो उस दौरान राष्ट्रगान के लिए खड़ा होना या गाना आवश्यक नहीं है।

राष्ट्रगान कब गाया जाता है उसे गाते समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

भारतीय सरकार द्वारा समयानुसार इस बात की जानकारी लोगों को नोटिफिकेशन निकाल कर दी जाती है कि राष्ट्रगान की आचार संहिता क्या है ताकि राष्ट्रगान का अपमान ना हो और इसकी श्रेष्ठता लोगों के बीच बनी रहे। कुल 52 सेकंड का समय राष्ट्रगान को हमें खड़े होकर के गाने में लगता है। जो भी व्यक्ति राष्ट्रगान के सम्मान को ठेस पहुंचाता है, उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई करने के लिए और उसे सजा दिलाने के लिए कानून की धारा 71 है। जिसके अंतर्गत अगर कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उसे अधिकतम 3 साल की सजा हो सकती है और जुर्माना भी भरना पड़ सकता है। नीचे हमने कुछ ऐसी आचार संहिता की जानकारी आपको दी है जो राष्ट्रगान को गाते समय ध्यान रखना चाहिए।


राष्ट्रगान गाते समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

  1. किसी भी प्रकार के उत्सव में राष्ट्रगान को गाया जा सकता है। इसके अलावा अगर किसी स्टेट के द्वारा कोई सरकारी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है तो वहां पर भी राष्ट्रगान को गाया जा सकता है।
  2. अगर राष्ट्रपति देश के नाम कोई संबोधन देते हैं तो उसके पहले अथवा राज्यपाल के आने के पहले या फिर उपराज्यपाल के आने के पहले भी इसे गाया जा सकता है।
  3. अगर भारतीय नेवी में किसी भी प्रकार के नए जहाज को शामिल किया जाता है तो उसके स्वागत के लिए और देशभक्ति प्रस्तुत करने के लिए भी इसे गाया जा सकता है। इसके अलावा अगर रेजीमेंट में रंगों की प्रस्तुति होती है तो वहां पर भी राष्ट्रगान को गाया जा सकता है।
  4. अगर इंडियन गवर्नमेंट के द्वारा किसी स्पेशल मौके पर कोई खास अनुदेश दिया गया है तो ऐसी अवस्था में भी राष्ट्रगान को गाया जा सकता है।
  5. अगर राष्ट्रगान का गायन सामूहिक तौर पर बैंड के साथ किया जाता है तो बैंड की धुन धीमी होनी चाहिए और राष्ट्रगान गाने वाले लोगों की आवाज ऊंची होनी चाहिए। इसके बाद धीरे-धीरे राष्ट्रगान का गायन चालू होना चाहिए और बाद में धीरे-धीरे सुर ताल मिला करके बैंड के बजने की रफ्तार में ही राष्ट्रगान को गाया जाना चाहिए।
  6. किसी भी प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम में जब झंडा फहराया जाता है तो उसके बाद राष्ट्रगान गाया जा सकता है।
  7. कॉलेज, यूनिवर्सिटी, स्कूल में सुबह की प्रार्थना के बाद राष्ट्रगान को गाया जा सकता है।
  8. सैनिकों का हौसला बढ़ाने के लिए राष्ट्रगान को गाया जा सकता है। इसके अलावा अगर किसी सैनिक ने युद्ध में वीरगति प्राप्त की है, तो उसके सम्मान में भी राष्ट्रगान गाया जा सकता है।

राष्ट्रगान कितने समय का होता है?

भारतीय राष्ट्रगान 52 सेकंड का होता है जिसे हमें खड़े होकर गाना चाहिए।


राष्ट्रगान जन गण मन के बारे में जानकारी

  • » भारत के राष्ट्रगान को आधिकारिक तौर पर अपनाने का काम साल 1950 में 24 जनवरी के दिन हुआ था। यहीं वह दिन था जब जन गण मन को भारत का राष्ट्रीय गान लोगों के द्वारा माना गया था। «
  • » गुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर ही वह व्यक्ति थे, जिन्होंने समय निकाल कर के मदनपल्ली जिला जो कि आंध्र प्रदेश राज्य में पड़ता है वहां पर राष्ट्रगान के बोल को लिखा था। इसके साथ ही यहीं वह व्यक्ति है जिन्होंने इसकी धुन को भी तैयार किया था। «
  • » जब जन गण मन को राष्ट्रीय गान के तौर पर अपनाया गया था तो इसे अंग्रेजी में ट्रांसलेट करने का कार्य बेसेंट थियोसोफिकल सोसायटी के प्रिंसिपल और जेम्स एच. कजिन्स की पत्नी मार्गरेट ने किया था। «
  • » वैसे तो National Anthem of India (राष्ट्रगान) गाना हर देशभक्त नागरिक का कर्तव्य होता है परंतु ऐसा कोई भी कानून नहीं है, जिसके अंतर्गत किसी व्यक्ति को राष्ट्रगान गाने के लिए मजबूर किया जाए। व्यक्ति स्वेच्छा से राष्ट्रगान गा सकता है। «
  • » अगर कोई व्यक्ति राष्ट्रगान का अपमान करता है या फिर राष्ट्रगान के नियमों का पालन सही प्रकार से नहीं करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। ऐसे लोगों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ इंसल्ट टू नेशनल ऑनर एक्ट 1971 की धारा 3 के तहत गवर्नमेंट कार्रवाई कर सकती है और उन्हें गिरफ्तार करवा सकती है। «
  • » प्राप्त जानकारियों के अनुसार अंग्रेज अधिकारी जॉर्ज पंचम की तारीफ करने के लिए रविंद्र नाथ टैगोर के द्वारा इसे तैयार किया गया था। हालांकि इस बात की जानकारी जब रविंद्र नाथ टैगोर को हुई थी, तो उन्होंने इस बात को एक सिरे से नकार दिया था और इसके लिए उन्होंने 1939 में एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने यह गीत जॉर्ज पंचम के लिए नहीं लिखा था। «

राष्ट्रगान नियम व विधियाँ | जन गण मन नियम

यहाँ मैं आपको राष्ट्रीय गान का महत्व और नियम बताने जा रहा हूँ कि राष्ट्रगान को कब बजाये और इसके क्या नियम है:-

  1. इस गाने को हम तब बता सकते है जब राष्ट्र सलामी देता हैं।
  2. जब परेड होती है उस समय हम यह गीत बजा सकते है।
  3. जब किसी राज्य में कोई कार्यक्रम हो रहा होता है और वहाँ पर राष्ट्रपति आता है तब और जब राष्ट्रपति जाता है तब हम यह गाना बजा सकते हैं।
  4. राज्यपाल/लेफ्टिनेंट गवर्नर किसी राज्य के औपचारिक कार्यक्रमों में आगमन पर और वापिस जाने पर हम यह गीत बजा सकते है।
  5. जब राष्ट्रीय ध्वज को परेड में लाया जाता है उस समय यह सांग बजाया जाता है।
  6. जब रेजीमेंट के रंग प्रस्‍तुत किए जाते हैं; नौसेना के रंगों को फहराने के लिए उस समय भी यह संगीत बजाया जाता है।

भारत का राष्ट्रीय गीत कब अपनाया गया?

भारत का राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् को बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा संस्कृत में रचना की थी।

भारत में राष्ट्रगान के समान ही यह राष्ट्रीय गीत लोगों के लिए सम्मानीय है, जिसने आजादी की लड़ाई में लोगों के अंदर एक जुनून, हौसला देने का काम किया था।

भारत के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् को पहली बार वर्ष 1996 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के शासन में गाया गया था।

बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय ने राष्ट्रीय गीत को पहली बार वर्ष 1975 में बंगाली भाषा में लिखा था और कुछ सालों बाद उन्होंने अपनी इस रचना को नॉवल में स्थान दिया। देश में कई बार राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् को राष्ट्रगान बनाने की बात भी पहले नहीं दी जा चुकी थी।


जन गण मन कितने सेकंड का होता है?

👉 भारत का राष्ट्रीय गान जन गण मन को गाने की अवधि 52 सेकंड है।


राष्ट्रीय गीत किसने लिखा था? बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय बायोग्राफी

27 जून 1938 को एक संपन्न बंगाली परिवार में जन्मे बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय ने ही भारत को राष्ट्रीय गीत दिया।

बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय अपने समय के जाने माने उपन्यासकार कवि, गद्यकार एवं पत्रकार भी थे। उन्होंने अपनी पढ़ाई कोलकाता की हुगली, प्रेसिडेंट कॉलेज से की। इसी कॉलेज के माध्यम से उन्होंने BA की डिग्री प्राप्त की और वे पहले भारतीय बने। पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी करते हुए उनकी नियुक्ति डिप्टी मजिस्ट्रेट पद पर भी हुई, साथ ही वे कोलकाता में कुछ समय तक बंगाल सरकार के सचिव पद पर भी आसीन रहे। सरकारी नौकरी के दौरान ही उन्होंने भारत के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की रचना की और 1891 में वे अपनी नौकरी से रिटायर हुए तथा 1894 में बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय जी का निधन हो गया


राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की रचना के पीछे का कारण

बंकिम चंद्र चटर्जी ने जब इस गीत को लिखा उस दौरान ब्रिटिश द्वारा भारतीयों को काफी प्रताड़ित किया जाता था और नौकरी से लेकर विभिन्न कार्यों में ब्रिटिश प्रशासन का दबदबा मौजूद था। लेकिन बंकिम चंद्र चटर्जी को आपत्ति उस समय हुई जब सरकारी नौकरी कर रहे थे जब अंग्रेजों ने ब्रिटेन के गीत गॉड से दिन को भारतीय नागरिकों को भी गाने के लिए जरूरी बना दिया।

अंग्रेजों के द्वारा जबरदस्ती की घटनाओं को देखते हुए बंकिम चंद्र चटर्जी ने 1876 में भारतीयों के लिए एक गीत की रचना की जिसका शीर्षक वंदे मातरम् था। कई सालों पहले लिखे उनके द्वारा रचित वन्दे मातरम् ने अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों में जोश भर दिया। इसलिए आज भी भारत के कई स्कूलों में बच्चों को बचपन से ही राष्ट्रगान के साथ साथ वन्दे मातरम् भी गाने को दिया जाता है।


FAQs

प्रश्न: हमारे राष्ट्रगान के बारे में खास बात क्या है?

उत्तर: हमारे राष्ट्रगान के बारे में काफी सालों तक लोगों को यह लगता था कि इसका निर्माण रबीन्द्रनाथ टैगोर ने अंग्रेज अधिकारी जॉर्ज पंचम की तारीफ करने के लिए किया था। अंग्रेज अधिकारी जॉर्ज पंचम साल 1911 में भारत आए थे। हालांकि रबीन्द्रनाथ टैगोर ने एक पत्र में इस बात को प्रस्तुत किया था कि यह बात सरासर झूठ थी। यह पत्र रबीन्द्रनाथ टैगोर ने साल 1939 में 19 मार्च को लिखा था।

बीच में एक अफवाह यह भी उड़ी थी कि कुछ लोगों ने कहा था कि यूनेस्को के द्वारा भारत के राष्ट्रीय गान को बेस्ट नेशनल एंथम का अवार्ड दिया गया है। हालांकि इस मैटर में यूनेस्को ने खुद आगे आकर सफाई दी थी और उन्होंन कहा था कि यह सब बातें बिल्कुल झूठी है। सबसे पहले जन गण मन साल 1942 में 11 सितंबर के दिन हमबर्ग में गाया गया था और 1950 में 24 जनवरी के दिन इसे देश का राष्ट्रीय गान घोषित किया गया।

प्रश्न: दुनिया में सबसे लंबा राष्ट्रगान किस देश का है?

उत्तर: बता दें कि दुनिया का सबसे लंबा राष्ट्रगान ग्रीक का है जिसका निर्माण साल 1823 में किया गया था। ग्रीक देश के इस राष्ट्रगान में टोटल 158 छंद है। इस प्रकार दुनिया में सबसे लंबा राष्ट्रगान ग्रीक देश के राष्ट्रगान को माना जाता है। इस राष्ट्रगान में इस बात को दर्शाया गया था कि कैसे ऑटोमन साम्राज्य के दरमियान ग्रीक देश के लोगों ने काफी अत्याचार रहे थे।

प्रश्न: Kis Desh Ke Do Rashtragan Hai

उत्तर: क्या आप जानते ह कि दुनिया में एक ऐसा भी देश है जिसके पास सिर्फ एक ही नहीं बल्कि दो राष्ट्रगान है। हम बात कर रहे है डेनमार्क देश की। डेनमार्क में दो राष्ट्रीय गान गाया जाता है। इस देश का जो राष्ट्रगान है उसके लिरिक्स साल 1819 में Adam Oehlenschläger नाम के व्यक्ति ने लिखे थे और इसे म्यूजिक देने का काम साल 1835 में Hans Ernst Krøyer नाम के व्यक्ति ने किया था। हालांकि जब इस राष्ट्रगान की रचना की गई थी तब लोग इसे ज्यादा पसंद नहीं करते थे परंतु साल 1844 के बाद धीरे-धीरे यह राष्ट्रगान डेनमार्क के लोगों को पसंद आने लगा और फिर इसे गवर्नमेंट के द्वारा भी अडॉप्ट कर लिया गया और इसे डेनमार्क का राष्ट्रगान बना दिया गया।

प्रश्न: विश्व का पहला राष्ट्रगान कौन से देश का था?

उत्तर: यूरोप के देशों में राष्ट्रगान की शुरुआत 19वीं शताब्दी के आसपास चालू हुई थी परंतु इसके बारे में लोग थोड़ा पहले से ही जानते थे। दुनिया के सबसे पहले राष्ट्रगान के बारे में बात करें तो दुनिया में सबसे पहला राष्ट्रगान नीदरलैंड देश से संबंधित है, जिसे Wilhelmus कहा जाता था। इसकी रचना साल 1568 से लेकर के साल 1572 के बीच Dutch Revolt के दरमियान की गई थी। हालांकि साल 1932 तक यह नीदरलैंड का राष्ट्रगान नहीं बन पाया था।

प्रश्न: दुनिया का सबसे छोटा राष्ट्रगान कौन से देश का है?

उत्तर: बता दें कि जापान एक ऐसा देश है जिसके पास दुनिया में सबसे छोटा राष्ट्रगान होने का खिताब है। जापान के राष्ट्रगान को किमिगायो कहा जाता है और इस राष्ट्रगान की रचना इसवी सन् 794 से लेकर के साल 1185 के बीच में होना मानी जा रही है। और इसे 1999 (1868 से राष्ट्रगान के रूप में प्रयोगित) घोषित किया गया था।

प्रश्न: भारत में राष्ट्रगान क्यों गाया जाता है?

उत्तर: जैसा कि आप जानते है कि किसी भी देश का राष्ट्रगान उस देश की गौरव गाथा को दर्शाता है। इस प्रकार हम भारतवासी अपने देश के राष्ट्रगान को अपने देश की गौरव गाथा को दर्शाने के लिए गाते हैं। हालांकि यह बखान तक ही सीमित नहीं है। राष्ट्रगान गाने से हम अपने देश के प्रति अपने प्यार को और अपनी देशभक्ति को प्रकट करने का काम करते हैं। राष्ट्रगान को समूह में गाया जाता है इस प्रकार राष्ट्रगान गाने से हमारे आस-पास का समाज भी एकत्रित होता है और हम सब मिलकर के अपने प्यारे भारत देश के प्रति अपना सम्मान राष्ट्रगान को गाकर के व्यक्त करते हैं।

प्रश्न: किसी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई कैसे दें?

उत्तर: स्वतंत्रता दिवस की बधाई देने के लिए आप किसी व्यक्ति को जय हिंद बोल सकते है और उसे अंग्रेजी में हैप्पी इंडिपेंडेंस डे कह सकते हैं। इसके अलावा आप हिंदी में उसे स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दे
सकते हैं। इसके अलावा अगर आप ऑनलाइन किसी भी व्यक्ति को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देना चाहते है तो आप सोशल मीडिया के जरिए उन्हें हैप्पी इंडिपेंडेंस डे स्टेटस या फिर हैप्पी इंडिपेंडेंस डे शायरी भेज सकते हैं।

मेरे प्यारे देश वासियों, जन गण मन (National Anthem of India in Hindi) का यह लेख यही पर खत्म होता है। अगर आप अपने देश के प्रति कुछ बोलना चाहते हो तो आप कमेंट करके अपनी बात बता सकते हो और इस राष्ट्रीय गीत को सभी देश वासियों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।

॥ भारत माता की जय, वन्दे मातरम्, जय हिन्द ॥

Similar Posts

5 Comments

  1. nice post , sir kya aap mujhe bata sakte hai wordpress me custom hindi font kaise upload karte hai . mujhe hindi font change karna hai please reply

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *