क्या आप सब जानते है करंट अकाउंट और सेविंग अकाउंट क्या होता है?
अगर आप अपना नया बैंक खाता खोलना चाहते हो तो आपको सेविंग और करंट अकाउंट की जानकारी होना अत्यंत जरूरी है.
हम सब जानते है इस दोर में बैंक अकाउंट हम सबकी जरूरत है क्योंकि आज के माहौल में जरूरते ही इतनी है की हम पैसा बचा ही नहीं पाते अगर बचा भी लेते है तो कही ना कही खर्च हो ही जाता है.
लेकिन अगर हम अपना बचा हुआ पैसा बैंक में जमा करदे तो हम उस पैसे को बैंक से निकालते समय सोच समझ कर ही निकालते है| इस तरिके से हमारा पैसा सेव भी रहता है और हम बैंक से अपना पैसा एटीएम के द्वारा भी निकल सकते है.
जैसे की पहले फॉर्म भरकर फिर स्टैम्प लगवाकर तब जाकर पैसे निकालते थे लेकिन एटीएम से हम डायरेक्ट पैसे निकाल सकते है.
जब हम बैंक से एटीएम इशू कराते है तब हमसे पूछा जाता है की आपका करंट अकाउंट है या फिर सेविंग अकाउंट इस बारे में जानकारी ज्यादातर लोगो को नहीं होती है| लेकिन कुछ हद तक सभी इस बारे में जानते होंगे.
आज की हमारी ये पोस्ट उन लोगो के लिए है जो नहीं जानते है की करंट अकाउंट और सेविंग अकाउंट क्या होता है.
सेविंग अकाउंट क्या होता है ? (Saving Account)
सेविंग अकाउंट पर्सनल बैंकिंग के लिए बेस्ट बचत खाते को हम सेविंग अकाउंट कहते है. सेविंग अकाउंट का स्बसे बड़ा फायदा यह है की Saving अकाउंट में बैंक आपको ब्याज देता है.
सेविंग अकाउंट में आपको 4% की दर तक ब्याज दिया जाता है लेकिन कुछ प्राइवेट बैंक है जो आपको 6% की दर तक भी ब्याज देते है| इस अकाउंट में आप जब चाहे पैसे जमा कर सकते है और जब चाहे पैसे निकाल सकते है.
सेविंग अकाउंट में जमा की गयी राशि को लेकर कोई भी बंधन नहीं होते है लेकिन अगर आप 5000 से ज्यादा की रकम अपने खाते में जमा करना चाहते है तो इसके लिए आपको पैन कार्ड देना अनिवार्य होगा.
वैसे तो बैंक में खाता खुलवाते समय हर किसी को एक निश्चित राशि जमा करनी ही होती है और इसका फायदा यह है की आपके द्वारा दी गयी वह राशि भी आपके खाते में ही आती है.
अगर आपने 100 रुपया देकर खाता खुलवाया है तो आपको इतने पैसे अपने खाते में रखने ही होंगे अन्यथा बैंक आपसे चार्ज लेगा.
वैसे तो हम सेविंग अकाउंट जीरो बैलेंस पर भी खुलवाया जा सकते है इसे हम नो फ्रिल अकाउंट कहते है| लेकिन जीरो बैलेंस अकाउंट की बहुत सारी लिमिट्स होती है जो आपको फॉलो करनी पड़ती है.
इसमें आप 5000 से ज्यादा की रकम नहीं रख सकते है और बहुत से प्राइवेट बैंक तो ऐसे है जो 5000 की राशि देने पर ही खाता खोलते है.
जैसे की HDFC Bank और Axis Bank ये बैंक 5000 से ज्यादा की राशि पर ही खाता खोलते है जो राशि आपको अपने खाते में बनाई रखनी अनिवार्य होती है.
यदि आप प्राइवेट बैंक में खाता खुलवाने में समर्थ है तो आपको प्राइवेट बैंक में ही खाता खुलवाना चाहिए क्योंकि यहाँ आपको बहुत सारी सुविधाएं मिलती है तथा आप इंटरनेट बैंकिंग (internet banking) के जरिये लेंन देन भी कर सकते है.
जैसे की बिल जमा करना , फीस, ऑनलाइन मार्केटिंग, ऑनलाइन शॉपिंग, टिकट बुकिंग आदि|
आपको यह बहुत सारी सुविधाएं मिलती है हालाँकि सभी बैंक के अलग अलग फायदे होते है| लेकिन अगर आप ऑनलाइन बैंकिंग की सभी सेवाये प्राप्त करना चाहते है तो इसके लिए स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया एक अच्छा ऑप्शन है| क्योंकि यह एक पब्लिक सेक्टर बैंक है.
पब्लिक सेक्टर बैंक से आप सरकारी विभाग में कोई काम, भारतीय टेक्स और भी बहुत कुछ यहा आप कर सकते है और सभी सुविधाएं पब्लिक सेक्टर बैंक में उपलब्ध है.
करंट अकाउंट क्या होता है ? (Current Account)
करंट अकाउंट चालू खाते को कहते है और इस अकाउंट की यह पहचान है की बैंक आपको चालू खाते पर कोई भी ब्याज नहीं देता है.
चालू खाते की आवश्यकता तब होती है जब आपको बड़े पैमाने पर लेन देन करना हो|.
करंट अकाउंट को डिमांड डिपाजिट अकाउंट भी कहा जाता है|
वैसे तो करंट अकाउंट में आपको कोई ब्याज नहीं मिलता है लेकिन कुछ ऐसे प्राइवेट बैंक है जो ग्राहक को स्पेशल करंट अकाउंट ऑफर करते है जिसमे बैंक निर्धारित ब्याज अपने ग्राहक की जमा की गयी राशि पर देता है.
इसके लिए आपको बैंक से कन्फर्म करना चाइये चाहे करंट अकाउंट हो या फिर सेविंग अकाउंट निर्धारित राशि तो आपको अपने खाते में रखनी ही होती है अन्यथा बैंक चार्ज लेता है.
फर्क बस इतना है की सेविंग अकाउंट की तुलना में करंट अकाउंट की निर्धारित राशि अधिक होती है जो की 5000 से 25000 तक होती है जो आपको अपने खाते में रखनी होती है.
चालू कहती में लेन देन की राशि को लेकर या जमा की गयी राशि को लेकर कोई भी प्रतिबंध नहीं है.
आप एक दिन में हजार से लेकर लाखो तक का लेंन देंन करंट अकाउंट के जरिये कर सकते है बैंक आप पर कोई भी प्रतिबंध नहीं लगाएगा मतलब यह है की आप डेली कितनी भी ट्रांजीशन कर सकते है.
इस खाते में ग्राहकों को ओवर ड्राफ्ट की सुविधा भी प्राप्त है ऐसे में आप अपने खाते में जमा की गयी राशि से अधिक राशि भी निकाल सकते है या फिर आप बैंक से लोन भी ले सकते है इस खाते में बैंक ओवर ड्राफ्ट की सुविधा इसलिए देता है ताकि बड़े बड़े व्यापारियों को लेंन देन में कोई परेशानी ना उठानी पड़े यह करंट अकाउंट का सबसे बड़ा और सबसे अच्छा फायदा है.
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यह थी थोड़ी बहुत जानकारी करंट अकाउंट और सेविंग अकाउंट के बारे में और मुझे पूरा यकीन है की अब आपको इस विषय में सारी जानकारी प्राप्त हो गई होगी.
अगर आपकी इस विषय में अभी भी कुछ पूछना है तो आप कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हो और इस जानकारी को फेसबुक, ट्विटर, गूगल+ और व्हाट्सएप्प पर शेयर कर सकते हो.
Nice Post
Very nice
आपने अलग अलग बैंक accounts के बारे में काफी अच्छे से बताया। लोगो को इस पोस्ट को जान क़र बैंक accounts खुलवाने में मदद मिलेगी।
मेने भी एक पोस्ट इसी टॉपिक पर लिखी है।