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होली पर कविता - बच्चो के लिए हिन्दी कविताएं
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होली पर कविता 2022: Holi Poem Kavita in Hindi

यहां आपको होली के अवसर पर होली पर कविता (Holi 2022 Poem in Hindi) मिलेगी। होली का त्योहार भारत देश का बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार हैं। होली के दिन सभी एक दूसरे के गाल पर गुलाल लगा कर और गले मिल कर एक दूसरे को होली की बधाई देते हैं। बच्चे एक दूसरे को पिचकारी से गिला कर देते है, गुब्बारे में पानी भरकर एक दूसरे को मारते है और खूब मौज-मस्ती करते है।

अगर आपको Holi Festival के बारे में और अधिक जानना है या फिर होली के बारे में लिखना हैं तो आप होली पर निबंध वाला लेख पढ़े। होली के दिन बच्चे हो या बड़े सभी होली का गाना डाउनलोड करके खूब नाचते है ओर इस त्योहार को अच्छे से मनाते हैं। तो चलिए, अब मैं आपके साथ होली पर कविता शेयर करने जा रहा हूँ जो आपको बहुत पसंद आयेगी ओर इनको आप अपने सभी दोस्तों के साथ साझा भी कर सकते हो।

होली पर कविता शायरी

10Lines.co पर आपको बहुत सारी होली पर कविताएं पढ़ने को मिल जाएगी जो बहुत ही खूबसूरत है। Holi Per Kavita हमारे हिंदी कवियों ने लिखी है, आखिर लिखे भी क्यों न आखिर होली उत्साह और मनोरंजन का त्योहार जो हैं। होली की ठिठोली में शामिल भाव और रस मन को आनंद के चरम बिंदु तक ले जाती हैं। तो रंग बिरंगे त्यौहार का तो मजा ही कुछ और है।

Holi Kavita in Hindi 2022

यह जो हिन्दी कविता मैं आपके साथ प्रस्तुत करने जा रहा हूँ अगर आपको पसंद आये तो कमेंट करके अपने विचार हम सभी लोगों के साथ शेयर जरूर करें और होली पर छोटी कविता का यह लेख सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।


होली पर हास्य कविता (आओ मिलकर खेलें होली)

आओ मिलकर खेलें होली
सब एक दूजे के संग
खाओ गुजिया पी लो भांग
हर घर महके खुशियों की तरंग

हर गलियों में बाजे ढोल
और संग बाजे मृदंग
हिमांशु-रुपेश हो हर अंग खेलें
सब लाल, पीले रंगों के संग
हर गली में मचा दें हम सब
आज रंगों की हुड़दंग

दे दो नफरत की होलिका में
आहूति
रंगों से लगा दो हर माथे पर
भभूती

नफरत के सब मिटा दो रंग
प्यार को जगा कर नई उमंग
खेलो सब संग प्यार के रंग
आओ मिलकर खेलो सब संग

सब को मिलकर भांग पिलाएं
पी कर कोई हंसता जाए
कोई देर तक हुड़दंग मचाए
खेलों सब खुशियों के संग

आओ मिलकर खेलें होली
सब एक दूजे के संग!!!

» इसे भी पढ़ें: गुजिया बनाने की विधि और हमारी सरल रेसिपी

होली पर बाल कविता (होली की बोली)

यहाँ पर एक और Holi Kavita 2022 मैं आपके साथ प्रस्तुत करने जा रहा हूँ। यह Holi Poem Kavita भी आपको बहुत पसंद आयेगी। तो चलिए होली पर कविता पढ़ना शुरू करते हैं।

Holi Poem in Hindi

निकल पड़ी मद-मस्त ये टोली,
सबकी जुबां पे एक ही बोली
फिर से सजेगी रंग की महफिल,
प्यार की धारा बनेगी होली|

होली के औजार कई हैं, जोड़ने वाले तार कई हैं
रंग बिरंगे बादल से होने वाली वाली बौछार कई है
पिचकारी का ज़ोर क्या कम है, बन्दूक में ही रहने दो गोली
फिर से सजेगी रंग की महफिल, प्यार की धारा बनेगी गोली|

कब तक रूठे रहोगे तुम, बोलो कुछ क्यों हो गुमसुम
तुमको रंग लगाने में लगता कट जाएगी दुम
कड़वाहट की कैद से निकलो; अब तो बन जाओ हमजोली
फिर से सजेगी रंग की महफिल, प्यार की धारा बनेगी होली|

मन में नहीं कपट छल हो, ऊँचा बहुत मनोबल हो
होली के हर रंग समेटे दिल पावन गंगाजल हो
अंतर मन भी स्वच्छ हो पूरा, सूरत अगर है प्यारी भोली
फिर से सजेगी रंग की महफिल, प्यार की धारा बनेगी होली|

निकल पड़ी मद-मस्त ये टोली,
सबकी जुबां पर एक ही बोली
फिर से सजेगी रंग की महफिल,
प्यार की धारा बनेगी होली|

मजेदार होली कविता 2022

यहां पर मैं आपके साथ होली पर हास्य कविता शेयर करने जा रहा हूँ क्योंकि बहुत से लोगों को हास्य कविता पढ़ने का भी बहुत शोक है और उन सभी लोगों के साथ-साथ आपको भी हिन्दी हास्य कविता पसंद आयेगी।

होली बधाई कविता

“…**हिन्दुस्तान का कवि
कितना आसान है
दुश्मनी को भुलाना
बस दुश्मन को घेरना
और उसे रंग है लगाना..**>>..!

-_- अच्छा हुआ दोस्त जो तूने
होली पर रंग लगा कर हंसा दिया
वरना अपने चेहरे का रंग तो
महंगाई ने कब का उड़ा दिया -_-

<"!">मेरे रंग तुम्हारा चेहरा
होली के दिन बिठाना पहरा
दिल तुम्हारा पास है मेरे
अब बचाना अपना चेहरा<"!">

;;::*अलग-अलग धर्मों के फ्लेग्स ने होली मनाई,
एक-दूसरे को खूब रंगा
बाद में सबने देखा तो पता चला
उनमें से हर एक बन चुका था तिरंगा ::;;*

*>$<-*आपको रंगों से एलर्जी है
चलिए आपको रंग नहीं लगाएंगे
मगर साथ तो बैठिएगा
रंगीन बातों से ही होली मनाएंगे->$<-*

होली पर शायरी

अक्सर आपने ये देखा होगा की जो लोग अपने किसी खास या मन पसन्द इंसान को होली की शायरी लिखते है चाहे फिर वो दोस्त हो या फिर कोई खास व्यक्ति उसको घुमा फिरा कर अपने मन की बात कहना हो तो बस शायरी ही मददगार होती हैं। ऐसे में अगर इंसान समझदार हो तो बात बन जाती है और न समझ हो तो कम से कम मार नहीं पड़ती। अब होली के रंगो को शायरी में शामिल कर के कोई अपने मन की बातें कहे तो कल्पना कीजिए कितना रोमांचक और अद्भुत लगता हैं।

grammarly

Holi Shayari in Hindi

दिलो को मिलने का मौसम हैं
गिले शिकवे भुलाकर गले लगाने का मौसम है
होली त्योहार हैं मस्ती मजाक का
खुशियों में खोकर झूमने का मौसम हैं।


Holi Wishes in Hindi

अबीर ,गुलाल लगाएंगे , होलीआज मनाएंगे
जो रूठाउ से मानना हैं जो नामा ने उसे जरूर भिगाएंगे
प्यार के रंगो से हम ये संदेश पहुंचाएंगे
होली आती हैं साल में एक बार बस जी भर के रंग लगाएंगे।


Holi Status in Hindi

होली का गुलाल 🤗हो
रंगों की बहार हो..
गुझिया की🍩 मिठास हो
एक बात ख़ास हो,
सबके दिल 💖 में प्यार हो
यही अपना त्यौहार हो ~!!


Holi Quotes in Hindi

पूर्णिमा 🌕 का चाँद..
रंगो की डोली,
चाँद से उसकी चांदनी 👈बोली
खुशियों से भरे 🤗आपकी झोली
~मुबारक हो, आपको, रंग-बिरंगी होली !!


Poem on Holi in Hindi

कितना मनभावन लगता हैं ये होली का त्यौहार कभी लाल कभी पीला
जिधर देखो हर कोई रंग रंगीला
इसमें फागुन की फुहार भी हैं और खुशियों की सौगात भी हैं
इसमें हैं रंग उजाले न्यारे, उसी तरह जैसे हमे हैं सारे अपने प्यारे
अगर करता ये होली अपनों को चिन्हित
तो होता लाल रंग नई नवेली भाभी का पसंदीदा
क्योंकि भैय्या हमारे भाभी के छैल छबीला
होता गुलाबी रंग बच्चो का पक्का
क्योंकि बच्चो का मन होता हैं इस रंग सा सच्चा
होता हरा रंग बिल्कुल मेरी मां सा
क्योंकि मां ही हैं जुड़ा घर की हरियाली और खुशियों की नाता
पीला रंग होते मेरे पापा , जिनके होने से ही उत्साह का माहौल हैं आता।

होली के बारे में सोचते ही अलग अलग भावनाएं मन में आने लगती हैं। इस त्योहार ने बचपन की बहुत सी खट्टी मीठी यादें दी हैं।

होली पर साहित्यिक कविता

रंग में रंग लोतो होली है।
देखी मैंने बहुत दिनो तक
दुनिया की रंगीनी,
किंतु रही कोरी की कोरी
मेरी चादर छीनी,
तनके तार छूए बहुतों ने
मन का तारन भीगा,
तुम अपने रंग में रंग लोतो होली हैं
अंबर ने ओढ़ी हैं तन पर
चादर नीली नीली
हरित धरित्री के आंगन में
सरसो पीली पीली
सिंदूरी मंजरियो से है
अंबा शीश सजाए,
रोलिमय संध्या ऊषा की चोली है।
तुम अपने रंग में रंग लो तो होली है।

हरिवंश राय बच्चन

Holi Festival Holi Kavita in Hindi

ऋतुओ पर ठहरा गुलाल हैं
रंग रंग हर नौनिहाल हैं
कोयल कह बोली हैं
होली हैं भई होली हैं

नया घाघरा नई कुर्तिया
नए पजामे नई जूतियां
चूड़ी चुनरी बोली है
होली हैं भई होली है।

Holi Geet Lyrics in Hindi

रंग हैं जी रंग है
चारों और खुशियां इतनी ,देखो सभी दंग हैं।

फागुन की फुहार हैं कहीं गीतों की गूंज हैं
लाठियों की मार कहीं ,फूलों की सुगंध हैं
चारो तरफ रंग बिरंग लगाता ये संसार हैं
रंग हैं जी रंग हैं
चारो तरफ खुशियां इतनी , देखी सभी दंग हैं

नाचते गाते लोग कहीं ,कहीं धूल ढोल नगाड़ हैं
कहीं गुपचुप प्यार भरी होली की की सौगात है
आओ सभी भूले सुख दुख, नाचे यू मानो नृत्यकार हैं
रंग हैं जी रंग हैं
चारो तरफ खुशियां इतनी, देखो सभी दंग हैं।

Holi Par Kavita in Hindi

केशर की कलि की पिचकारी / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला

केशर की, कलि की पिचकारी
पात-पात की गात सँवारी 

राग-पराग-कपोल किए हैं
लाल-गुलाल अमोल लिए हैं
तरू-तरू के तन खोल दिए हैं
आरती जोत-उदोत उतारी
गन्ध-पवन की धूप धवारी

-हरिवंशराय बच्चन

होली पर कविता हिंदी में

तुम अपने रँग में रँग लो तो होली है।
देखी मैंने बहुत दिनों तक
दुनिया की रंगीनी,
किंतु रही कोरी की कोरी
मेरी चादर झीनी,
तन के तार छूए बहुतों ने
मन का तार न भीगा,
तुम अपने रँग में रँग लो तो होली है।

-केदारनाथ अग्रवाल

Poem on Holi Festival in Hindi

फूलों ने होली फूलों से खेली

लाल गुलाबी पीत-परागी
रंगों की रँगरेली पेली

काम्य कपोली कुंज किलोली
अंगों की अठखेली ठेली

मत्त मतंगी मोद मृदंगी
प्राकृत कंठ कुलेली रेली

-फणीश्वर नाथ रेणु

Short Poem on Holi in Hindi

साजन! होली आई है!
सुख से हँसना
जी भर गाना
मस्ती से मन को बहलाना
पर्व हो गया आज-
साजन! होली आई है!
हँसाने हमको आई है!

साजन! होली आई है!
इसी बहाने
क्षण भर गा लें
दुखमय जीवन को बहला लें
ले मस्ती की आग-
साजन! होली आई है!
जलाने जग को आई है!

-नज़ीर अकबराबादी

Holi Ki Kavita in Hindi

हाँ इधर को भी ऐ गुंचादहन पिचकारी 
देखें कैसी है तेरी रंगबिरंग पिचकारी

तेरी पिचकारी की तक़दीद में ऐ गुल हर सुबह 
साथ ले निकले है सूरज की किरण पिचकारी

जिस पे हो रंग फिशाँ उसको बना देती है 
सर से ले पाँव तलक रश्के चमन पिचकारी

बात कुछ बस की नहीं वर्ना तेरे हाथों में 
अभी आ बैठें यहीं बनकर हम तंग पिचकारी

हो न हो दिल ही किसी आशिके शैदा का 'नज़ीर' 
पहुँचा है हाथ में उसके बनकर पिचकारी

साभार- कविताकोश

होली पर राजस्थानी सांग्स लिरिक्स

रंग रमण रैचा वसू, गैरेयो आकास
घोल राख्या हैं, रंग रंगीला बादली कढ़ाव
पूनरी पिचकारी सूं, बौछाररी धारसूं
रंग बरसे धरती, गण गौर पर


होली पर राजस्थानी गीत लिरिक्स

सरम डूबी धरती।
माथौ झुकाया
भिजती जाए रीहैं
रंगी जती जयरीहैं


पहाड़ी होली उत्तराखंड

उत्तराखंड में होली एक हफ्ते तक मनाई जाने वाला त्योहार है। होली में खास तौर पर गांव में लोग घर घर जाकर एक दूसरे से गले मिलकर रंग लगाते है, होली गीत गाते है, मिठाई और पकवान बाटते जाते है और लोग खुशी से होली मनाते हैं। होली पर पहाड़ी गाने उत्तराखंड की अलग छवि दिखाता है कि पहाड़ से जुड़े लोग अपनी लोक भाषा में होली गीत गाते हैं। आइए देखें कुछ पहाड़ी गीतों का उदाहरण।

Uttarakhand Holi Geet in Hindi

जल कैसे भरू जमुना गहरी
जल कैसे भरू जमुना गहरी।।
ठाढी भरू राजा राम जी देखे।
है ठाढी भरू राजा राम जी देखे
बैठे भरू भी जे चुनरी
जल कैसे भरू जमुना गहरी

धीरे चलूं घर सास बुरी है
धमकिचलूं छल के गगरी
जल कैसे भरू जमुना गहरी
जल कैसे भरू जमुना गहरी

गोदी में बालक सिर पे गागर
परवत से उतरी गोरी
जल कैसे भरू जमुना गहरी
जल कैसे भरू जमुना गहरी

होली पर पौराणिक गीतों का छोटा सा संग्रह

ओ केकरे हाथ ढोलका भल सोहे, केकरे हाथ मंजीरा।
राम के हाथ ढोलक भल सोहै, लछिमन हाथ मंजीरा।

ए केकरे हाथ कनक पिचकारी, ए केकारे हाथ मंजीरा।
ए भरत हाथ कनक पिचकारी, शत्रुघ्न हाथ अबीरा।
होली पर उपहार

होली जैसा त्योहार हो और आप अपने परिवार या दोस्तों को अच्छा सा उपहार देना चाहते है तो बस मिठाई काफी नहीं होंगी। चलिए गुजिया तो हर कोई देता ही है उसमें भी आप कुछ अलग और खास कर सकते हैं। जैसे हम दिवाली पर गिफ्ट देते है, अगर आप चाहे तो होली पर भी दे सकते हैं। मेरे पास कुछ सुझाव है। जैसे हम होली पर रंग बिरंगे हैंडीक्राफ्ट जैसे रंगीले मग, कप, पानी की BOTTLE और बच्चों के खिलौने दे सकते हैं। साथ ही अगर आप चाहे तो रंग बिरंगे कपड़े भी दे सकते हैं।

अंतिम शब्द

मुझे पूरी उम्मीद है कि यहां पर जितनी भी होली पर कविता (Holi Poem in Hindi) है आपको पसंद आई होगी और आप इस होली कविता 2022 को अपने सभी मित्रों और परिवार के सदस्यों के साथ साझा भी करेंगे।

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