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Mother Day Kab Hai

मदर्स डे कब है 2022 में? | Mothers Day Date 2022 in India

क्या आपको पता है Mother Day Kab Hai (Mothers Day Date 2022 in India)? अगर नहीं तो लेख को अंत तक पढ़ें और Mother’s Day Kab Hai 2022 Mein, Mother’s Day Kab Aata Hai 2022 Mein, Mother’s Day Kab Manaya Jata Hai इत्यादि की जानकारी प्राप्त करें।

Mother Day Kab Hai 2022 Mein

Sunday, May 8 2022

अधिकतम देशों में, मातृ दिवस का त्यौहार हाल ही में पालन की गई छुट्टियों से व्युत्पन्न है ये उत्तरी अमेरिका और यूरोप में विकसित हुई है। मदर्स डे का त्यौहार अन्य देशों और संस्कृतियों के द्वारा अपनाया गया था तब से इसको दूसरा अर्थ दिया गया, जो अलग-अलग घटनाओं जैसे की (पौराणिक, ऐतिहासिक अथवा धार्मिक) से जुड़े थे। तभी से यह पर्व व उत्सव अलग-अलग तारीखों पर मनाये जाते थे।

मातृत्व का सम्मान करने के लिए कुछ देशों में पहले से ही एक समारोह था और उन्होंने उस समारोह का पालन और उसकी श्रद्धा को बनाये रखने के लिए अपनी स्वयं की माँ को गुलनार फुल और अन्य उपहार देने जैसी कई बाहरी विशेषताएं से अमेरिका से छुट्टियां ली गयी। इस प्रसिद्ध समारोह को मनाने का सभी का अपना और अलग तौर-तरीका है।

अगर किसी देश में मातृत्व दिवस के ऐतिहासिक उपलक्ष्य पर उनकी माँ को सम्मानित नहीं किया गया तो उसको अपराध माना जाता है।

कुछ देशों में मदर्स डे का त्यौहार छोटे से प्रसिद्ध पर्व व समारोह के रूप में मनाया जाता है, जो मीडिया तथा प्रवासियों के मुताबिक विदेशी संस्कृति की देन है। जिस तरह ब्रिटेन और अमेरिका में दिवाली का त्यौहार

Mothers Day Date 2022 in India

धर्म

कैथोलिक धर्म के अनुसार यह छुट्टी वर्जिन मेरी के श्रद्धांजली देने की प्रथा से साथ जुड़ा हुआ है।

हिन्दू परंपरा में इसको 2 नाम से कहा जाता है।

  1. माता तीर्थ औंसी
  2. मदर पिल्ग्रिमेज फोर्टनाइट

इस त्यौहार को हिन्दू जनसंख्या वाले देशों में बड़े की विशेष रूप से मनाया जाया है, जैसे की नेपाल।

मदर्स डे कब है?

इंग्लिश कैलेंडर के अनुसार प्रतिवर्ष मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे का दिन मनाया जाता है।

मेरा मानना है कि माँ का कोई दिन नहीं होता, माँ का हर दिन होता है। आपकी क्या राय है नीचे दिए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं।

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कोई भी लड़की जब अपने गर्व में शिशु धारण करती है, उसी दिन से वो अपने शिशु से प्यार करने लगती है और यही कारण है कि कहा जाता है कि एक बच्चे का उसकी माँ से सबसे पहले रिश्ता जुड़ता है अर्थात इस पृथ्वी पर अगर एक इंसान का किसी से सबसे पहले रिश्ता बनता है तो वो उसकी माँ के साथ होता है।

प्रिय पाठकों, हर व्यक्ति के जीवन में उसकी माँ बहुत ही खास होती है और यही कारण है कि माँ और उसके बच्चे का प्यार दुनिया के किसी भी तराजू पर तौला नहीं जा सकता है। एक माँ अपने बच्चे के लिए हर दुख, दर्द, तकलीफ से गुजरती है सिर्फ इसलिए ताकि उसका बच्चा खुश रह सके उसे किसी भी तरह कि दिक्कत या परेशानी का सामना ना करना पड़े।

कहते हैं ना – भगवान हर जगह नहीं हो सकता इसलिए उसने माँ को बनाया है, जो हर वक्त उसके साथ रहती है।

यकीनन ही आप सभी लोग मानुषी छिल्लर को जानते होंगे जो कि हरियाणा राज्य है और उन्होंने मिस वर्ल्ड 2017 का खिताब भी जीता है।
खिताब जीतने के बाद उनसे पूछा गया कि आपके अनुसार इस पृथ्वी पर सबसे ज्यादा राशी दी जाने वाली नौकरी कौन सी होती है? तो उनका जवाब वाकई प्रशंसा भरा था।

  • मानुषी छिल्लर ने अपने जवाब में कहा – मेरे ख्याल से सबसे ज्यादा राशि दी जाने वाली नौकरी एक माँ की होनी चाहिए, हम किसी भी रोजगार में देखें वहां छुट्टी जरूर मिलती है, लेकिन एक माँ हफ्ते के 8 दिन और साल के 365 दिन बिना किसी पैसे के अपने काम को बखूबी निभाती है।
  • उन्होंने यह भी कहा कि मेरे ख्याल से शायद इस कार्य के लिए किसी भी माँ को कितना पैसा मिलना चाहिए इसका अंदाजा लगा पाना भी असंभव है।

मातृ दिवस कब मनाया जाता है? मातृ दिवस 2022

क्या आपको पता हैं Mother Day Kab Aata Hai? अगर नहीं तो नीचे दी गई जानकारी को पढ़ें।

Mother Day Kab Hai 2022

मातृ दिवस कब मनाया जाता है

अफ्रीकी देश

ब्रिटिश परंपरा के अनुसार ही कई अफ़्रीकी देशों ने मातृ दिवस मनाने का तरीका अपनाया है। हालांकि देखा जाये तो मातृ दिवस मनाने के कई ऐसे समारोह और घटनाएं है जो अफ्रीका के यूरोपीय शक्तियों द्वारा औपनिवेशिक होने से पहले ही कई ऐसी विभिन्न और संस्कृतियों के अंतर्गत ही अफ्रीकन महाद्वीप में मनाया जाता था।

बोलीविया

बोलीविया में मातृ दिवस 27 मई के दिन बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है।

बोलीविया में कोरोनिल का युद्ध को स्मरण करने के लिए 8 नवम्बर 1927 को कानून पारित किया गया। जिस जगह पर यह युद्ध हुआ था वो जगह अब कोचाबम्बा का शहर कहलाता है, यह युद्ध 27 मई 1812 को हुआ था। इस दिन जो महिलाएं देश की आजादी के लिए लड़ रही थी, उनका स्पेनिश सेना द्वारा सरेआम कत्ल कर दिया गया था।

चीन

चीन में मातृ दिवस बहुत ही लोकप्रिय होता जा रहा है। मातृ दिवस के दिन सभी माताओं को उपहार के रूप में गुलनार का फूल🌹 देते है जो बहुत ही लोकप्रिय है और सबसे ज्यादा बिकते भी है। 1997 में गरीब माताओं की मदद करने के लिए यह पर्व निर्धारित किया गया था।

पीपुल्स डेली में, जो चीन के कम्युनिस्ट पार्टी की पत्रिका हैं, उसमें एक लेख में लिखा गया है कि संयुक्त राष्ट्र में इस दिन का प्रादुर्भाव होने के बावजूद, चीन के सभी व्यक्ति इस छुट्टी को बिना किसी हिचकिचाहट के और बड़ी धूम धाम से मनाते है। यह पर्व इसलिए इतनी धूम धाम से मानते है क्योंकि ये परम्परागत नीतियों, बुजुर्गों के प्रति सम्मान और संतानों द्वारा मात-पिता के प्रति प्रेम जाहिर करने के लिए किया जाता है।

ग्रीस

ग्रीस में मातृ दिवस थोड़ा भिन्न तरीके से मनाया जाता है। इस दिन मदर दे के रूप में यीशु की प्रस्तुति मंदिर में पूर्वी रूढ़िवादी उत्सव मनाया जाता है। यह उत्सव इसलिए मनाया जाता है क्योंकि थियोटोकोस जो कि (परमेश्वर की मां) जो मसीह को यरूशलेम के मंदिर तक लाने के कारण प्रमुख रूप से इस उत्सव से संलग्न हैं इसलिए यह दावत माताओं के साथ जुड़ी हैं।

जापान

जापान में मदर्स डे का पर्व शोवा अवधि के दौरान मनाया जाता है। ये पर्व महारानी कोजुन जोकि सम्राट अकिहितो की मां थी, उनके जन्मदिन के रूप में मनाया जाता था। आज कल यह एक विपणन छुट्टी बन गई है जिसमें लोग अपनी माताओं को गुलनार के फूल अथवा गुलाब उपहार के रूप में देते हैं।

थाईलैंड

थाईलैंड में मातृत्व दिवस का पर्व थाईलैंड की रानी के जन्मदिवस की ख़ुशी पर मनाया जाता है।

रोमानिया

रोमानिया में ये दो अलग-अलग छुट्टियों के रूप में मनाया जाता है। मातृ दिवस और महिला दिवस।

यूनाइटेड किंगडम और आयरलैंड

आयरलैंड और यूनाइटेड किंगडम में, मदरिंग सन्डे लेंट के चौथे रविवार को पड़ता है, जोकि ईस्टर संडे के ठीक तीन सप्ताह पहले पड़ता है (23 मार्च 2009 को)। इतिहास में ऐसा माना गया हैं कि इसका प्रादुर्भाव 16वीं सदी में ईसाइयों के द्वारा प्रत्येक साल अपनी माता के गिरिजाघर में जाने से हुआ हैं, इसका यह मतलब है कि अधिकतर जो माताएं है वो इस दिन अपने संतानों से मिल सकेंगी। जल्द से जल्द मदरिंग संडे 1 मार्च के दिन (उस साल जब ईस्टर दिवस 22 मार्च को पड़ता है) या देर हुई तो 4 अप्रैल को (जब ईस्टर दिवस 25 अप्रैल को पड़ता है) तब यह पर्व मनाया जाता हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका / कनाडा

कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका में मातृ दिवस मई के दूसरे रविवार को मनाते हैं।

वियतनाम

ले वू-लैन के नाम से वियतनाम में मातृ दिवस का पर्व मनाया जाता है और ये त्यौहार चंद्रनामा के सातवें महीने के पन्द्रहवें दिन मनाया जाता हैं। जितने भी लोग अपनी माँ के साथ रहते है उनको भगवान का शुक्रगुजार होना चाहिए, और अगर किसी की माता की मृत्यु हो गई है तो उनको अपने माँ की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।

माँ पर कविता, Poem about Mother in Hindi

मदर्स डे की शुरुआत कब से हुई?

मदर्स डे माता के प्रति प्यार, माता के बलिदान, कृतज्ञता को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। ये तो आप जानते ही हैं साथ ही इसकी शुरुआत कब हुई इस विषय पर आज हम प्रकाश डालेंगे।

मदर्स डे को उत्सव रूप में मानने की शुरुआत 1908 में अन्ना जार्विस के द्वारा मानी जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि Anna Jarvis की माता ने Anna समेत उसके 13 भाई बहनों को बड़े संघर्ष से पाला पोसा था और अपनी मां के प्रति अन्ना के अंदर एक समर्पण की भावना जागृत हुई क्योंकि वो अपनी माता से बहुत प्यार करती थी इसलिए अन्ना जार्विस ने जीवन भर मां की सेवा करने तथा विवाह न करने की प्रतिज्ञा की। बाद में काफी सालों बाद उसकी मां का निधन हो गया और अन्ना जार्विस चाहती थी की उसकी माता और अन्य सभी माताओं के सम्मान में मदर्स डे मनाया जाए और तब से आज तक मदर्स डे मनाया जाता हैं।

अमेरिका में 9 मई 1914 को मदर्स डे को उत्सव के रूप में मानने की न केवल की अनुमति दी बल्कि एक कानून भी पारित किया की मई महीने के हर दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाए।


Essay on Mother in Hindi | मदर डे का मतलब क्या होता है?

मदर्स डे या मातृत्व दिवस भारत में मई महीने में दूसरे रविवार को मनाया जाता है ये एक खास दिवस है क्योंकि ये हमारी माताओं के समर्पण, त्याग, प्रेम, सौहार्द और संरक्षण को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। पूरे जीवन भर हमारी माताएं हमारा लालन पालन करती है, हमें एक सुरक्षित जीवन और अच्छे संस्कार देती है, बिना किसी वेतन के सबसे ज्यादा काम करती है और कभी कभी हम उनके द्वारा किए गए इस अमूल्य योगदान को भूल जाते है और ये समझने लगते है कि ये तो उनका कर्तव्य है जबकि माता के बिना हमारा जीवन निरर्थक है। अतः उनके निष्काम भाव से किए गए कार्यों को सम्मानित करने के लिए ये दिन उत्सव रूप में मनाया जाता हैं।

यू तो इस दिन लोग अपनी मां का फोटो व्हाट्सएप स्टेटस पर लगा देते है, न जाने कितने भावुक वीडियो डालते हैं चाहे असल जीवन में उनकी बात न सुने पर इस दिन अधिकतर लोग केवल दिखावा ही करते है जो सही नहीं है और कुछ लोग ऐसे भी है जो इस दिन अपनी मां को कोई मनचाहा उपहार देते हैं, घर के काम स्वयं करते है और मां को स्पेशल फील भी कराते है लेकिन सिर्फ एक दिन काफी नहीं है हमें रोज अपनी मां की मदद करनी चाहिए, उनकी बात माननी चाहिए और जितना हो सके उनकी सेवा करनी चाहिए। क्योंकि यदि मां न होती तो ये दुनिया न होती, हम न होते, कुछ न होता।

KGF Movie तो सबने देखी होगी उसमें हीरो एक डायलॉग बोलता है जो मां के संघर्ष और शक्ति को एक ही वाक्य में बोल जाता है इस दुनिया में सबसे बड़ा योद्धा मां होती है और वाकई ये सच भी हैं। एक बार आप वो Video Clip देखें, नीचे मैंने अपलोड कर दी हैं।

Sabse Bada Yodha Maa Hoti Hai KGF Movie Video Clip

एक बच्चे को असहनीय पीड़ा सह कर जन्म देना, लालन पालन करना, देख रेख करना और सुरक्षा करना कोई आसान काम नही है और साथ ही साथ घर के अन्य सदस्यों की देख भाल करना भी अपने आप में एक महत्वपूर्ण कार्य है जो एक माता बखूबी करती हैं।

महिला दिवस कब मनाया जाता है?


2022 में महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाएगा। ये दिन महिलाओं को समर्पित है, इस दिन महिलाओं को सम्मानित किया जाता है। महिला एक माता के रूप में तो कभी एक पत्नी के रूप में, कभी बहन तो कभी दोस्त के रूप में हमारे समाज में एक अभिन्न अंग हैं लेकिन महिलाओं को पुरुष प्रधान समाज में सदैव हीन और शोषण योग्य वस्तु के रूप में देखा गया और समानता का सामना करना पड़ा लेकिन इसी असमानता और शोषण को समाप्त करने और महिलाओं के सम्मान में महिला दिवस राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता हैं।

भारतीय राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 निबंध


2022 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाएगा। महिलाए आज हर क्षेत्र में पुरुष की बराबरी कर रही है लेकिन वहीं आज भी कई देशों में बहुत सी असमानताएं व्याप्त हैं जैसे वेतन, कार्यालय में काम करने के लिए काम समय सीमा और वोट देने जैसे अधिकारों से वंचित है जिन्हें उनके अधिकार अवश्य मिलने चाहिए और इसी के प्रति जागरूकता बनाए रखने के लिए यह दिन अंतराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता हैं। इस साल 2022 में इसकी थीम है “एक स्थाई कल के लिए आज लैंगिक समानता”

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पहली बार कब मनाया गया?


अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पहली बार 1911 में ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, स्विट्जरलैंड, जर्मनी में मनाया गया। दरअसल इसकी शुरुआत एक आंदोलन से हुई जो न्यूयॉर्क में हुआ जहां 1500 महिलाओं ने बेहतर वेतन, वोट देने के अधिकार और काम के घंटो के मुद्दे उठाए और अपने अधिकारों के लिए मार्च किया। इसके एक वर्ष के पश्चात ही अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी के द्वारा पहली बार महिला दिवस की घोषणा की गई। इसका श्रेय एडवोकेट क्लारा को जाता है जो एक कम्युनिस्ट और वकील थी और उन्होंने अंतराष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं के अधिकार की रक्षा और जागरूकता के लिए इस दिवस का सुझाव दिया।

भारत में महिला दिवस किसकी याद में मनाया जाता है?


भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता है क्योंकि इस दिन राष्ट्रीय कोकिला कहलाई जाने वाली श्रीमती सरोजिनी नायडू के जन्मदिन के रूप में तथा भारत के स्वतंत्रता सेनानियो की याद में मनाया जाता हैं। सरोजिनी नायडू स्वतंत्र भारत की पहली महिला राज्यपाल भी बनी और उत्तर प्रदेश में इन्होंने अपना कार्यभार संभाला।

Mothers Moral Stories in Hindi

आपने बचपन से बहुत कहानी सुनी होगी जिसमें माँ का उसके बच्चो के प्रति स्नेह को दर्शाया गया होगा। इस लेख में भी मैं आपके साथ एक माँ पर कहानी शेयर कर रहा हूँ।

Maa Ki Kahani in Hindi

एक गाँव में एक गरीब और विधवा माँ अपने बेटे के साथ रहती थी, बेटे की छोटी से लेकर बड़ी सभी जरूरत को पूरा करने के लिए वो मजदूरी करती थी, कभी मजदूरी नहीं होती तो वो दूसरों के यहाँ बर्तन धोती।

एक दिन घर में सिर्फ एक ही व्यक्ति का राशन था। माँ ने खाना बना दिया और उसके बाद अपने बेटे को खाना देते हुए बोली बेटा ये ले जल्दी से खाना खा ले, और बेटे को खाना दे के वो दूसरा काम करने चली तभी थाली में दाल खत्म हो जाने पर बेटा चूल्हे के पास रखे भगोने में दाल लेने जाता है तो देखता है कि उसमें दाल नहीं है।

खाली भगोने को देख वो सोचता है कि मेरी माँ खुद भूखी है लेकिन मुझे खाना खिला रही है। इस तरह से अपना पेट काट के उसकी माँ ने अपने बेटे को पाल पोसकर बड़ा किया। बेटे की बड़े होने पर अच्छी कंपनी में नौकरी लगी और फिर उसका विवाह एक सुंदर लड़की से हो गई। शादी के बाद माँ बेटा और बहू साथ रहने लगे लेकिन बहू को उसकी सास अच्छी नहीं लगती थी और यही कारण था कि वो उनको हमेशा परेशान करती थी और अपने पति के कान भर्ती थी।

एक दिन बेटे ने बीवी के रोज – रोज के दिक्कत से पीछा हटाने के लिए अपनी माँ को गाँव भेज दिया और खुद अपनी बीवी के साथ शहर में रहने लगा। कुछ समय बाद बेटे की तबीयत खराब होती है और उसे पता चलता है कि उसके गुर्दे ने काम करना बंद कर दिया है, इलाज के लिए उसको दूसरे गुर्दे की जरूरत थी। उसने अपने सभी रिश्तेदारों को फोन कर मदद मांगी और सब जगह से उसे असफलता ही मिली, फिर अचानक एक दिन उसको एक गुर्दा मिलता है जो कि किसने दिया होता है यह उसको मालूम नहीं होता।

ऑपरेशन होने के 15 दिन बाद जब वो घर लौटता है तो उसको उसकी बीवी बोलती है कि देखा तुम्हारी मां कैसी है, तुम्हें सब देखने आए लेकिन वो देखने तक नहीं आई।

बेटे को बीवी की बात पर बहुत गुस्सा आता है और तभी उसको गाँव से फोन आता है कि उसके घर से बहुत बदबू आ रही है और गाते भी बंद है और गाँव जा के देखता है तो उसकी माँ की मृत्यु हो चुकी होती है और अंदाजा लगाया जाता है कि शायद मौत को 4-5 दिन हो चुके होते हैं।भी कुछ पड़ोसी आकर उसको बताते है कि तुम्हारी माँ ने जिंदगी भर मेहनत कर के तुम्हें एक अच्छा व्यक्ति बनाया और अंत में जरूरत पड़ने पर उसने तुम्हें अपना गुर्दा भी दे दिया परंतु तुम कैसे बेटे हो जो देखने तक नहीं आए?

उस बेटे को उस समय बहुत बुरा लगा और वह बहुत रोया परंतु अब तो देर हो चुकी थी वो कुछ भी नहीं कर सकता था।

दोस्तों, आपको यह कहानी कैसी लगी? नीचे दिये कमेंट बॉक्स में बताना मत भूलना।


यह थी थोड़ी बहुत जानकारी मदर्स डे कब है उस विषय में।

अगर आपको मातृ दिवस के बारे में जानकारी पता है जिसको आप हमारे साथ शेयर करना चाहते हो तो आप कमेंट के माध्यम से हमारे साथ शेयर कर सकते हो।

माँ के लेख को सोशल मीडिया पर सभी बच्चों के साथ शेयर जरूर करें और अपनी माँ को धन्यवाद अवश्य दे।

Mother Day Kab Hai | Mother’s Day Kab Hai

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