नैतिक शिक्षा पर कहानी 10 वाक्यों में
नमस्ते, 10Lines.co में आज हम नैतिक शिक्षा पर आधारित कहानी अर्थात “in English, 10 Lines Short Stories with Moral in Hindi” के विषय के ऊपर चर्चा करने जा रहे है। तो लेख को अंत तक पूरा पढ़ें और नैतिक शिक्षा की आवश्यकता पर निबंध, नैतिक शिक्षा का अर्थ एवं परिभाषा, नैतिक शिक्षा क्या है, जीवन पर आधारित कहानी और जीवन मूल्य पर कहानी इत्यादि की जानकारी प्राप्त करें और अपने ज्ञान को तेज करें जिससे आप एक महान ज्ञानी बन सके।
10 Lines Short Stories with Moral in Hindi
हमें बचपन से ही नैतिक शिक्षा की कहानियां (Small Stories for Kids in Hindi) हमारे माता-पिता, शिक्षक, दादा दादी के द्वारा सुनाई जाती है। यह कहानियां हमें जिंदगी में गलतियों से सबक लेने और एक अच्छा इंसान बनने के लिए प्रेरित करती हैं। यदि आपको परीक्षाओं में या फिर शिक्षक द्वारा नैतिक शिक्षा की कुछ पंक्तियां सुनाने को कहा गया है तो आज हम आपके साथ इस लेख में कुछ बेहतरीन प्रेरणादायक हिंदी कहानियां (Inspirational Moral Stories in Hindi) साझा कर रहे हैं, उम्मीद है आपको अवश्य पसंद आएंगे।
Top 10 Moral Stories in Hindi
Short Stories for Kids with Moral in Hindi 10 Lines
कुत्ता और हड्डी की शिक्षाप्रद कहानी 10 लाइन
- 👉 दूर गांव में एक कुत्ता रहता था जो खाने की तलाश में दिन रात सड़कों पर घूमता था।
- 👉 एक दिन वह कुत्ता रास्ते में यहां-वहां घूम रहा था और हड्डी ढूंढने की कोशिश कर रहा था।
- 👉 काफी ढूंढने के बाद कुत्ते को रास्ते में बहुत ही ताजी हड्डी देखने को मिलती है।
- 👉 हड्डी को देखते ही कुत्ता दुम हिलाने लगता है और हड्डी को मुंह में लेकर अपने घर आ जाता है।
- 👉 घर जाते समय कुत्ते को एक नदी दिखाई देती हैं।
- 👉 कुत्ता जब नदी के करीब जाता है तो उसे और एक कुत्ता हड्डी लिए दिखाई देता है।
- 👉 नदी के कुत्ते के मुंह में हड्डी को देख कर उसे लालच आ जाता है।
- 👉 और उसके मन में हड्डी को खाने की इच्छा होने लगती है।
- 👉 दूसरे कुत्ते के मुंह में हड्डी को लेने के लिए जैसे ही कुत्ता अपना मुंह खोलता है उसकी हड्डी नदी में गिर जाती है।
- 👉 जिसके कारण कुत्ते को हड्डी के बिना ही घर वापस लौटना पड़ता है।
Moral – यह छोटी सी कहानी हमें सीख देती है कि अगर हम दूसरों को देख कर जलते रहें, और जो दूसरों के पास है वह पाने की कोशिश करें तो हमारे पास जो कुछ है हम वह भी खो देंगे।
Small Stories for Kids in Hindi 10 Lines
शेर और गरीब गुलाम की कहानी
- सर्कस के एक रिंग मास्टर के पास एक गरीब गुलाम था जिसके ऊपर वह बेहद क्रूर व्यवहार करता था।
- बहुत समय से बर्दाश्त करने के बाद गरीब गुलाम के बर्दाश्त करने की क्षमता खत्म हो गई और वह अपने मालिक को छोड़कर भाग गया।
- भागते भागते गुलाम जंगल पहुंच गया जहां उसे एक शेर दिखाई दिया।
- शेर के पंजे में एक कांटा गड़ा हुआ था जिसके कारण उसे बहुत दर्द हो रहा था।
- गुलाम से शेर का दर्द देखा नहीं गया और उसने जाकर शेर के पैर से वह कांटा निकाल दिया।
- गुलाम को ऐसा लग रहा था जैसे शेर उसे खा जाएगा लेकिन शेर ने गुलाम को कुछ नहीं किया।
- कुछ समय बाद गुलाम के मालिक ने उसे पकड़ लिया!
- भागने की वजह से गुलाम का मालिक उस पर बहुत ज्यादा गुस्सा था! जिसके कारण उन्होंने गुलाम को शेर की गुफा में मरने के लिए फेंक दिया।
- जब गुलाम ने शेर को देखा तो वह समझ गया कि यह वही शेर है जिसकी मदद गुलाम ने की थी।
- शेर गुलाम को कुछ नहीं करता है! इसके बाद गुलाम अपनी बाकी की जिंदगी अच्छे से जीता है।
Moral – इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि अगर हम दूसरों की मदद करेंगे तो दुनिया हमारी मदद करेगी! जब हम किसी की मदद करते हैं या फिर किसी पर दया दिखाते हैं तो कुदरत स्वयं हर मुश्किल को आसान कर देती है।
Short Stories for Kids in Hindi
कई साल पहले की बात है! पटना के करीब एक गाँव में एक बूढ़ा रहता था। यह बूढ़ा स्वयं को दुनिया के सबसे दुर्भाग्यपूर्ण व्यक्तियों में से एक मानता था। उस बूढ़े आदमी के साथ कुछ ना कुछ बुरा होता रहता था। जो भी काम वह बूढ़ा आदमी करता वह हमेशा खराब ही हो जाता और किसी ना किसी कारण से उसे हमेशा हानि ही होती थी। बूढ़ा आदमी अपनी बुरे किस्मत से थक चुका था और वह हमेशा उदास रहता था। निराश होने के कारण उसने शिकायत करना शुरू कर दिया था और वह हमेशा ही शिकायत करते रहता था। यही वजह थी कि उस बूढ़े व्यक्ति का मूड हमेशा खराब रहता था।
दिन महीने में बदल गए, महीने साल में बदल गए लेकिन बूढ़े आदमी का दुर्भाग्य नहीं बदला! जैसे जैसे दिन आगे बढ़ रहे थे वैसे वैसे बूढ़े आदमी के शब्द भी बुरे होते जा रहे थे। वो बूढ़ा आदमी इतनी ज्यादा निराशाजनक बातें कहता कि उसकी बातें सुनकर किसी भी व्यक्ति का मूड खराब हो जाता था। ऐसा लगता था जैसे उस बूढ़े आदमी के आस-पास ही नकारात्मक विचारों का घेरा है जिसके पास जाते ही हर किसी का मन दुखी हो जाता है।
लोगों को ऐसा लगने लगा था जैसे उसका दुर्भाग्य अब संक्रामक हो गया है जो भी उसके आसपास जाएगा उसका दुर्भाग्य भी खराब हो जाएगा। इसलिए लोग उस बूढ़े आदमी से हमेशा दूर दूर रहा करते थे। कुछ समय बाद बूढ़ा आदमी पहले से ज्यादा शिकायत करने लगा था जिसके कारण सभी गांव वाले उससे परेशान होने लगे थे। सभी के मन में उस व्यक्ति के लिए द्वेष और नफरत की भावना भरी हुई थी। लेकिन जब वह बूढ़ा व्यक्ति 80 साल का हुआ तो एक गाड़ी से उसका एक्सीडेंट हो गया, जिसके कारण उसकी पैर की हड्डी टूट गई।
इस एक्सीडेंट के कारण बूढ़े आदमी को पूरे 1 महीने तक हॉस्पिटल में रहना पड़ा और इस बीच उसने जिंदगी के बारे में काफी कुछ सीखा। जब हॉस्पिटल से उसे छुट्टी दी गई, और वह गांव वापस आया तो एक अविश्वसनीय बात हुई। फ़ौरन सभी को एक अफवाह सुनाई दी! जिस पर किसी को भी यकीन नहीं हो रहा था। पूरे गांव में अफवाह फैल गई कि – “वो बूढ़ा आदमी आज खुश है, वह किसी भी चीज की शिकायत नहीं कर रहा है, मुस्कुरा रहा है, और यहाँ तक कि उसका चेहरा भी तरो ताज़ा नजर आ रहा है।”
इस अफवाह में कितनी सच्चाई है इसका पता लगाने के लिए पूरा गांव बूढ़े आदमी के घर के पास इकट्ठा हो गया। सभी लोगों ने बूढ़े आदमी से पूछा – तुम्हें क्या हुआ है? तुम इतने खुश कैसे हो?
तब बूढ़ा आदमी कहता है कि इतने समय से मैं नासमझ था जो हमेशा दुखी रहता था और अपनी जिंदगी को कोसता रहता था लेकिन जिंदगी क्या होती है उसका मतलब मुझे मेरे एक्सीडेंट के बाद पता चला। जिंदगी में हर पल बहुत ही कीमती है! खुशी हर चीज में है लेकिन यह केवल देखने वालों की नजर में होता है कि वह सामने क्या देखता है! बूढ़ा आदमी कहता है कि अगर कोई अपने जिंदगी को खुशी से देखेगा तो उसे हर तरफ खुशी दिखाई देगी लेकिन वह हमेशा दुखी रहेगा तो उसे हर जगह से दुखी ही दिखाई देगी।
Moral – इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि दुख और परेशानियां हर किसी के जीवन में होती है। लेकिन यह व्यक्ति के ऊपर है कि वो अपने जीवन को खुशी के साथ जीता है या सिर्फ शिकायत करता है।
Small Story in Hindi with Moral
एक बार मेंढकों का एक समूह पानी की तलाश में जंगल में घूम रहा था। काफी दूर तक पानी की तलाश करने के बाद भी उन्हें पानी नहीं मिला। पानी ढूंढते ढूंढते अंधेरा हो गया और रात होने की वजह से अचानक मेंढकों के समूह में दो मेंढक गलती से एक गहरे गड्ढे में गिर गए।
दल के दो मेंढकों के गिरने के कारण दूसरे मेंढक गड्ढे में अपने दोस्तों के लिए चिंतित थे। क्योंकि गड्ढा बहुत ही ज्यादा गहरा था। गड्ढे की गहराई को देखने के बाद मेंढकों के समूह को ऐसा लग रहा था जैसे दोनों मेंढक बाहर नहीं आ पाएंगे। जिसके कारण बाकी मेंढकों ने ये कहना शुरू कर दिया कि गहरे गड्ढे से बचने का कोई रास्ता नहीं है और कोशिश करने का कोई मतलब नहीं है।
गड्ढे के ऊपर खड़े मेंढक लगातार उन दोनों मेंढकों को हतोत्साहित करने लगे क्योंकि दो मेंढक गड्ढे से बाहर कूदने की कोशिश कर रहे थे। वो बार बार उन्हें ये कह रहे थे कि बाहर आने की कोशिश बेकार है। तुम दोनों बेकार की कोशिश मत करो! इससे कुछ नहीं होगा।
मेंढकों के बराबर ऐसा कहने से दो मेंढकों में से एक मेंढक ने उनपर विश्वास करना शुरू कर दिया – कि वे कभी भी गड्ढे से नहीं बच पाएंगे। दूसरों की बात मानकर उस मेंढक ने हार मान ली और कोशिश करना बंद कर दिया! जिससे उसकी मृत्यु हो गई। लेकिन दूसरा मेंढक लगातार कोशिश करता रहा और बार बार कोशिश करने की वजह से आखिर में वह इतनी ऊंची छलांग लगाता है कि वह गड्ढे से बच निकलता है।
मेंढक के ऐसा करने से अन्य मेंढक इस पर चौंक गए और आश्चर्य किया कि उसने यह कैसे किया?
अंतर यह था कि जो मेंढक बाहर निकला वो बहरा था और समूह का हतोत्साह नहीं सुन सकता था। उसने बस सोचा कि वे उसे प्रोत्साहित कर रहे थे! इसीलिए उसने कोशिश जारी रखी और वो बाहर आ गया।
Moral – दूसरे हमेशा लोगों को आगे बढ़ने से रोकते है! ये आप के ऊपर है कि आप दूसरों की बातों को सुनते है या अपने मन को कोसते है।
निष्कर्ष
तो साथियों इस लेख का अध्ययन करने के बाद आपको 10 Lines Short Stories with Moral in Hindi पसंद आई होगी। इस जानकारी को दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर करना न भूलें।