आगरा का ताजमहल का इतिहास, निबंध और इसे किसने बनवाया था ?
सुप्रभात ! मै हिमांशु ग्रेवाल आप सभी का स्वागत करता हूँ आज के इस लेख में जिसमे मै आपके लिए दुनिया के सात अजूबे में से एक ताजमहल का इतिहास के ऊपर कुछ विशेष जानकारी अपडेट करने जा रहा हूँ.
भारत एक ऐसा देश है जहाँ लगभग 1000 से भी ज्यादा ऐतिहासिक महल, मूर्ति, वस्तु एवं किला है| हर महल, मूर्ति, वस्तु एवं किला के बनने एवं बनवाने के पीछे कुछ न कुछ खास वजह ज़रूर है.
आपने अपने विद्यालय के दिनों में इतिहास के विषय मे कई बार ताजमहल के बारे में जानकारी जरुर पढ़ा होगा, आइये आज हम ताजमहल के बारे में रोचक जानकारी जानते हैं, जिसका आपको जानना अति आवश्यक है.
लेख को शुरू करने से पहले मै आपको एक बार बताना चाहता हूँ कि इस लेख में आपको ताजमहल से जुड़े कुछ प्रश्नो के भी उत्तर मिलेंगे जो अक्सर आपके जेहन में उत्पन होते हैं और जब आप उनकी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से खोजते है तो आपको एक सटिक जवाब मिलता नहीं है.
सबसे पहला प्रशन जो आपके ज़ेहन में शायद कभी आया हो – ताजमहल क्या है ? आइये आज मै आपको इस प्रशन का एक सही उत्तर सरल शब्दों में देता हूँ.
ताज महल क्या है – ताजमहल का इतिहास हिंदी में
प्रशन : ताजमहल किसने बनवाया था ?
उत्तर : मुग़ल सम्राट शाहजहाँ
ताज महल भारत (उत्तर प्रदेश) के आगरा शहर में स्थित एक विश्व धरोहर मकबरा है| इसका निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने, अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में करवाया था|
ताज महल का केन्द्र बिंदु है, एक वर्गाकार नींव आधार पर बना श्वेत संगमरमर का मकबरा| यह एक सममितीय इमारत है, जिसमें एक ईवान यानि अतीव विशाल वक्राकार द्वार है| इस इमारत के ऊपर एक वृहत गुम्बद सुशोभित है| अधिकतर मुगल मकबरे जैसे, इसके मूल अवयव फारसी उद्गम से हैं.
ताजमहल मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है| इसकी वास्तु शैली फारसी, तुर्क, भारतीय और इस्लामी वास्तुकला के घटकों का अनोखा सम्मिलन है.
सन् 1983 में, ताज महल यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल बना| इसके साथ ही इसे विश्व धरोहर के सर्वत्र प्रशंसा पाने वाली, अत्युत्तम मानवी कृतियों में से एक बताया गया| ताज महल को भारत की इस्लामी कला का रत्न भी घोषित किया गया है.
तो दोस्तो यदि आपसे कोई पूछे कि ताज महल क्या है? तो आप इनमे से कुछ भी जवाब दे सकते हैं, क्यूंकी इनको याद रखना आपसे आसान होगा क्यूंकी यह सरल भाषा में है.
चलिये अब ताजमहल से जुड़ी वो बाते जानते है जो आपके कई परीक्षा में प्रशन के तौर पर पूछे जा सकते हैं और जानकारी के अभाव के कारण शायद आप गलत जवाब ना दे दो.
पहला प्रशन जो अक्सर पूछा जाता है ⇓
ताज महल कहाँ है या ताज महल कहाँ पर स्थित है ?
इन दोनों प्रश्नों का एक अर्थ है कहने का मतलब है की यदि आपसे इन दोनों में से कोई भी प्रशन पूछा जाये तो आपको एक ही जवाब देना है और वो है आगरा का ताजमहल.
आपने अक्सर अपने घर के बड़े-बूढ़ो के मुह से सुना होगा या कही पढ़ा भी हो, मै ऐसा इसलिए बोल रहा हूँ क्यूंकी मैंने यह बात अक्सर नोटिस की है यहाँ तक कि अखबार में यही कहा जाता है – (आगरा का ताज महल).
तो जब भी आपसे कोई प्रशन करे तो आप यह जवाब दे सकते हैं कि » भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में ताज महल स्थित है.
अगला प्रशन जो आपके द्वारा सरकारी नौकरी के एंट्रेंस एग्जाम में पूछे जाने वाले प्रशनों में से एक हो सकता है – ताज महल कब बना ?
ताज महल कब बना – Taj Mahal History in Hindi
आगरा का ताजमहल भारत की शान और प्रेम का प्रतीक चिह्न माना जाता है| उत्तरप्रदेश का तीसरा बड़ा जिला आगरा ऐतिहासिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है.
मुगलों का सबसे पसंदीदा शहर होने के कारण ही उन्होंने दिल्ली से पहले आगरा को अपनी राजधानी बनाया| इतिहास के अनुसार इब्राहिम लोदी ने इस शहर को सन् 1504 में बसाया था.
जिस समय इस शहर की स्थापना की गई, उस समय किसी ने यह कल्पना नहीं की होगी कि यह शहर पूरे विश्व में अपनी खूबसूरती के लिए परचम लहराएगा| जिसे आज भी दुनिया के सात अजूबों में शुमार किया जाता है.
ताजमहल का इतिहास – Information About Taj Mahal in Hindi Language
इतिहास : स्थापत्य कला की जीती-जागती तस्वीर आगरा शहर दिल्ली से करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| जिसे बनाने के लिए:-
- बगदाद से एक कारीगर बुलवाया गया जो पत्थर पर घुमावदार अक्षरों को तराश सकता था|
- बुखारा शहर से जिस कारीगर को बुलवाया गया वह संगमरमर के पत्थर पर फूलों को तराशने में दक्ष था|
- विराट कद के गुंबदों का निर्माण करने के लिए तुर्की के इस्तांबुल में रहने वाले दक्ष कारीगर बुलाया गया था|
- मिनारों का निर्माण करने के लिए समरकंद से दक्ष कारीगर को बुलवाया गया|
इस प्रकार ताज महल के निर्माण से पूर्व छ: महीनों में कुशल कारीगरों को तराश कर उनमें से 37 दक्ष कारीगर इकट्ठे किए गए, जिनको देख – रेख में बीस हजार मजदूरों के साथ कार्य किया गया.
इसी प्रकार ताज निर्माण में लगाई गई सामग्री संगमरमर पत्थर राजस्थान के मकराना से, अन्य कई प्रकार के कीमती पत्थर एवं रत्न बगदाद, अफगानिस्तान, तिब्बत, इजिप्त, रूस, ईरान आदि कई देशों से इकट्ठा कर उन्हें भारी कीमतों पर खरीद कर ताज महल का निर्माण करवाया गया.
1630 में शुरू हुआ इसका निर्माण कार्य करीब 22 वर्षों में पूर्ण हुआ, जिसमें लगभग बीस हजार मजदूरों का योगदान माना जाता है.
अब सोचिए कि जिस महल को बनाने मे 22 वर्ष लगे हो वो वाक्य ही में सुंदर होगा न ?
चलिये अब यदि आप आज से पहले वहाँ नहीं गए हैं और अब अगली छूटियों में जाने की सोच रहे हैं तो मै आपको और अधिक जानकारी देना चाहता हूँ.
हर जगह जाने के लिए आपको कुछ न कुछ एंट्री फीस देनी पड़ती है, ठीक उसी तरह से आगरा के ताज महल को देखने का भी फीस है|
वर्ष 2018 के शुरुआत में ही ताजामहल में जाने वाले पर्यटन के लिए कुछ बदलाव लाये गए थे| 2018 से पूर्व पर्यटन को ताजमहल को देखने के लिए 40 रुपए की टिकट लगती थी जिसको की बढ़ा कर 50 रुपया कर दिया गया| इसके साथ ही अब कोई भी व्यक्ति वहाँ 3 घंटे से ज्यादा देर तक नहीं रूक पाएगा|
इस तरह का फैसला लेने के पीछे की वजह यह है की वहाँ एक साथ में ज्यादा जनता आती है, चेकिंग के वक़्त समय लगने से भीड़ लगती है और फिर लोग आपस मे धक्का मुक्की कर लड़ने लग जाते हैं.
अनुमान लगाया गया है कि यहाँ एक बार में सिर्फ 40000 व्यक्ति ही अंदर जाएंगे और अब बच्चों को भी ताजमहल देखने हेतु टिकिट लेनी होगी लेकिन वो टिकट ज़ीरो वैल्यू की होगी| ऐसा इसलिए ताकि गिनती का पता चल जाए कि अंदर कितने व्यक्ति है.
क्या ताज महल का विजिट स्कूल स्टूडेंट के लिए फ्री है ? ताजमहल पर निबंध हिंदी में
बच्चा चाहे स्कूल से जाये या अपने माता-पिता के साथ यदि उसकी उम्र 15 वर्ष या 15 वर्ष से पूर्व है तो उसकी एंट्री फ्री में ही होगी परंतु उनको जीरो वैल्यू कि टिकट लेनी ही होगी.
आखरी प्रशन जो आए दिन आप अखबार और खबरों में आप सुनते है ⇒ ताजमहल पीला क्यों होता जा रहा है ? मै आपको उसके पीछे का भी कारण इस लेख में जरुर बताऊँगा.
ताजमहल पीला क्यों पड़ रहा है – ताजमहल का पीलापन का कारण क्या है ?
एक इंडो-यूएस स्टडी के मुताबिक संगमरमर का बना ताज वायु के बढ़ते प्रदूषण के चलते पीला पड़ रहा है| इस स्टडी ने उन प्रदूषण तत्वों के बारे में भी पता लगाया है जिनके कारण यह सब हो रहा है.
स्टडी के मुताबिक ताजमहल का रंग पीले पड़ने का कारण जीवाश्म ईंधन से निकलने वाले कार्बन कणों का ताजमहल की परत पर जम जाना है| स्टडी ने इस बात की पुष्टि की है कि आगरा के बढ़ते प्रदूषण के चलते ताजमहल पीला पड़ रहा है.
आगरा का ताजमहल का इतिहास से जुड़ी लगभग सभी बाते मैंने इस लेख के मदद से आप तक पहुचाने की कोशिश की है, यदि कुछ रह गया है तो आप कमेंट के माध्यम से मुझे बता सकते हैं.
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