गणतंत्र दिवस 2023 पर कविता | 26 जनवरी के लिए कविता
Short Poem on Republic Day in Hindi 2023 💖 {Heart Touching}
गणतंत्र दिवस 2022 के इस शुभ अवसर पर आज मैं आपके साथ गणतंत्र दिवस पर कविता (Short Poem on Republic Day in Hindi) प्रस्तुत करने जा रहा हूँ। कविता शुरू करने से पहले आप सभी भारत देशवासियों को HimanshuGrewal की तरफ से भारतीय गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। इससे पहले भी मैंने गणतंत्र दिवस 2022 पर शायरी और गणतंत्र दिवस 2022 पर कवितायें लिखी है जिनको काफी सारे लोगों ने पसंद भी किया है। आप चाहें तो मेरा वो पुराना लेख पढ़ सकते हो।
अक्सर काफी सारे लोगों के मन में एक सवाल जरूर आता है कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है और गणतंत्र का अर्थ क्या है? अगर आपको इसके बारे में अच्छे से पढ़ना है तो आप गणतंत्र दिवस पर निबंध, यह क्यों और कब मनाया जाता है वाला लेख पढ़े।
तो चलिए अब हम अपनी हिन्दी कविता (Poem on 26 January in Hindi) को पढ़ना शुरू करते है।
बच्चों के लिए गणतंत्र दिवस पर कविता हिंदी में
नोट: अगर आपको यह कविता पसंद आए तो इस कविता को आप अपने दोस्तों और चाहने वालों के साथ सोशल मीडिया पर साझा करे।
Happy Republic Day 2022 Images |
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भारतीय गणतंत्र दिवस 2022 का इतिहास |
गणतंत्र दिवस 2022 शुभकामनाएं शायरी |
Republic Day 2022 Shayari in Hindi |
Short Poem on Republic Day in Hindi 2022
माह जनवरी छब्बीस को हम सब गणतंत्र मनाते | और तिरंगे को फहरा कर, गीत ख़ुशी के गाते || संविधान आजादी वाला, बच्चो ! इस दिन आया | इसने दुनिया में भारत को, नव गणतंत्र बनाया || क्या करना है और नही क्या ? संविधान बतलाता | भारत में रहने वालों का, इससे गहरा नाता || यह अधिकार हमें देता है, उन्नति करने वाला | ऊँच-नीच का भेद न करता, पण्डित हो या लाला || हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सब हैं भाई-भाई | सबसे पहले संविधान ने, बात यही बतलाई || इसके बाद बतायी बातें, जन-जन के हित वाली | पढ़ने में ये सब लगती हैं, बातें बड़ी निराली || लेकर शिक्षा कहीं, कभी भी, ऊँचे पद पा सकते | और बढ़ा व्यापार नियम से, दुनिया में छा सकते || देश हमारा, रहें कहीं हम, काम सभी कर सकते | पंचायत से एम.पी. तक का, हम चुनाव लड़ सकते || लेकर सत्ता संविधान से, शक्तिमान हो सकते | और देश की इस धरती पर, जो चाहे कर सकते || लेकिन संविधान को पढ़कर, मानवता को जाने | अधिकारों के साथ जुड़ें, कर्तव्यों को पहचानो ||
Republic Day Poem in Hindi For School Students
मोह निंद्रा में सोने वालों, अब भी वक्त है जाग जाओ, इससे पहले कि तुम्हारी यह नींद राष्ट्र को ले डूबे, जाति-पाती में बंटकर देश का बन्टाधार करने वालों, अपना हित चाहते हो, तो अब भी एक हो जाओ, भाषा के नाम पर लड़ने वालों, हिंदी को जग का सिरमौर बनाओ, राष्ट्र हित में कुछ तो बलिदान करो तुम, इससे पहले कि राष्ट्र फिर गुलाम बन जाए, आधुनिकता केवल पहनावे से नहीं होती है, ये बात अब भी समझ जाओ तुम, फिर कभी कहीं कोई भूखा न सोए, कोई ऐसी क्रांति ले आओ तुम, भारत में हर कोई साक्षर हो, देश को ऐसे पढ़ाओ तुम||
26 January Republic Day Poetry Messages in Hindi
जब सूरज संग हो जाए अंधियार के, तब दीये का टिमटिमाना जरूरी है| जब प्यार की बोली लगने लगे बाजार में, तब प्रेमी का प्रेम को बचाना जरूरी है| जब देश को खतरा हो गद्दारों से, तो गद्दारों को धरती से मिटाना जरूरी है| जब गुमराह हो रहा हो युवा देश का, तो उसे सही राह दिखाना जरूरी है| जब हर ओर फैल गई हो निराशा देश में, तो क्रांति का बिगुल बजाना जरूरी है| जब नारी खुद को असहाय पाए, तो उसे लक्ष्मीबाई बनाना जरूरी है| जब नेताओं के हाथ में सुरक्षित न रहे देश, तो फिर सुभाष का आना जरूरी है| जब सीधे तरीकों से देश न बदले, तब विद्रोह जरूरी है||
26 January Republic Day 2022 Speech in Hindi For School Teachers
⇓ गणतंत्र दिवस पर कविता ⇓
तेरी जिंदगी से बहुत दूर चले जाना है, फिर न लौट कर इस दुनिया में आना है, बस अब बहुत हुआ, अब किसी का भी चेहरा इस दिल में कभी नहीं बसाना है, तुम्हारी जिंदगी में अब मैं नहीं, तुम्हारी जिंदगी में अब कोई और सही, पर मेरे दिल में तुम हमेशा रहोगे, मेरा अधूरा ख्वाब बनकर, मेरे हमनशीं, न कर मुझे याद करके मुझपर और एहसान, ऐसा न हो मुझे पाने की तमन्ना में, चली जाए तेरी जान, मैं भी कोशिश करूँगा भुलाने की तुझे, नहीं तो हो जाऊँगा तेरे नाम पर कुर्बान , हसरतें दिल में दबी रह गयी, तुझे पाकर भी जिंदगी में कुछ कमी रह गयी, आँखों में तड़प और दिल में दर्द अब भी है, न जाने तेरे जाने के बाद भी, आँखों में नमी रह गयी, मन करता है जो दर्द है दिल में, बयां कर दूँ हर दर्द तुझसे, अब ये दर्द छुपाए नहीं जाते, लेकिन नहीं कह सकता कुछ तुझसे, क्योंकि दिलो के दर्द दिखाए नहीं जाते!
Poems on Republic Day 2022 in Hindi
'आओ तिरंगा फहराये' आओ तिरंगा लहराये, आओ तिरंगा फहराये; अपना गणतंत्र दिवस है आया, झूमे, नाचे, खुशी मनाये। अपना 71वाँ गणतंत्र दिवस खुशी से मनायेगे; देश पर कुर्बान हुये शहीदों पर श्रद्धा सुमन चढ़ायेंगे। 26 जनवरी 1950 को अपना गणतंत्र लागू हुआ था, भारत के पहले राष्ट्रपति, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने झंड़ा फहराया था, मुख्य अतिथि के रुप में सुकारनो को बुलाया था, थे जो इंडोनेशियन राष्ट्रपति, भारत के भी थे हितैषी, था वो ऐतिहासिक पल हमारा, जिससे गौरवान्वित था भारत सारा। विश्व के सबसे बड़े संविधान का खिताब हमने पाया है, पूरे विश्व में लोकतंत्र का डंका हमने बजाया है। इसमें बताये नियमों को अपने जीवन में अपनाये, थाम एक दूसरे का हाथ आगे-आगे कदम बढ़ाये, आओ तिरंगा लहराये, आओ तिरंगा फहराये, अपना गणतंत्र दिवस है आया, झूमे, नाचे, खुशी मनाये।
26 January 2022 Poem in Hindi
‘देखो 26 जनवरी आयी’
देखो 26 जनवरी है आयी, गणतंत्र की सौगात है लायी। अधिकार दिये हैं इसने अनमोल, जीवन में बढ़ सके बिन अवरोध। हर साल 26 जनवरी को होता है वार्षिक आयोजन, लाला किले पर होता है जब प्रधानमंत्री का भाषन। नयी उम्मीद और नये पैगाम से, करते है देश का अभिभादन, अमर जवान ज्योति, इंडिया गेट पर अर्पित करते श्रद्धा सुमन, 2 मिनट के मौन धारण से होता शहीदों को शत-शत नमन। सौगातो की सौगात है, गणतंत्र हमारा महान है, आकार में विशाल है, हर सवाल का जवाब है, संविधान इसका संचालक है, हम सब का वो पालक है, लोकतंत्र जिसकी पहचान है, हम सबकी ये शान है, गणतंत्र हमारा महान है, गणतंत्र हमारा महान है।
26 January Republic Day 2022 Poem in Hindi for School Students
गणतंत्र भारत का निर्माण’
हम गणतंत्र भारत के निवासी, करते अपनी मनमानी, दुनिया की कोई फिक्र नहीं, संविधान है करता पहरेदारी।। है इतिहास इसका बहुत पुराना, संघर्षों का था वो जमाना; न थी कुछ करने की आजादी, चारों तरफ हो रही थी बस देश की बर्बादी, एक तरफ विदेशी हमलों की मार, दूसरी तरफ दे रहे थे कुछ अपने ही अपनो को घात, पर आजादी के परवानों ने हार नहीं मानी थी, विदेशियों से देश को आजाद कराने की जिद्द ठानी थी, एक के एक बाद किये विदेशी शासकों पर घात, छोड़ दी अपनी जान की परवाह, बस आजाद होने की थी आखिरी आस। 1857 की क्रान्ति आजादी के संघर्ष की पहली कहानी थी, जो मेरठ, कानपुर, बरेली, झांसी, दिल्ली और अवध में लगी चिंगारी थी, जिसकी नायिका झांसी की रानी आजादी की दिवानी थी, देश भक्ति के रंग में रंगी वो एक मस्तानी थी, जिसने देश हित के लिये स्वंय को बलिदान करने की ठानी थी, उसके साहस और संगठन के नेतृत्व ने अंग्रेजों की नींद उड़ायी थी, हरा दिया उसे षडयंत्र रचकर, कूटनीति का भंयकर जाल बुनकर, मर गयी वो पर मरकर भी अमर हो गयी, अपने बलिदान के बाद भी अंग्रेजों में खौफ छोड़ गयी| उसकी शहादत ने हजारों देशवासियों को नींद से उठाया था, अंग्रेजी शासन के खिलाफ एक नयी सेना के निर्माण को बढ़ाया था, फिर तो शुरु हो गया अंग्रेजी शासन के खिलाफ संघर्ष का सिलसिला, एक के बाद एक बनता गया वीरों का काफिला, वो वीर मौत के खौफ से न भय खाते थे, अंग्रेजों को सीधे मैदान में धूल चटाते थे, ईट का जवाब पत्थर से देना उनको आता था, अंग्रेजों के बुने हुये जाल में उन्हीं को फसाना बखूबी आता था| खोल दिया अंग्रेजों से संघर्ष का दो तरफा मोर्चा, 1885 में कर डाली कांग्रेस की स्थापना, लाला लाजपत राय, तिलक और विपिन चन्द्र पाल, घोष, बोस जैसे अध्यक्षों ने की जिसकी अध्यक्षता, इन देशभक्तों ने अपनी चतुराई से अंग्रेजों को राजनीति में उलझाया था, उन्हीं के दाव-पेचों से अपनी माँगों को मनवाया था| सत्य, अहिंसा और सत्याग्रह के मार्ग को गाँधी ने अपनाया था, कांग्रेस के माध्यम से ही उन्होंने जन समर्थन जुटाया था, दूसरी तरफ क्रान्तिकारियों ने भी अपना मोर्चा लगाया था, बिस्मिल, अशफाक, आजाद, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु जैसे, क्रान्तिकारियों से देशवासियों का परिचय कराया था, अपना सर्वस्व इन्होंने देश पर लुटाया था, तब जाकर 1947 में हमने आजादी को पाया था| एक बहुत बड़ी कीमत चुकायी है हमने इस आजादी की खातिर, न जाने कितने वीरों ने जान गवाई थी देश प्रेम की खातिर, निभा गये वो अपना फर्ज देकर अपनी जाने, निभाये हम भी अपना फर्ज आओ आजादी को पहचाने, देश प्रेम में डूबे वो, न हिन्दू, न मुस्लिम थे, वो भारत के वासी भारत माँ के बेटे थे| उन्हीं की तरह देश की शरहद पर हरेक सैनिक अपना फर्ज निभाता है, कर्तव्य के रास्ते पर खुद को शहीद कर जाता है, आओ हम भी देश के सभ्य नागरिक बने, हिन्दू, मुस्लिम, सब छोड़कर, मिलजुलकर आगे बढ़े, जातिवाद, क्षेत्रवाद, आतंकवाद, ये देश में फैली बुराई है, जिन्हें किसी और ने नहीं देश के नेताओं ने फैलाई है, अपनी कमियों को छिपाने को देश को भरमाया है, जातिवाद के चक्र में हम सब को उलझाया है| अभी समय है इस भ्रम को तोड़ जाने का, सबकुछ छोड़ भारतीय बन देश विकास को करने का, यदि फसे रहे जातिवाद में, तो पिछड़कर रह जायेंगे संसार में, अभी समय है उठ जाओं वरना पछताते रह जाओगें, समय निकल जाने पर हाथ मलते रह जाओगे, भेदभाव को पीछे छोड़ सब हिन्दुस्तानी बन जाये, इस गणतंत्र दिवस पर मिलजुलकर तिरंगा लहराये।।
अध्यापक द्वारा 26 जनवरी पर दिया गया भाषण
नमस्कार, आदरणीय अतिथि गण, प्रधानाचार्य जी, मेरे साथ कार्यरत सभी शिक्षण गण एवं सभी प्यारे बच्चों।
स्वरप्रथम आप सभी को मेरी ओर से गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आज हम देश का 72वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। गणतंत्र दिवस वह दिन है जिसको पूरा देश एक साथ मिलकर मनाता है। यह दिन सभी देशवासियों के लिए इसलिए महत्व रखता है क्योंकि इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। यानी कि देश में कानून के राजकीय शुरुआत हुई थी।
26 जनवरी को राष्ट्रीय पर्व का दर्जा प्राप्त है। हर साल इस दिन को हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इंडिया गेट पर राज्यों की झांकियां निकाली जाती है। लंबे समय तक हमारे मातृभूमि पर ब्रिटिश शासन रहा है और भारत के लोगों ने सालों तक उनकी गुलामी की है जिसके किस्से कहानियां सुन कर रूह ऐठ जाती है। लंबे संघर्ष के बाद भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने अंत: 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी दिलाई। आजादी के लगभग ढाई साल बाद यानी 26 जनवरी 1950 को हमारे देश ने अपना संविधान लागू कर दिया और भारत ने खुद को एक लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में घोषित कर दिया।
भारतीय संविधान में हमारी संसद में लगभग 2 साल 11 महीने 18 दिनों के बाद 26 जनवरी को पास किया गया। भारत में खुद को संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया जिसके बाद 26 जनवरी को भारतीयों के द्वारा गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
आजादी के बाद एक ड्राफ्ट कमेटी को 28 अगस्त 1947 की मीटिंग में भारत के स्थाई संविधान का प्रारूप तैयार करने के लिए कहा गया था। डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की अध्यक्षता में 4 नवंबर 1947 को भारतीय संविधान के प्रारूप को सदन में रखा गया। इसमें लगभग ढ़ाई साल का समय लगने के बाद यह पूरी तरह से तैयार हो पाया था और आखि़र कार इंतजार की घड़ी समाप्त हुई और 26 जनवरी 1950 को इसे लागू कर दिया गया था। तभी से हम सभी भारतीयों के लिए बेशक वो अपने देश से बाहर ही क्यों ना रहते हो इस त्योहार को मनाना उनके लिए बहुत ही सम्मान की बात है।
सभी स्कूलों, कॉलेजों में एवं ऑफिस में भी 26 जनवरी को भारत का झंडा फहराया जाता है और काफी सारे प्रोग्राम का आयोजन भी किया जाता है जिसकी तैयारी महीनों पहले से होने लगती है, जो कि हमने भी मिल कर किया है।
भारत के लोग इस दिन को पूरे उत्साह और खुशी के साथ मनाते हैं, 26 जनवरी के दिन पूरे भारत के सभी राज्यों की राजधानियों और राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में भी बड़े पैमाने पर उत्सव का खास प्रबंध को आयोजित किया जाता है। आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रपति द्वारा ध्वजारोहण और राष्ट्रीय गान के साथ की जाती है। सिर्फ इतना ही नहीं हमारे देश के तीनों सेना के द्वारा परेड भी की जाती है जो समान्यत: विजय चौक से शुरू होती है और इंडिया गेट पर जा कर खत्म होती है और अंत में हमारा पूरा देश जन गण मन के स्वर से गूंजता रहता है।
अब 26 जनवरी के भाषण के अंत में मैं कुछ पंक्तियां बोलना चाहती हूं –
“ए मेरे देश तू ही आज़ाद रहे, तेरा यह अधिकार रहे। तेरी इस आजादी पर मेरे जैसे लाखों जान कुर्बान रहे। कांटों के बीच फूल खिलाए, धरती को स्वर्ग बनाओ। आओ सबको गले लगाए, मिलकर गणतंत्र दिवस मनाए। वतन हमारी शान है, वतन ही हमारा मान है। हम उस देश के वासी हैं जिसका नाम हिन्दुस्तान है”।
आप सबको गणतंत्र दिवस की बहुत सारी शुभकामनाएं।
धन्यवाद
जय हिन्द
Happy Republic Day Poem in Gujarati 2022
भारत एकमात्र ऐसा देश है जहाँ विविधता में एकता है, यदि आप भारत के पश्चिमी राज्य गुजरात से है और आने वाले गणतंत्र दिवस पर गुजराती भाषा में पोएम बोलना चाहते है तो दोस्तों यह है आपके लिए एक छोटी एवं सरल गणतंत्र दिवस गुजराती कविता।
26 January 2022 Poem in Gujarati
તમારી વચ્ચે આ રોકો હવે લોહીની હોળી રમો માતાને યાદ કરો જે લોહીથી લથબથ છુન્નર !! જો કંઈક કરવું હું મારા હૃદયમાં ઈચ્છું છું ભારત માતાનું નામ શણગારે છે દુનિયા માં કોની આગળ જોવું છે તમે સૈનિક બનો અધિકાર સીમા પર જાણો કેવી રીતે અંધકાર સામે લડવું !!
Short Poem on Republic Day 2022 in Marathi
बढ़ते हैं आगे और भारत के दक्षिणी राज्यों में बोली जाने वाली भाषा मराठी भाषा में लिखी एक कविता को पढ़ते हैं। Republic Day Poem in Marathi को आप अपने मराठी दोस्तों के साथ सोश्ल मीडिया के मधायम से शेयर भी कर सकते हैं, यकीनन ही उनको अच्छा महसूस होगा।
26 January Poem in Marathi 2022
विनोदाची भाषा लिहिलेली नाही किंवा गझलही नाही मला कविता कशी लिहावी हे माहित नाही मी किंचाळत राहिलो !! देश मला जळत आहे छातीला आग लागली आहे कुदळ असलेला प्रत्येकजण व्यस्त असतो मद्यपान मध्ये गरीब रक्त !! तर बाबरीचे राम मंदिर मी आणले नाही कृपा जखमी भारत ओरडत आहे मी तुला ओरडताना ऐकायला आलो आहे !!
26 January Republic Day Motivational Poem
मैंने इस लेख में 26 जनवरी पर मोटिवेशनल कविता भी आपके लिए अपडेट किया है, इस कविता को आप चाहे तो याद कर स्टेज पर सुना भी सकते हैं और चाहे तो ऑनलाइन भी इसको अपने जानकारों से सोश्ल मीडिया के माध्यम से शेयर कर सकते हैं।
Best Poem on Republic Day in Hindi 2022
संविधान आजादी वाला, बच्चो ! इस दिन आया इसने दुनिया में भारत को, नव गणतंत्र बनाया! क्या करना है और नही क्या ? संविधान बतलाता भारत में रहने वालों का, इससे गहरा नाता!! यह अधिकार हमें देता है, उन्नति करने वाला ऊँच-नीच का भेद न करता, पण्डित हो या लाला!! हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सब हैं भाई-भाई सबसे पहले संविधान ने, बात यही बतलाई!! इसके बाद बतायी बातें, जन-जन के हित वाली पढ़ने में ये सब लगती हैं, बातें बड़ी निराली!! लेकर शिक्षा कहीं, कभी भी, ऊँचे पद पा सकते और बढ़ा व्यापार नियम से, दुनिया में छा सकते!! देश हमारा, रहें कहीं हम, काम सभी कर सकते पंचायत से एम.पी. तक का, हम चुनाव लड़ सकते!! लेकर सत्ता संविधान से, शक्तिमान हो सकते और देश की इस धरती पर, जो चाहे कर सकते!! लेकिन संविधान को पढ़कर, मानवता को जाने अधिकारों के साथ जुड़ें, कर्तव्यों को पहचानो!!
Happy Republic Day Poem in Tamil
भारत के एकदम दक्षिण में यदि हम चले जाये तो दो राज्य स्थित हैं। एक है तमिलनाडु और दूसरा है केरला। दोस्तों यदि आपको यह नहीं ज्ञात तो मैंने आपको बताना चाहता हूँ कि तमिल नाडु में तमिल भाषा का ही प्रयोग संचार के लिए मुख्य तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इस लेख में आपके लिए एक 26 जनवरी पर कविता तमिल भाषा में अपडेट किया जा रहा है, तो चलिये अब पढ़ लेते हैं –
Republic Day 2022 Speech Poem in Tamil

26 January 2022 Republic Day Bengali Poem
पूर्वी राज्य में से एक राज्य पश्चिम बंगाल भी हैं, जहाँ बांगली भाषा का प्रयोग संचार के लिए किया जाता है। यदि आपका कोई बंगाली दोस्त है तो आप इस गणतंत्र दिवस बंगाली कविता को सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर कर सकते हैं।
26 January 2022 Poem in Bengali
এটি আমার নিখরচায় ত্রিকোণ তরঙ্গ তরঙ্গ তরঙ্গ রে ভারতের মা হাসি ত্রিঙ্গা তরঙ্গ উয়ের উয়ের রে !! এই পতাকাটির বাপু জি কি ধরণের মান লাল কেল্লায় নেহেরু এই পতাকা উত্তোলন !! আমরা 26 শে জানুয়ারী সমস্ত প্রজাতন্ত্র উদযাপন এবং তিরঙ্গা উত্তোলন, খুশি গানটি গাইছেন !!
Republic Day Poem in English for School Students
कहने को भारत की राष्ट्रभाषा हिन्दी है, परंतु आज कल सरकारी से लेकर सभी प्राइवेट स्कूल में हिन्दी को छोर इंग्लिश पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। यदि आप भी इस गणतंत्र दिवस पर इंग्लिश में कविता बोलना चाहते है तो दोस्तों मैंने आपके लिए इंग्लिश में भी कविता अपडेट कर दिया है-
26 January Poem in English for School Students
Vijayi Vishv Tiranga Pyara
vijay vishv tiranga pyaara aane vaala din hai hamaara hathiyaaron ki hod machi hai shanti ahinsa apana naara. vijayi vishv tiranga pyara.. aasamaan men taare anek chamakega par apana sitara. vijayi vishv tiranga pyara.. maar raha jo insaanon ko jaayega vo bhi ik din maara. vijayi vishv tiranga pyara.. aatank se milegi jannat bhram tootega ik din tumhara. vijayi vishv tiranga pyara.. sahane ki bhi kshamta hoti ab dena hai jawab karaara. vijayi vishv tiranga pyara.. aane wala din hai hamaara.
Poems on Republic Day in English
गणतंत्र दिवस पर आखिरी में आपके लिए एक इंग्लिश भाषा में एक और कविता अपडेट किया जा रहा है। यदि आपके घर में कोई छोटा बच्चा है अर्थात प्राथमिक कक्षा में है तो आप उसको यह कविता याद करवा सकते हैं। गणतंत्र दिवस के आयोजित प्रक्रिया में आपका बच्चा इस कविता को याद करके स्टेज पर इस कविता को बोल सकता है।
26 January 2022 Poem in English
I LOVE TRICOLOR! Color my heart, into tricolor Left one with orange Gives me courage and trained me to do sacrifice Right one is filled with green Have faith and make others one Where ever when I go, the taste of happiness… Always found.. And O God please fills White into middle that I can passage a feast of…. Calm and peace And never let down to any one in my reach.. Please fill these tricolors on me Please fill this tricolor on me Vande Matram
26 January Republic Day Trinidad and Tobago Poem
इस जगह पर 1 अगस्त को देश को उसका संविधान बन कर मिला और 24 सितम्बर को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।

भारत में गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?
जैसा कि आप सब जानते हैं हमारी मातृभूमि कई वर्षों तक ब्रिटिश सरकार के अधीन थी उसमें अंग्रेजी हुकूमत ने भारतीय लोगों को जबरदस्ती अपने कानून का पालन करने को कहा और ना मानने वालों के साथ अत्याचार भी किया। कई वर्षों के संघर्ष के बाद भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों की कड़ी मेहनत और जीवन न्योछावर करने के बाद भारत को 15 अगस्त सन् 1947 को आजादी मिली। स्वतंत्रता के बाद भारत सरकार ने संविधान लागू किया और भारत को एक प्रजातांत्रिक गणराज्य घोषित किया। लगभग 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन के बाद 26 जनवरी 1950 को भारत के संविधान को भारत की संविधान सभा में पास की। इस घोषणा के बाद से इस दिन को प्रतिवर्ष भारतीय गणतंत्र दिवस के रूप में मनाने लगे।
गणतंत्र दिवस भारत के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। गणतंत्र का अर्थ है जनता के द्वारा जनता के लिए शासन। गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। 26 जनवरी 1930 को रावी नदी के तट पर स्वतंत्रता सेनानियों ने पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा की थी। जब 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग की घटना हुई तो इस घटना ने ही भगत सिंह और उधम सिंह जैसे क्रांतिकारियों को जन्म दिया। क्योंकि यह घटना बहुत ही दुखदाई घटना थी इसमें जनरल डायर के नेतृत्व में अंग्रेजी सरकार ने बड़े बड़े बच्चों एवं महिलाओं को भी नहीं बख्शा था।
इस घटना के बाद सभी का दिल आजादी की आग में जलने लगा था, सब लोग भारत की आजादी के लिए बलिदान देने को तैयार थे। 26 जनवरी के दिन ही स्वतंत्रता सेनानियों ने प्रतिज्ञा ली थी कि जब तक भारत पूरी तरीके से स्वतंत्र नहीं हो जाता यह आंदोलन इसी तरह चलता रहेगा।
15 अगस्त सन् 1947 को देश आजाद हुआ और 26 जनवरी सन 1950 को हमारा देश भारत लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया गया। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो भारत पर अब खुद का राज था और अब भारत पर कोई बाहरी शक्ति शासन नहीं कर सकती थी।
भारत का संविधान लिखित एवं सबसे बड़ा संविधान है, संविधान निर्माण के प्रक्रिया में लगभग 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन लगे थे। डॉ भीमराव आंबेडकर भारतीय संविधान समिति के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे। 26 जनवरी को दिल्ली में राजपथ पर भारत के राष्ट्रपति के नाम के द्वारा झंडा फहराया जाता है, राष्ट्रीय गान गाया जाता है फिर इक्कीस तोपों की सलामी दी जाती है, फिर राष्ट्रपति द्वारा विशेष सम्मान जैसे अशोक चक्र और कीर्ति चक्र दिए जाते हैं और देश भर से चुने हुए बच्चों को बहादुरी पुरस्कार भी दिया जाता हैं।
दिल्ली के राजधानी होने पर और दूसरे राष्ट्रपति का निवासी होने के कारण केंद्रीय स्तर पर यह पर्व दिल्ली में ही मनाया जाता है। 26 जनवरी के दिन ही गवर्नर जनरल की जगह डॉ राजेंद्र प्रसाद हमारे देश के राष्ट्रपति बने थे, तभी से इस देश की राजधानी नई दिल्ली में राष्ट्रपति की राजकीय सवारी भी निकाली जाती है। 26 जनवरी के दिन जल सेना, थल सेना और वायु सेना रैली करती है और लाल किले तक पहुंचती है, परेड में सबसे अलग दिखने वाले सुरक्षा सेना बल के जवान जो उट की सवारी लेकर परेड में हिस्सा लेते हैं जो कि पूरे विश्व में एक सुरक्षा बल है।
विभिन्न प्रांतों से आए नर्तकी अपने-अपने प्रांतों की वेशभूषा में अपने कार्य में कार्यक्रम को प्रस्तुत करते हैं, प्रतेक वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस हम सभी भारतीयों एवं दूसरे देश में रहने वाले भारतीयों के लिए बहुत ही सम्मान की बात है। यह दिन हम सभी भारतीयों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है और इस दिन को हम बहुत ही उल्लास के साथ मनाते हैं। तो दोस्तों यही था मुख्य कारण कि हम गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं, अब यदि आपसे कोई सवाल करें तो आप इसका जवाब पूरे विस्तार के साथ दे सकते हैं।
गणतंत्र दिवस को अंग्रेजी में क्या बोलते हैं?गणतंत्र दिवस को इंग्लिश में ‘Republic Day‘ कहा जाता है और यह हमारे देश का एक राष्ट्रीय त्योहार है। |
गणतंत्र दिवस के भाषण की पीडीएफ फ़ाइल कहाँ से डाउनलोड करें?दोस्तों, यदि आप गणतंत्र दिवस के भाषण की पीडीएफ को डाउनलोड कर के अपने स्मार्ट डिवाइस में सेव करना चाहते हैं तो मैं आपको बता देना चाहता हूँ कि इस लेख में मैं आपके लिए पीडीएफ़ फ़ाइल भी अपडेट कर रहा हूँ। आप बस उसपर क्लिक करके फ़ाइल को डाउनलोड कर सकते हैं, और भविष्य में जब आपको जरूरत पड़ती है तो आप चेक कर सकते हैं। |
Happy Republic Day PDF Download
गणतंत्र दिवस पर भाषण 10 लाइन
- » भारत देश में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
- » 26 जनवरी 1950 को भारत देश में संविधान लागू हुआ था।
- » इस दिन भारत देश को गणराज्य का दर्जा प्राप्त हुआ।
- » भारत देश का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है।
- » गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना द्वारा परेड निकाली जाती है।
- » इस दिन देश के सभी स्कूल कॉलेज में विद्यार्थियों के लिए परेड, भाषण, गीत, नृत्य आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।
- » गणतंत्र दिवस हमारा एक राष्ट्रीय पर्व है।
- » गणतंत्र दिवस के दिन देश अपने महान नायकों को याद करते है।
- » गणतंत्र दिवस हमें देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने की प्रेरणा देता है।
- » अंततः हमारा कर्तव्य है कि देश के विकास में हम अपना योगदान जरूर दें।
विद्यार्थियों को गणतंत्र दिवस की बधाई कैसे दें?
भारत के गणतंत्र दिवस पर अगर कोई सबसे ज्यादा खुश होता है तो वह है विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थी, क्योंकि विद्यार्थियों का मन बहुत ही कोमल होता है। उन्हें यह नहीं पता होता है कि गणतंत्र दिवस का मतलब क्या होता है? हालांकि गणतंत्र दिवस आने के पहले ही टीचर के द्वारा उन्हें इसके इतिहास के बारे में जानकारी दी जाती है और इतिहास के बारे में जानने के बाद बच्चों के मन में 26 जनवरी को लेकर के काफी हलचल पैदा हो जाती है। वह इस दिन का बेसब्री से इंतजार करने लगते हैं क्योंकि इस दिन विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी होता है। इसलिए बच्चे खासतौर पर इस दिन का इंतजार करते हैं।
👉 अगर आप 26 जनवरी की बधाई बच्चों को अनोखे अंदाज में देना चाहते है तो इसका तरीका भी हम आपके साथ शेयर कर देते हैं।
जब 26 जनवरी आए तब आपको सबसे पहले तो बच्चों को बिल्कुल सरल अंदाज में यह बताना है कि 26 जनवरी का इतिहास क्या है क्योंकि जब आप बच्चों को 26 जनवरी का इतिहास बताएंगे तब वह इतिहास जानने के बाद यह भी जानना चाहते होंगे कि भला 26 जनवरी की बधाई कैसे दी जाती है, तब आप इतिहास बताने के बाद बच्चों को 26 जनवरी की बधाई दे सकते हैं। अब आप उन्हें इसकी बधाई कैसे देते हैं यह आपको डिसाइड करना है। सामान्य तौर पर बच्चों को “भारत के गणतंत्र दिवस की सभी बच्चों को हार्दिक शुभकामनाएं” ऐसा कह कर बधाई दी जाती है। इसके अलावा आप उनको देशभक्ति के लिए प्रेरित करने वाली शायरी सुनाकर बधाई दे सकते है।
परिवार और दोस्तों को 26 जनवरी की बधाई कैसे दें?
हमारी जिंदगी में हमारा परिवार हमारे लिए काफी अहम स्थान रखता है। इसके साथ ही हर किसी व्यक्ति के कुछ ना कुछ दोस्त अवश्य होते हैं, जिनके साथ हम अपनी हर खुशी सेलिब्रेट करते हैं। यहां तक कि जब 26 जनवरी का मौका आता है, तब हमें सबसे पहले हमारे दोस्तों के द्वारा और हमारे परिवार वालों के द्वारा ही बधाई संदेश मिलता है। इसलिए हमारा यह फर्ज बनता है कि हम उन्हें भी 26 जनवरी के जश्न में शामिल करें।
इस मौके पर अपने परिवार वालों और अपने दोस्तों को आप सोशल मीडिया के जरिए गणतंत्र दिवस की बधाई दे सकते हैं। आपका परिवार अगर आप से दूर रहता है तो आप उन्हें वीडियो कॉल करके हैप्पी रिपब्लिक डे कह सकते है और अगर आप अपने परिवार के साथ ही रहते हैं, तो आप उन्हें फेस टू फेस भारत के गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दे सकते हैं। आप अपने दोस्तों को भी इस दिन की बधाई देने के लिए वीडियो कॉल कर सकते है या फिर उनके लिए व्हाट्सएप पर रिपब्लिक डे सेलिब्रेशन स्टेटस छोड़ सकते हैं। जब वह आपके स्टेटस को पढ़ेंगे तो बदले में वह भी आपको मैसेज अवश्य करेंगे।
गणतंत्र दिवस और स्वाधीनता दिवस में क्या अंतर है?
बहुत से लोगों को अभी भी इस बात की जानकारी नहीं है कि आखिर गणतंत्र दिवस का क्या मतलब है और 15 अगस्त यानी की भारत के स्वाधीनता दिवस का क्या मतलब है और स्वाधीनता दिवस तथा गणतंत्र दिवस में क्या अंतर है।
बता दें कि, हमारा देश साल 1947 में 15 अगस्त के दिन अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था और अंग्रेजों की गुलामी से आजाद होने की खुशी में ही हर साल स्वाधीनता दिवस मनाया जाता है, जिसकी तारीख 15 है। वही देश आजाद होने के बाद 1950 में भारतीय संविधान लागू किया गया था, जो कि 26 जनवरी को लागू हुआ था। इसलिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इस प्रकार से आप यह स्पष्ट तौर पर समझ गए होंगे कि, गणतंत्र दिवस और स्वाधीनता दिवस क्या है और इन दोनों में क्या मुख्य अंतर है।
भारत में ब्रिटिश कानून की स्थापना किसने की थी?
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के द्वारा वर्ष 1858 में भारत में अंग्रेजी कानून को बनाया गया था और यह लगभग साल 1947 तक चला क्योंकि 1858 से लेकर के साल 1947 तक हमारा भारत देश अंग्रेजों के अधीन था। इस दरमियान अंग्रेजों ने पूरे भारत को अपने अंतर्गत कर लिया था और उनके ही नियम कानून पूरे भारत में माने जाते थे। भारत में अंग्रेजी शासन चालू हो जाने के बाद अंग्रेजी हुकूमत ने मुख्य तौर पर भारतीय धरोहर को इंग्लैंड देश में ले जाने का काम किया। हालांकि ऐसा नहीं है कि उन्होंने भारत में विकास नही किया। उन्होंने भारत में भी कुछ विकास किया। जैसे कि थाने से भारत में पहली बार रेलवे चलवाना। 1858 से लेकर के साल 1947 तक भारत पर निम्न ब्रिटिश महाराजा/महारानी ने राज किया।
- 1858–1901: विक्टोरिया ख
- 1901–1910: एडवर्ड सप्तम
- 1910–1936: जॉर्ज पंचम
- 1936: एडवर्ड अष्टम
- 1936–1947: जार्ज षष्ठम
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राष्ट्रीय गीत
गणतंत्र दिवस पर कविता का यह लेख अब यही पर खत्म होता है। ऐसे और भी कविता हम आपके लिए लिखते रहेंगे। आपको 26 जनवरी पर कविता कैसी लगी हमको कमेंट करके जरूर बताये और इस लेख को फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप्प पर शेयर करें जिससे और लोग भी कविता कॉपी कर पाए। आपको हिमांशु ग्रेवाल की तरफ से गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं!
– Short Poem on Republic Day in Hindi
very nice only one thing.hai
Hy greatest man Himanshu…
I think your poem is very efficitive and energetic poem….. Thank you so much.. Many many thanks dear ……
🙂
आप सभी को २६ जनवरी की हारदीक शुभ काम नाए happy Re pablik day
very very nice..mai jitana bhi kahu mera sabd utana hi kam padega…Mera bharat mahan..
……..Jay Hind……
Hame aapke poem bahut pasand aaiye aap hame aur poem de
Year kya likhte hobwah dil khush kar diya year tumne .hold no to write these beautiful republic day poem
🙂 Share this poem on Facebook, Twitter, WhatsApp and Happy republic day 🙂
Very good
Himanshu Bhai ji aap na jo hai desh ke leader pr likhiye jo ki program me ya phir republic day aur independence day or kha ja sel aur kuch poem sawachtta pr aur bhrust leader pr likhye.
Aur aap jo hai Desh pr bhut achha likhte hai thanks
जरूर 🙂
Very nice . I like your Poem.
apki kavita mujhe bahut achhi lagi
शेयर जरुर करें
Very nice poem.
Ati saral bhasha ka prayog kiya gaya.
thank u.
So very much.
Beautiful Poem
God bless you.
बहुत बेहतरीन कविता है गणतंत्र दिवस पर
आओ झुक कर सलाम करें उनको,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होता है वो खून जो देश के काम आता है
*शिवम मिश्र* की तरफ से ~“`गणतंत्रदिवस“`~ की हार्दिक शुभकामनायें।
*!!शिवम मिश्र!!*
Nice kavita
Apki kavita boht acchi he
Ossome i love it Such nice and inspiring poem are they
Hello Himanshu.Bhia poem bahut acchi hn.Mere school ka baccha Aapki ek poem gartntr diwas pr bolega.Thanks bhai
हमे ख़ुशी है की आप यहाँ दी हुई पोएम का इस्तेमाल कर रहे हो| 🙂
Sir ye saari poem kya aapke dwara likha gaya hai?
Plz bataiye writer ka naam jaroori hai
I like all if them
अच्छी कविता है
प्रेरणादायी
शुभकामना
Nice yrr
Aayiya un jawano ko yaad kareen aur unhe salaam kareen
Bhia very nice poem
.
Very nice Himanshu ji, pls keep writing such patriotic party to encourage young generation
GANTANTRA DIVAS KI BAHUT BAHUT BADHAI , SABHI DESH VASHI ES PAWAN PARVA PAR YEH SAPATH LE KI DESH KE VIRUDDH UTHANE WALI HAR AAWAJ KE KHILAPH PURI DRIDHATA SE SAMANA KARENGE AUR HAR US AWAJ KO BULAND KARENGE JO DESH HIT ME HAI. ESKE LIYE HAME CHAHE KITNI BADI KURWANI KYON NA HI DENI PADE, PEECHE NAHI HATENGE.
JIAHIND,
JAI BHARAT
Acha haiiii
Nice mere number h 7877478xxx is per kavita bhejna
Very Nice Article
Himanshu ji ye sabhi poems Kya aapke dwara likha gaya hai,
Ya iske lekhak koi aur hai…
Please reply dijiyega kyuki poem ke sath writer ka naam bhi batana hai….
इसके लेखक कोई और है।
बहुत ही बढ़िया कविता ..जय हिन्द
I think your all poem makes us understand integration of the country.
Best Wishes to you
#DigitalBouncer
Can you friendship with me
Hello Gauri Ji, ofcourse I Can friendship with you
बहुत अच्छी जानकारी थैंक यू सर
Hello,
Itni badiya jaankari share karne ke liye aapka Dhanyawad….
Yes,so beautiful and these poems are very nice ❤️♥️
Dhanyabad
Very nice
I like that all poems i use this poems in my project work my teacher is Happy to read this poem thank you so much for sharing this amezing poems best of luck for your success