नमस्ते, 10Lines.co पर आज हम बच्चों के लिए हिंदी दिवस पर कविता अथवा हिंदी दिवस पर कहानी लेकर आए है जिससे आने वाली पीढ़ी को हिंदी का महत्व पता चल सके।
हजारों वर्षों से हिंदुस्तानियों के दिलों में बसी हिंदी भाषा की मिठास इस कदर है कि मानो वतन से मोहब्बत करने वाले कभी इसे भुला नहीं पाएंगे, वैसे तो प्रत्येक दिन अपनी मातृभाषा में हम संवाद करते हैं। लेकिन इसी भाषा को गौरवान्वित महसूस कराने वाला एक दिन है जिसे हिंदी दिवस (Hindi Diwas, Hindi Day) के तौर पर हम सभी जानते हैं।
हिंदी दिवस भारत के विभिन्न राज्यों के स्कूलों, कॉलेज, शिक्षण संस्थानों द्वारा मनाए जाने वाला एक विशेष अवसर है। अगर आपको भी हिंदी दिवस के मौके पर मंच से हिंदी भाषा के प्रति अपने विचार रखने का मौका दिया है। तो आज आपको इस लेख में हिंदी दिवस पर कविताएं तथा महत्त्वपूर्ण जानकारियां मिलेंगी, जिनसे आप नए Ideas को लेकर आसानी से अपने विचारों को व्यक्त कर सकते हैं।
हिंदी दिवस पर कविता छोटे बच्चों के लिए
हर साल 14 सितंबर के दिन भारतवर्ष में हिंदी दिवस मनाया जाता है। भारतवर्ष में हिंदी दिवस को एक त्योहार के रूप में मनाया जाता हैं। हिंदी दिवस के अवसर पर स्कूल, कॉलेज जैसे शिक्षण संस्थाओं पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते है, इस तरह हिंदी दिवस को बड़े ही आनंद और सम्मान के साथ मनाया जाता है।
हिंदी दिवस के अवसर पर सभी लोग इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं और बढ़-चढ़कर हिंदी भाषा को सम्मान देते हैं। इस कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा हिंदी पर कविता प्रस्तुत की जाती हैं। कई सारे अनुष्ठान हिंदी दिवस के अवसर पर कविता बोलने वाली प्रतियोगिताएं आयोजित करती हैं जिनमें जो बच्चे सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हैं उन्हें पुरस्कार और सर्टिफिकेट से सम्मानित किया जाता है।
हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर कभी-कभी तो नेशनल लेवल पर भी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। जिन बच्चों को हिंदी में कविता बोलना अच्छा लगता है वह इन प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं और अपने कला का प्रदर्शन करते हैं। लेकिन कई बार बच्चे समझ नहीं पाते हैं कि उन्हें हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर कौन सी कविता बोलनी चाहिए? तो हमने आपको नीचे कुछ बहुत ही अच्छी हिंदी पर कविताएं दी है तो अगर आप इन कविताओं को हिंदी दिवस के अवसर पर सुनाएंगे तब आपको प्रशंसा अवश्य मिलेगी।
Hindi Diwas Poem in Hindi for Students
हिंदी दिवस पर सुनाई जाने वाली कुछ अच्छी कविताएं!
हिन्दी इस देश का गौरव है, हिन्दी भविष्य की आशा है, हिन्दी हर दिल की धड़कन है, हिन्दी जनता की भाषा है, इसको कबीर ने अपनाया, मीराबाई ने मान दिया, आज़ादी के दीवानों ने इस हिन्दी को सम्मान दिया, जन – जन ने अपनी वाणी से हिन्दी का रूप तराशा है, हिन्दी हर क्षेत्र में आगे है, इसको अपनाकर नाम करें, हम देशभक्त कहलाएंगे, जब हिन्दी में सब काम करें, हिन्दी चरित्र है भारत का, नैतिकता की परिभाषा है, हिन्दी हम सबकी ख़ुशहाली है, हिन्दी विकास की रेखा है, हिन्दी में ही इस धरती ने हर ख़्वाब सुनहरा देखा है, हिन्दी हम सबका स्वाभिमान, यह जनता की अभिलाषा है। (देवमणि पांडेय)
Hindi Diwas Par Kavita Chhote Bacchon Ke Liye
हिंदी हमारी आन है, हिंदी हमारी शान है, हिंदी हमारी चेतना वाणी का शुभ वरदान है, हिंदी हमारी वर्तनी, हिंदी हमारा व्याकरण, हिंदी हमारी संस्कृति, हिंदी हमारा आचरण, हिंदी हमारी वेदना, हिंदी हमारा गान है, हिंदी हमारी आत्मा है, भावना का साज़ है, हिंदी हमारे देश की हर तोतली आवाज़ है, हिंदी हमारी अस्मिता, हिंदी हमारा मान है, हिंदी निराला, प्रेमचंद की लेखनी का गान है, हिंदी में बच्चन, पंत, दिनकर का मधुर संगीत है, हिंदी में तुलसी, सूर, मीरा जायसी की तान है, जब तक गगन में चांद, सूरज की लगी बिंदी रहे, तब तक वतन की राष्ट्र भाषा ये अमर हिंदी रहे, हिंदी हमारा शब्द, स्वर व्यंजन अमिट पहचान है, हिंदी हमारी चेतना वाणी का शुभ वरदान है। (अंकित शुक्ला )
हिंदी भाषा का महत्व क्या है?
हिंदी दिवस के अवसर पर कविता सुनाने के बाद हिंदी भाषा के महत्व को समझना अत्यंत आवश्यक है। हिंदी भाषा के महत्व को जाने बिना आप हिंदी भाषा से अपनी भावनाएं जोड़ नहीं पाएंगे। लेकिन इसके महत्व को जानकर अपने भाषा के लिए गौरवान्वित होकर आप इस भाषा को सम्मान प्रदान कर सकते हैं।
सभी देशों की अपनी एक स्वतंत्र भाषा होती है जैसे चीन में चीनी भाषा बोली जाती है तो जापान में जापानी भाषा ठीक उसी तरह हमारे स्वतंत्र भारत में हम हिंदी बोलते हैं और हिंदी हमारी मातृभाषा है।
हमारे देश में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई के अलावा भी कई सारी जाति व संस्कृति के लोग रहते हैं। जिसके कारण हमारे देश में भाषाओं का समन्वय देखने को मिलता है। लेकिन इन सभी भाषाओं के मिश्रण के बाद भी जो एक भाषा सर्वव्यापी है यानी कि पूरे देश में बोली जाती है वो ‘हिन्दी’ हैं।
हिंदी भाषा हमारे देश का सम्मान और गौरव का प्रतीक है। भारत में सबसे अधिक यही भाषा बोली जाती हैं। इतना ही नहीं हमारे देश की राष्ट्रभाषा हिंदी भाषा पूरे विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली बोलियों में चौथे स्थान पर आती है।
हिंदी भाषा सिर्फ एक भाषा ही नहीं बल्कि यह हमारे देश की पहचान, सम्मान, संस्कृति, सभ्यता और गौरव का प्रतीक है। इतना महत्वपूर्ण होने के बाद भी हमारे देश में ही बहुत से ऐसे लोग हैं जिनका ऐसा मानना है कि हिंदी भाषा बोले या सीखे बिना भी वे अपनी जिंदगी की हर मुश्किल आसान कर सकते हैं। हालांकि ऐसा नहीं है क्योंकि भारत के कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां लोग सिर्फ हिंदी ही समझते हैं ऐसे में हिंदी भाषा का ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है।
हिंदी एक सरल भाषा है और इसे सीखना अभी काफी आसान है। इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों के द्वारा भी इस भाषा का ज्ञान आसानी से लिया जा सकता है। हिंदी भाषा से प्यार करना उसकी मर्यादा को बनाए रखना और इस भाषा को बोलने में गौरवान्वित महसूस करना हर भारतीय का फर्ज है क्योंकि यह भाषा हमारे देश को यानी कि हमें प्रदर्शित करती हैं। अगर हमें इस भाषा को बोलने में गौरव महसूस नहीं होगा तो हम खुद पर गर्व कैसे महसूस करेंगे?
हिंदी भाषा का क्षेत्र काफी विस्तृत है। भारत एक कृषि प्रधान देश है, यहां ज्यादा संख्या में लोग गांव में निवास करते है और इन जगहों पर विशेष तौर पर हिंदी ही बोली जाती हैं। अगर आपको लगता है कि हिंदी भाषा का क्षेत्र केवल भारत के अंदर तक ही सीमित है तो आप भ्रम में जी रहे हैं क्योंकि हमारी प्रिय मातृभाषा हिंदी नेपाल, जापान, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, युगांडा, अमेरिका, न्यूज़ीलैंड, जर्मनी, पाकिस्तान और अफगानिस्तान आदि देशों में भी बोली जाती है।
यही कारण है कि हिंदी संस्कृत भाषा की बड़ी बेटी कहलाती है और हिंदी भाषा का जन्म भी देवनागरी लिपि से हुआ है। हिंदी भाषा की एक बहुत बड़ी खासियत यह है कि इस भाषा में हम किसी भी भाषा के शब्दों का प्रयोग कर सकते हैं। आसान भाषा में कहें तो हिंदी बोलते समय व्यक्ति अंग्रेजी, बंगाली, उर्दू या किसी अन्य भाषा के शब्दों का प्रयोग कर सकता है।
हिंदी भाषा में सभी वस्तुओं के लिए लिंग निर्धारित किया गया है। वस्तु सजीव हो या निर्जीव सभी के लिए लिंग का प्रयोग होता है जैसे नदी टेढ़ी-मेढ़ी बह रही है! यहां नदी को प्रदर्शित करने के लिए लिंग का उपयोग किया गया है। हिंदी भाषा को बोलने और लिखने में शुद्धता देखने को मिलती है। हिंदी भाषा में शब्दकोश बहुत ही ज्यादा बढ़ा है और बढ़ता ही चला जा रहा है। यही कारण है कि हमारे देश में हिंदी भाषा को राष्ट्रीय भाषा घोषित किया गया है।
हिंदी के कुछ प्रमुख कवियों के नाम
हिंदी भाषा देश की एक अत्यंत प्राचीन भाषाओं में से एक है क्योंकि यह भाषा लंबे समय से बोली जा रही है इसलिए इसका इतिहास भी उतना ही पुराना है। हिंदी साहित्य के इतिहास में कई महान कवियों का उल्लेख मिलता है जिन्होंने अपनी रचनाओं से हिंदी साहित्य को और भी ज्यादा प्रभावशाली बनाया है।
हिंदी साहित्य में कवियों के साथ-साथ कवयित्रियों की रचना का भी वर्णन किया गया है। हिंदी भाषा को बुलंदियों पर ले जाने के पीछे इन कवियों और कवयित्रियों का बड़ा योगदान है। इनके नाम है-
1 |
अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
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2 |
नवरत्न अब्दुल रहीम खानखाना
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3 | कबीर |
4 | अमीर खुसरो |
5 |
अटल बिहारी वाजपेयी
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6 | जयशंकर प्रसाद |
7 | गोपालदास नीरज |
8 | मैथिलीशरण गुप्त |
9 |
रामधारी सिंह ‘दिनकर’
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10 |
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
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11 | महादेवी वर्मा |
12 |
गोस्वामी तुलसीदास जी
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13 | नागार्जुन |
14 | भारतेंदु हरिश्चंद्र |
15 | हरिवंश राय बच्चन |
ऐसे और भी कई प्रसिद्ध कवियों और कवयित्रियों है जिनकी कविता आज भी दिल को छू जाती हैं।
हिंदी दिवस समारोह के अवसर पर अपने वक्तृत्व में हिंदी भाषा का महत्त्व प्रस्तुत कीजिए कविता के रूप में
हिंदी दिवस के अवसर पर ऐसी कविताएं पढ़नी चाहिए जो ना सिर्फ आपको हिंदी भाषा का ज्ञान दे बल्कि हिंदी भाषा के सम्मान का प्रचार प्रसार करने में भी आपकी सहायता करें। हिंदी दिवस के अवसर पर आपको ऐसी कविता का चयन करना चाहिए जो हर शब्द में हिंदी भाषा का ही गुणगान करें।
हिंदी दिवस के अवसर पर आप महान कवियों द्वारा लिखी गई पंक्तियों को भी किसी भी कार्यक्रम में कह सकते हैं।
हिंदी भाषा का गुणगान करते हुए भारतेंदु हरिश्चंद्र जी कहते हैं कि “निज भाषा उन्नति लहै सब उन्नति को मूल। बिन निज भाषा ज्ञान के मिटे न हिय को शूल॥“ इन महान कवियों ने हिंदी भाषा में कई सारी अच्छी-अच्छी कविताएं लिखी हैं तो आप हिंदी दिवस के अवसर पर उनमें से किसी भी कविता को पढ़ सकते है।
निष्कर्ष
तो साथियों हमें पूर्ण आशा है हिंदी दिवस पर लिखी गई यह कविताएं और जानकारी आपको पसंद आई होगी, और आप हिंदी दिवस पर कविता को अपने अन्य मित्रों के साथ साझा करेंगे। 10Lines.co पर आने के लिए आपका धन्यवाद!